मॉर्निंग में 50 फीट की रोड दोपहर में 25 फीट
आगरा। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम सुबह करीब छह बजे भगवान टॉकीज चौराहे पर पहुंची। यहां दुकानें बंद थीं। करीब 50 फीट चौड़ी सड़क पर वाहन सरपट दौड़ रहे थे। सुबह 10 बजे करीब यहां मार्केट में दुकानें खुलना शुरू हो गईं। 11 बजे तक बाजार पूरी तरह खुल गया। शुरू में फुटपाथ पर वाहन खड़े होना शुरू हुआ। इसके बाद रोड पर वाहन पार्क होने लगे।
यहां दिनभर रहता है जाम
भगवान टॉकीज के चौराहे से लेकर अबु उलाह दरगाह तक लोगों को हर रोज जाम से जूझना पड़ता है। नगर निगम की टीम ने पहले यहां से अभियान चलाकर अतिक्रमण को हटा दिया था। लेकिन उसके बाद फिर से अतिक्रमण हो गया।
किया गया था सौंदर्यीकरण
नगर निगम ने आजादी का अमृत वर्ष योजना के तहत भगवान टॉकीज चौराहे से अतिक्रमण को हटाकर पुल के नीचे सौंदर्यीकरण किया था। पुल के नीचे से एनक्रोचमेंट को हटाया गया था। उसके बाद पौधरोपण किया गया। जहां वाहनों को पार्क कर दिया जाता है, उनको भी हटाया गया। शुरुआत में लोगों को एनक्रोचमेंट से निजात मिल गई थी। वहां जाम भी नहीं लगता था, लेकिन ये स्थिति ज्यादा समय तक नहीं रह सकी। मौजूदा समय में चौराहे पर एनक्रोचमेंट का नासूर सिर दर्द बना हुआ है।
अतिक्रमण के कारण भगवान टॉकीज से अबुउलाह की दरगाह तक जाम की स्थिति हर रोज रहती है। इस ओर न तो ट्रैफिक पुलिस का ध्यान है। न ही अन्य जिम्मेदार अधिकारियों का। अतिक्रमण के चलते पब्लिक को परेशानी भुगतनी पड़ती है।
महेश
तत्कालीन आईजी ने बनाया था प्लान
तत्कालीन आईजी ए। सतीश गणेश ने चौराहों को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए टीमों का गठन किया था। इसमें हर चौराहे पर सीओ स्तर के अधिकारी की मॉनीटरिंग के लिए ड्यूटी लगाई थी। कुछ समय तो सब ठीक-ठाक रहा। बाद में चौराहे पुराने ढर्रे पर आ गए।
ये है सड़क पर जाम लगने के कारण
- सड़कों पर अतिक्रमण के चलते निकलने को रास्ता नहीं रहता।
- बारिश और डे्रनेज सिस्टम न होने की वजह से सड़कों में गड्ढे हो जाते हैं। इसके कारण वाहनों की रफ्तार धीमी हो जाती है।
- अवारा मवेशियों का सड़कों पर जमघट लगा रहता है।
- शहर में कई स्थानों पर निर्माण कार्यो के होने की वजह से सड़कें संकरी हो गई हैं।
- घरों के सामने रैंप बनाने से नालियों को पाट दिया गया है। इस कारण से भी सड़क की चौड़ाई कम हो गई है।
नहीं हो सकी नगर निगम की कार्रवाई
नगर निगम द्वारा विगत महीने में सड़क पर कार-बाइक पार्किंग करने वालों में जुर्माना वसूलने का प्रस्ताव तैयार किया गया था। इसमें अस्थाई व स्थायी पार्किंग करने वालों को चिह्नित कर जुर्माना वसूलने का प्रस्ताव था। इसके लिए उपविधि बनाई गई थी। लेकिन ये प्रस्ताव मूर्त रुप नहीं ले सका।
अतिक्रमण पर जुर्माना
81.60 लाख
शहर में अतिक्रमण को लेकर नियमित अभियान चलाया जाता है। इसमें कार्रवाई के साथ जुर्माना भी वसूला जाता है। जो दोबारा अतिक्रमण करते हैं, उनके खिलाफ एफआईआर की कार्रवाई की जाती है।
अनुपम शुक्ला, सहा। नगर आयुक्त आगरा
पहले नगर निगम ने अभियान चलाया था। तो वाहनों ठेल-ढकेल को हटवा दिया था। कुछ दिन तो सही रहा, बाद में स्थिति जस की जस हो गई।
देव
भगवान टॉकीज चौराहे पर नगर निगम द्वारा पुल के नीचे चौराहे पर सौंदर्यीकरण कर पौधरोपण किया था। अतिक्रमण को भी हटाया गया था। लेकिन, अब फिर से अतिक्रमण हो गया है। इससे आए दिन जाम लगता है।
शशांक शर्मा
दोनों ओर वाहनों को पार्क कर दिया जाता है। जो रोड बचती है, वहां से ट्रांसपोर्ट गुजरता है। तो चौराहे पर जाम की स्थिति बन जाती है। चौराहे पर बस और ऑटो सड़क को घेर कर खड़े हो जाते हैं, इससे जाम लग जाता है।
आनंद शर्मा