शू इंडस्ट्री: आगरा बनेगा वर्ल्ड कैपिटल
आगरा: एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर ने बताया कि 'मीट एट आगराÓ की शुरुआत तीन दिवसीय फेयर का आयोजन शुक्रवार सुबह 10 से होगा। भारत सहित 45 देशों के शू और कंपोनेंट कारोबारी आगरा ट्रेड सेंटर में आयोजित होने वाले फेयर में हिस्सा ले रहे हैं। फेयर में 240 स्टॉल्स लगाए गए हैं। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल शाम साढ़े चार बजे आगरा ट्रेड सेंटर, सींगना में कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। इस दौरान केंद्रीय विधि एवं न्याय राज्यमंत्री प्रो। एसपी सिंह बघेल, सांसद राजकुमार चाहर और उच्च शिक्षा मंत्री योगेेंद्र उपाध्याय विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद रहेंगे।
दो वर्ष बाद आयोजन
एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि कोविड के कारण दो वर्ष से आयोजन नहीं हो पा रहा था। इसलिए 14वां संस्करण दो वर्ष देरी से हो रहा है। उन्होंने बताया कि जूता उद्योग कम पूंजी में ज्यादा रोजगार देने वाला है। 15 हजार करोड़ कारोबारी लक्ष्य के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं। निर्यात में आगरा की कुल भागीदारी 25 प्रतिशत है। वहीं घरेलू प्रोडक्शन में हम 65 प्रतिशत पर हैं। एफमेक कन्वीनर कैप्टन एएस राना ने बताया कि आयोजन में जूता कारोबारी, विभिन्न संस्थानों के छात्र नई तकनीक से रूबरू होंगे। इसका उद्देश्य युवाओं को नौकरी मांगने वाला नहीं बल्कि नौकरी देने वाला बनाना होगा।
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20 हजार विजिटर्स आएंगे
तीन दिवसीय आयोजन में 20 हजार से अधिक विजिटर्स के आने की संभावना है। इसमें जूता कारोबारी, कर्मचारी से लेकर उद्योग से जुड़े अन्य सम्मिलित हैं। कालेज के छात्र-छात्राओं को इंडस्ट्री एक्स्पोजर और उद्यमिता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विजिट रखा गया है। एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर ने बताया कि कारोबार ने निरंतर प्रगति की है। अब हम जूता बनाने के साथ ही कंपोनेंट और मशीनरी आदि क्षेत्र में भी बेहतर काम कर रहे हैं। पहली मीट एट आगरा के समय हम 1200 करोड़ का कारोबार करते थे, जबकि अब पांच हजार करोड़ रुपये वार्षिक पहुंच चुका है। आगरा में पांच हजार छोटी व बड़ी जूता इकाईयां हैं। उन्होंने बताया कि मीट एट आगरा की शुरुआत वर्ष 2007 में हुई थी।
दिल्ली और चेन्नई में भी लगता है फेयर
एफमेक पदाधिकारियों ने बताया कि आगरा के अलावा दिल्ली और चेन्नई में भी जूता फेयर का आयोजन होता है। चेन्नई का फेयर बड़ा है और ये 31 जनवरी से चार फरवरी तक हर वर्ष लगता है। दिल्ली में इस वर्ष आयोजन नहीं हो सका था। इसके साथ ही इटली, हांगकांग और चीन में इस तरह के फेयर होते हैं। इटली फेयर की तर्ज पर आगरा का फेयर लग रहा है। वहां 500 से एक हजार तक स्टाल लगते हैं। जल्द ही हम उससे बेहतर शू फेयर का आयोजन करेंगे। प्रेसवार्ता में एफमेक सचिव ललित अरोड़ा, कार्यकारिणी सदस्य प्रदीप वासन, सुधीर गुप्ता, राजीव वासन, कुलदीप ङ्क्षसह, सुनील मनचंदा, गिरीश लूथरा, जितेंद्र त्रिलोकानी आदि मौजूद थे।