शहर के विभिन्न क्षेत्रों में खाली पड़ी भूमि को रेलवे अब लीज पर देने जा रहा है. इसकी शुरुआत गधापाड़ा स्थित माल गोदाम से होने जा रही है. रेल लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी आरएलडीए आवासीय प्रोजेक्ट के लिए 90 हजार वर्ग मीटर भूमि 99 साल के लीज देने जा रहा है. इसकी बिड जारी हो गई है. अंतिम तारीख तीन अगस्त है. भूमि 213.80 करोड़ रुपए की होगी.


आगरा(ब्यूरो) रेलवे की सिटी स्टेशन रोड, बेलनगंज, गधापाड़ा, यमुना ब्रिज, कैंट, राजा की मंडी, आगरा फोर्ट स्टेशन के पास समेत अन्य क्षेत्रों में जमीन है। गधापाड़ा, बेलनगंज स्थित माल गोदाम की भूमि खाली पड़ी है। इस जमीन के आसपास का सर्किल रेट 65 हजार से लेकर 78 हजार रुपए प्रति वर्ग मीटर है। अपनी भूमि को कब्जे से बचाने के लिए रेलवे हर प्रयास कर रहा है। हाल ही में आरएलडीए के अधिकारियों की बैठक हुई। इसमें तय हुआ कि ऐसी भूमि जिसका प्रयोग रेलवे द्वारा नहीं किया जा रहा है। उसे लीज पर दिया जाएगा। इससे रेलवे को राजस्व मिलेगा। आरएलडीए के एक अधिकारी ने बताया कि तीन अगस्त तक ऑनलाइन बिड मांगी गई है। भूमि में आवासीय प्रोजेक्ट विकसित किया जाएगा।

ग्रीनरी डेवलप करने का दिया था सुझाव
शहर के पर्यावरणविद् ब्रज खंडेलवाल ने गधापाड़ा पर रेलवे की खाली पड़ी जमीन को लेकर हाल ही में रेलवे अधिकारियों को लेटर भेेजा था। इसमें इस जमीन पर ग्रीनरी डेवलप करने का सुझाव दिया गया था। इसके बाद रेलवे अधिकारियों की अपनी बेशकीमती जमीन को लेकर नींद टूटी।

जल्द ही 80 किमी प्रति घंटा पर दौड़ेगी मेट्रो
आगरा। उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी) की टीम ने गुरुवार को फतेहाबाद रोड स्थित डिपो से टीडीआई मॉल तक मेट्रो का परीक्षण किया। यह परीक्षण 40 से 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से किया गया। जल्द ही तीन किमी लंबे एलीवेटेड मेट्रो ट्रैक का निरीक्षण कमिश्नर आफ मेट्रो रेल सेफ्टी द्वारा किया जाएगा। इसके बाद ही मेट्रो के संचालन की हरी झंडी मिलेगी। यूपीएमआरसी के एक अधिकारी ने बताया कि जल्द ही मेट्रो का परीक्षण 80 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से किया जाएगा। प्रायोरिटी कॉरिडोर छह किमी लंबा है। इसमें तीन किमी एलीवेटेड और तीन किमी भूमिगत ट्रैक शामिल है। एलीवेटेड ट्रैक बन चुका है जबकि भूमिगत का निर्माण चल रहा है। यह कार्य तीन से चार माह में पूरा हो जाएगा।

Posted By: Inextlive