टीपी नगर में 21 प्रॉपर्टी के डॉक्यूमेंट की तलाश
नहीं हुआ आवंटन
हाईवे किनारे स्थित ट्रांसपोर्ट नगर को आगरा विकास प्राधिकरण की ओर से डेवलप किया गया था। बाद में इसे नगर निगम को हस्तांतरित कर दिया गया। अब भी टीपी नगर में कई ऐसी प्रॉपर्टी हैं, जिनका आवंटन नहीं हुआ है। ट्रांसपोर्ट चैंबर के अध्यक्ष वीरेंद्र गुप्ता बताते हैं कि टीपी नगर में सैकड़ों की संख्या में दुकानें और प्लॉट खाली पड़े हैं। इनमें से कई का तो अब तक आवंटन भी नहीं हुआ है।
तो होगा ऑक्शन
एडीए की ओर नोटिस जारी करते हुए कहा गया है कि इन भूखंडों के आवंटन, स्वामित्व, कब्जा एवं अन्य संबंधित अभिलेख आदि किसी के पास उपलब्ध हों तो वह 15 दिन के अंदर संपत्ति विभाग में संपर्क करें। निर्धारित अवधि में कोई आपत्ति दर्ज नहीं कराता है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। अगर कोई आपत्ति दर्ज नहीं कराता है तो प्राधिकरण की ओर से इन्हें ई-ऑक्शन प्रक्रिया के तहत आवंटित किया जा सकता है।
बदहाली का शिकार है टीपी नगर
ट्रांसपोर्ट नगर को छह सेक्टर में बांटा गया है। इसे ट्रांसपोर्टर्स के लिए डेवलप किया गया था, लेकिन शुरूआत से ही इस क्षेत्र में बदहाली हावी रही। न तो यहां पूरी तरह से ट्रांसपोर्ट कारोबार शिफ्ट हो सका और न ही पूरी तरह से टीपी नगर बस सका। आज भी अधिकतर प्लॉट और दुकान खाली पड़े हैं। सड़क है नहीं, नाले कचरे से भरे पड़े हैं, बारिश में टापू जैसे हालात बन जाते हैं। कारोबारियों ने जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों तक से गुहार लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
1 50, 352, 354सी
3 33, 33ए, 34, 66, 153, 165, 169, 224, 225, 226, 227, 228, 229, 230
5 17, 33 (निर्मित दुकान) व 11, 22 टीपी नगर की इन प्रॉपर्टी से जुड़ा ब्योरा या दस्तावेज किसी के पास है तो वह एडीए के संपत्ति विभाग में संपर्क कर सकता है। जिससे आगे किसी तरह की कार्रवाई के दौरान परेशानी से बचा सके।
सोमकमल सीताराम, संयुक्त सचिव, आगरा विकास प्राधिकरण
टीपी नगर में सैकड़ों की संख्या में भूखंड और दुकान खाली पड़े हैं। इनमें से कई तो आवंटन के बाद भी खाली पड़े हैं। कई का आवंटन ही नहीं हुआ है। क्षेत्र में अव्यवस्थाएं हावी हैं। कई बार अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं किया गया है। स्थिति ये है कि सड़कें भी नदारद हैं।
वीरेंद्र गुप्ता, अध्यक्ष, ट्रांसपोर्ट चैंबर