आगरा: महिला और उसके दो साथियों ने सिकंदरा तिराहा जैसे व्यस्ततम स्थल पर दिनदहाड़े दुस्साहसिक वारदात कर दी. एटीएम से रुपए निकालते समय रिटायर्ड दारोगा के चेहरे पर नशीला स्प्रे कर बेसुध कर दिया. इसके बाद उनका डेबिट कार्ड बदलकर भाग गए. थोड़ी ही देर बाद उनके खाते से 38 हजार रुपए निकाल लिए गए. शिकायत पर पीडि़त को थाने वाले टरकाते रहे. इंस्पेक्टर को जानकारी होने पर सात दिन बाद मुकदमा दर्ज किया गया.


चेहरे पर कर दिया स्प्रे
सिकंदरा, राधा नगर के रहने वाले लीलाधर ङ्क्षसह वर्ष 2018 में एटा से उप्र पुलिस में दारोगा के पद से रिटायर हुए थे। लीलाधर ने पुलिस को बताया कि वो 29 अगस्त की सुबह 11 बजकर बीस मिनट पर सिकंदरा तिराहा स्थित एचडीएफसी बैंक के एटीएम से रुपए निकालने गए थे। वे दो बार में बीस हजार रुपए निकाल चुके थे। तभी, एक महिला और एक पुरुष भी केबिन में आ गए। महिला मुंह पर दुपटटा बांधे थी। महिला ने उनसे एटीएम में रुपए होने के बारे में पूछा। इसी बीच एक पुरुष और आ गया। तीनों जानबूझकर उनके नजदीक खड़े हो गए। इस पर आपत्ति जताई। अगले ही पल इनमें से किसी ने उनके चेहरे पर कुछ स्प्रे कर दिया। उनका सिर भारी होने लगा। वे बेसुध से हो गए। जब तक होश आया, तीनों केबिन से जा चुके थे। लीलाधर के अनुसार, सामान्य होने पर उन्होंने डेबिट कार्ड इंसर्ट किया, कार्ड अवैध होने का संदेश एटीएम मशीन की स्क्रीन पर प्रसारित हो गया। कार्ड देखा तो उनका कार्ड नहीं था। कुछ देर बाद ही उनके खाते से तीन बार में 38 हजार पांच सौ रुपए निकलने के संदेश बैंक से उनके मोबाइल फोन पर भेजे गए।

लीलाधर ने बताया कि उन्होंने बैंक को फोन कर कार्ड ब्लाक कराया। सिकंदरा थाने जाकर शिकायत की। मुंशी और दारोगा ने शिकायत तो ले ली लेकिन, मुकदमा दर्ज करने के नाम पर टहला दिया। कई दिन तक उन्हें थाने से टरकाया जाता रहा। चार सितंबर को इंस्पेक्टर को मिलकर अवगत कराया तो उन्होंने तत्काल मुकदमा दर्ज किया। इंस्पेक्टर नीरज शर्मा ने बताया कि जांच के बाद मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है।

Posted By: Inextlive