डॉक्टर्स से तीन गुना ज्यादा लैब का रजिस्ट्रेशन, मरीजों की जान से खिलवाड़
30 प्रतिशत लैब बिना डॉक्टर के संचालित पैथोलॉजी लैब का रजिस्ट्रेशन एमडी पैथोलॉजी डिग्री धारक डाक्टर के नाम से होता है। जिले में 50 पैथोलॉजिस्ट हैं। सीएमओ कार्यालय में 170 पैथोलॉजी लैब का रजिस्ट्रेशन है। इसमें से 30 प्रतिशत लैब में डाक्टर के बिना जांच की जा रही हैं। स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से टेक्नीशियन और झोलाछाप किराए पर पैथोलॉजिस्ट से डिग्री लेकर लैब संचालित कर रहे हैं.अवैध पैथोलॉजी लैब के खिलाफ कार्रवाई कर रहे डॉ। एसएम प्रजापति ने बताया कि लैब में डाक्टर के फर्जी हस्ताक्षर कर मरीजों को रिपोर्ट दी जा रही है। 10 लैब में छापे मारे गए, किसी भी लैब में डॉक्टर नहीं मिले हैं। लैब संचालक से सीसीटीवी दिखाने के लिए कहा गया, जिससे पता चल सके कि डाक्टर कब आए थे। लेकिन लैब संचालकों ने सीसीटीवी नहीं दिखाए। डाक्टर से बात कराने के लिए कहा गया तो बात भी नहीं कराते हैं।
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जूनियर डाक्टरों को दिलवाई शपथ, नहीं देंगे डिग्री
एसएन मेडिकल कॉलेज में एमडी पैथोलॉजी की छह सीट थीं, इन्हें बढ़ाकर नौ कर दिया गया है। डॉ। हरेंद्र कुमार ने बताया कि एमडी पूरी होने के बाद शपथ दिलवाई जा रही है कि जिस लैब में जांच करेंगे, वहीं अपनी डिग्री का इस्तेमाल करेंगे। डिग्री का दुरुपयोग नहीं करने देंगे।
--------------------डॉ। मनीष के नाम वाली पांच और डॉ। शबाना की तीन लैब सील प्रदेश में 62 लैब और हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन कराने वाले अलीगढ़ के डॉ। मनीष कुमार वाष्र्णेय के नाम से चल रही पांच लैब स्वास्थ्य विभाग की टीम सील कर चुकी है। इनके हस्ताक्षर कर मरीजों को रिपोर्ट दी जा रही थी। वहीं, गोरखपुर की रहने वाली डॉ। शबाना अशरफ के नाम से चल रही तीन लैब भी सील की गई हैं। ---------------170 लैब के नवीनीकरण के लिए आवेदन आए हैं। आनलाइन मिले दस्तावेज की जांच में 30 प्रतिशत लैब संदिग्ध मिली हैं। टीम द्वारा छापे मारे जा रहे हैं। इन लैबों को सील करने के बाद नोटिस दिया जा रहा है। जवाब मिलने के बाद लैबों के रजिस्ट्रेशन निरस्त किए जाएंगे। डॉ। अरुण श्रीवास्तव, सीएमओ ---------------देशभर में अवैध तरीके से चल रही पैथोलॉजी लैब के खिलाफ संस्था द्वारा अलग-अलग स्तर पर अभियान चलाए जा रहे हैं। लैब टेक्नीशियन को सैंपल का प्रशिक्षण दिया जाता है। स्लाइड को देखना और रिपोर्ट तैयार करने के लिए तीन वर्ष का एमडी कोर्स करना पड़ता है। डॉ। हरेंद्र कुमार, कोषाध्यक्ष इंडियन एसोसिएशन आफ पैथोलॉजिस्ट एंड माइक्रोबायोलाजिस्ट---------------लैब की गईं सील
-डॉ। मनीष कुमार वाष्र्णेय के नाम से पंजीकृत लैब की गईं सील -ओम शांति पैथोलॉजी लैब, समय पैथोलॉजी लैब, सना पैथोलॉजी लैब, आगरा केयर पैथोलॉजी लैब, फस्र्ट च्वाइस पैथोलॉजी लैब -डॉ। शबीना अशरफ के नाम से पंजीकृत लैब - न्यू एक्सीलेंट पैथोलॉजी लैब, आएस पैथोलॉजी लैब, हेल्थ केयर पैथोलॉजी लैब -डॉ। अनिल कुमार के नाम से पंजीकृत लैब - जीएल पैथोलॉजी डॉ। रङ्क्षवद्र कुमार के नाम से पंजीकृत लैब - डायग्नोस्टिक लैब