रोडवेज : खटारा बसों में स्मार्ट सिटी का सफर
आगरा। आईएसबीटी पर 110 बसों की हालत बेहद खस्ताहाल है। ये बस छत से लेकर फर्श तक कंडम हो चुकीं हैं। इन बसों की हालत खस्ताहाल हो चुकी है। कई की छत जर्जर दिखी। सीमेंट की ईंट से ब्रेक को कंट्रोल किया जा रहा था। स्टेयरिंग के पास वायरिंग भी खस्ताहाल नजर आई। ब्रेक के तार को कपड़े से बाधा गया। कई की खिड़की टूटी हुई थी। उसे टिनशेड से रोका गया। बस की बॉडी भी गल चुकी थी। ऐसी बसों का भी संचालन किया जा रहा है।
46 हो चुकी हैं नीलाम
110 कंडम बसों में 46 बसों को नीलाम किया जा चुका है। इस बारे में रोडवेज के आरएम मनोज पुंडीर ने बताया कि अन्य का मेंटीनेंस किया गया है। अभी शासन से पैसा आया था। सभी की फिटनेस पूरी है।
इन खामियों की ओर नहीं है किसी का ध्यान
- फस्र्ट एड बॉक्स और फायर एक्सटिंग्युशर
- स्पीड गर्वनर और स्पीड मीटर
-कई बसें ऐसी है, इनकी बॉडी गली हुई है।
-कई बसों का फर्श टूटा हुआ है।
- बस का फर्श टूटा हुआ है।
- स्टेरिंग के पास वायरिंग व तारों का जाल फैला हुआ है। जिससे ड्राइवरों को भी करंट लग जाता है।
- कई बसें ऐसी हैं, जिनके गेयर बॉक्स और क्लिच को ईंट से दबाकर रखना पड़ता है।
- 10 वर्ष और 11 लाख किमी। के बाद बस को हटा दिए जाने का प्रावधान है।
आगरा-मथुरा के लिए तकरीबन 8 वर्ष पहले आयी 230 बसों में से 60 प्रतिशत बसें अपनी निर्धारित समयावधि पूरी कर चुकी हैं। इसके बाद भी उनको दौड़ाया जा रहा है। बता दें कि आगरा के लिए 170 बसें और मथुरा के लिए 60 बसें आई थीं। बता दें कि पिछले दो दिन पहले एक बस का टायर फट गया था। इससे अफरा-तफरी मच गई थी।
दौड़ रही खटारा बसें
समय पूरा कर चुकी बसों को फिरोजाबाद, एटा, जलेसर, कचौरा घाट, कोसी, फतेहपुरसीकरी, अलीगढ़ तक भी संचालित किया जा सकेगा। इसके अतिरिक्त 111 बसें ऐसी हैं, जिनकी फिजिकल कंडीशन बेहद खराब है। आगरा- बाह, आगरा- तांतपुर, जगनेर आगरा शमशाबाद, मथुरा टूडंला एंव आगरा अलीगढ़ रुट पर बडी संख्या में बसों को संचालित किया जा रहा है।
ये हैं डिपो
आगरा फोर्ट, ताज डिपो, ईदगाह डिपो, फाउन्ड्री नगर डिपो, मथुरा डिपो, बाह डिपो
डिपो 10 वर्ष से अधिक वर्ष पुरानी 8 वर्षं से अधिक कुल बसों की संख्या
फोर्ट डिपो 18 बस 6 24 बसें
ईदगाह डिपो 44 बस 35 बस 79 बसें
फाउन्ड्री नगर डिपो 23 बस 15 बस 38 बस
मथुरा डिपो 35 बस 17 52 बस
ताज डिपो 17 बस 25 42 बस
बाह डिपो 10 बस 13 बस 23 बस
46 बसों को नीलाम किया जा चुका है। अभी शासन की ओर से 4.50 करोड़ की लागत से बसें खरीदी गईं है। इनकी बॉडी तैयार की जा रही है। इसके बाद आवंटन होगा। जब नई बसें आ जाएंगी। तो इनको हटा दिया जाएगा।
- मनोज पुंडीर आरएम रोडवेज