अयोध्या में 22 जनवरी को श्रीराम मंदिर का उद्घाटन होगा. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. इस अवसर पर देश-विदेश से रामलला को भेंट भेजी जा रही हैैं. सभी लोग अपने-अपने शहरों से खास चीजें बनवाकर भेज रहे हैैं. ऐसे में आगरा कैसे पीछे रहता?

आगरा। आगरा के चांदी कारोबारियों ने भी भगवान श्रीराम और माता जानकी के लिए आकर्षक गिफ्ट तैयार किया है। आगरा से माता जानकी के लिए तैयार की गई स्पेशल पायल को अयोध्या भेजा जाएगा।

पायल बनाने मेें आगरा एशिया की बड़ी मंडी
आगरा सर्राफ एसोसिएशन के प्रेसिडेंट नितेश अग्रवाल ने बताया कि आगरा पायल बनाने के मामले में एशिया की सबसे बड़ी मंडी है। यहां से पूरे भारतवर्ष सहित विश्व के कई हिस्सों में पायल बनकर जाती है। यहां पर पायल के जैसे कारीगर हैैं वैसे कहीं नहीं है। माता जानकी के लिए आगरा सर्राफ एसोसिएशन द्वारा स्पेशल पायल डिजाइन करके बनाई जा रही हैैं। इन पायलों को अयोध्या पहुंचाया जाएगा।

551 ग्राम की पायल
नितेश अग्रवाल ने बताया कि इन पायलों को माता सीता की पसंदीदा मयूर आकृति की थीम पर तैयार किया जा रहा है। पायल में एंब्रॉयडरी मीनाकारी का काम किया जा रहा है। यहा काफी महीन काम होता है। यह पायल छह इंच चौड़ी है। पायल 551 ग्राम की हैैं। पायल के बींचो-बीच मयूर आकृति लगाई गई है। मयूर आकृति को दोनों और दो चक्र लगाए गए हैैं, जिनमें मोटर लगाई जाएगी। मोटर लगने के बाद में यह दोनों चक्र घूमेंगे।

हम बहुत खुश हैं
पायल को तैयार करने वाले कारीगर मोनू प्रजापति ने बताया कि हमें जब पायल बनाने का ऑर्डर मिला तो सबसे पहले हमें काफी खुशी हुई। क्योंकि माता जानकी के लिए यह पायल बनाने का हमें सौभाग्य प्राप्त हुआ। माता जानकी के लिए पायल बनानी थी तो इसमें अब तक का पूरा हुनर उपयोग करने का निश्चय किया। उन्होंने बताया कि 15 दिन तो पायल का डिजाइन तैयार करने में लगे। इसके बाद में इस पायल पर काम करना शुरू किया गया। अब 15 दिन में पायल लगभग तैयार हो गई हैैं। अभी इसमेें और काम होना बाकी है।

मुस्लिम कारीगर ने भी किया सहयोग
माता जानकी के लिए पायल तैयार करने में सर्वधर्म संभाव का भाव है। पायल बनाने में मुस्लिम कारीगर फाजिल अली ने भी सहयोग किया है। फाजिल ने बताया कि माता जानकी के लिए पायल बनाने में उन्होंने अपना बेस्ट दिया है। उन्होंने कहा कि पायल का डिजाइन एकदम अनूठा है। यह आगरा में बनी अब तक की सबसे सुंदर पायल हैैं।

चांदी की सबसे बड़ी मंडी आगरा
नितेश अग्रवाल ने बताया कि आगरा एशिया की सबसे बड़ी चांदी के प्रोडक्ट बनाने की मंडी है। यहां से बड़ी संख्या में दिल्ली-मुंबई, बंगलुरू, हैदराबाद, चेन्नई, कोलकाता सहित पूरे देश के शहरों में सप्लाई होती है। आगरा में छोटे-बड़े पांच हजार से ज्यादा यूनिट हैैं, जहां पर चांदी के प्रोडक्ट बनाने का काम किया जाता है। यहां के डिजाइन विश्वविख्यात हैैं।
अयोध्या में पूरे विश्व से कुछ न कुछ भेजा जा रहा है। ऐसे में आगरा के चांदी कारोबारियों ने भी प्रभु श्रीराम की सेवा करने का निश्चय किया। आगरा के कारोबारी 22 तारीख के बाद अयोध्या जाएंगे।
- नितेश अग्रवाल, प्रेसिडेंट, आगरा सर्राफ एसोसिएशन

माता जानकी के लिए स्पेशल पायल डिजाइन करके तैयार की जा रही हैैं। इन्हें डिजाइन करने में ही 15 दिन लग गए। इस पायल का डिजाइन एकदम अनूठा है।
- मोनू प्रजापति, कारीगर


पायल में एंब्रॉइडरी और मीनाकारी का काम किया गया है। यह बहुत महीन काम होता है। इसे पूरी तरह से हाथ से बनाया गया है। रंग-बिरंगे नग इसे आकर्षित बनाते हैैं।
- फाजिल अली, कारीगर
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15 दिन पायल को डिजाइन करने में लगे
18 दिन से चल रहा है काम
551 ग्राम की है माता जानकी की पायल

Posted By: Inextlive