आगरा ब्यूरो खेरिया मोड़ सूरसदन चौराहा समेत शहर में 21 प्वॉइंट्स ऐसे हैं जहां नगर निगम को जलभराव की आशंका है. बारिश के दौरान यहां किसी भी तरह का जलभराव न हो इसके लिए नगर निगम कवायद शुरू कर दी है. पंप लगाई जा रही हैं. साथ ही मॉनिटरिंग के टीम भी बना दी गई हैं.

पानी को पंप कर निकाला जा सके
नगर निगम अधिकारियों के अनुसार शहर में जलभराव के 21 प्वॉइंट्स चिह्नित हैं। यहां इसमें खेरिया मोड़, सूरसदन, बिजलीघर आदि शामिल हैं। यहां नगर निगम की ओर से पंप लगाई गई हैं। जिससे बारिश के दौरान किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए पंप को शुरू कर पानी को निकाला जा सके।


ड्रोन से कराया जा रहा सर्वे
मानसून से पहले शहर में नाला सफाई का अभियान चलाया जा रहा है। शहर करीब 400 छोटे-बड़े और अंडरग्राउंड नाले हैं। हर वर्ष की तरह इस बार भी नगर निगम तलीझाड़ सफाई का दावा कर रहा है। शहर में किसी भी तरह का जलभराव न हो इसके लिए शासन की ओर से भी सख्त निर्देश जारी गए है। शासन से निर्देश दिए गए थे नाला सफाई का माइक्रोप्लान तैयार किया जाए। साथ ही नाला सफाई के बाद ड्रोन कैमरों से सर्वे कराया जाए। जिससे नाला सफाई की हकीकत पता चल सके। स्थानीय निदेशालय ने नाला सफाई के ड्रोन सर्वे के फुटेज भेजने को कहा है। जिससे नाला सफाई में पारदर्शिता रहे।

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पिछले वर्षों में सीवर डे्रनेज के लिए बनी योजनाएं

- वेस्ट जोन में सीवर लाइन बिछाई जा रही है। अमृत योजना के तहत करीब 395 करोड़ की लागत से 251 किमी सीवर लाइन बिछ रही है।
- स्मार्ट सिटी के एबीडी एरिया में जलभराव और सीवर की समस्या के निस्तारण के लिए आगरा स्मार्ट सिटी योजना के तहत करीब 135 करोड़ रुपए खर्च किए हैं।
- ताजमहल के गंदे नाले के सुधार और आसपास होने वाले जलभराव को रोकने के लिए आगरा स्मार्ट सिटी ने पूर्वी गेट नाले पर करीब 26.10 करोड़ रुपए खर्च किए हैं।
- शहर में खुले में बह रहे नालों को टेप करने के लिए जल निगम ने करीब 1400 करोड़ रुपए की योजना बनाई।


यहां हो चुके हैं पूर्व हादसे
- 2021 में ताजगंज में बारिश के दौरान एक मासूम बालिका की मौत
- 2019 में लंगड़े की चौकी पुलिया पर नाले में समा गया था मासूम
- 2018 में कोठी मीना बाजार नाले में एक साइकिल सवार गिरा था
- 2017 में काजीपाड़ा नाले में मां के साथ जा रहा बच्चा गिर गया था


शहर में जलभराव के प्वॉइंट
जोन स्थायी अस्थायी कुल
छत्ता 07 04 11
हरीपर्वत 00 12 12
ताजगंज 08 08 16
लोहामंडी 04 03 07
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यहां होता है भीषण जलभराव
वीआईपी रोड, बिजलीघर, रोशन मोहल्ला, शिवाजी मार्केट, नाला काजीपाड़ा, महावीर नाला, गोकुलपुरा, सुंदरपाड़ा, नगला मोहन, केदार नगर, शंकरगढ़ की पुलिया, आजमपाड़ा, साकेत कॉलोनी, हसनपुरा, तोता का ताल, राजामंडी, कैलाशपुरी रोड, आवास विकास कॉलोनी, शास्त्रीपुरम, उखर्रा, इंद्रापुरम, शमसाबाद रोड, यमुना किनारा, बल्केश्वर, न्यू आगरा, दयालबाग, एमजी रोड, सूरसदन, सेंट जॉन्स, राजामंडी बाजार, एमजी रोड, टीपी नगर, लॉयर्स कॉलोनी, खंदारी, सूरसदन, राम नगर कॉलोनी चर्च रोड, बल्केश्वर, लंगड़े की चौकी, पीर कल्याणी, दयालबाग, न्यू आगरा, नगला पदी, सिकंदरा, कैलाशपुरी रोड, तोता का ताल, सेंट जॉन्स, गोकुलपुरा, अशोक नगर, आवास विकास, शास्त्रीपुरम, दहतोरा, मानस नगर, साकेत कॉलोनी, केदार नगर, शंकरगढ़ की पुलिया, आजमपाड़ा।
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1100 किमी करीब शहर में सीवर लाइन
2000 किमी सीवर लाइनों की जरूरत
400 प्वॉइंट्स पर पिछले वर्ष मानसून में नाले क्षतिग्रस्त मिले

शहर में जलभराव वाले 21 स्पॉट चिह्नित किए गए हैं। इनमें से 15 स्थानों पर पंप लगाई गई हैं। बारिश के दौरान यहां जलभराव रोकने को मॉनिटरिंग रहेगी।
सुरेंद्र प्रसाद यादव, अपर नगरायुक्त, नगर निगम


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बारिश में शहर में जगह-जगह जलभराव होता है। इससे निपटने के लिए नगर निगम को फूलप्रूफ प्लान बनाना चाहिए। इसके साथ ही अगर जलभराव होता है तो जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।
देव राजपूत
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सिर्फ सरकारी सिस्टम में सुधार से ही काम नहीं चलेगा। इसके साथ लोगों को भी अवेयर होना होगा। नाला-नालियों में पॉलिथिन फेंकने से बचना होगा। दूसरों को भी रोकना होगा।
निधि बेदी

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अगर बारिश काफी देर तक होती है और तेज होती है, तो जलभराव होता है। लेकिन पानी रुकना नहीं चाहिए। बिजलीघर समेत शहर के कुछ एरियाज हैं जहां पानी भर जाता है।
शिवम शाक्य

Posted By: Inextlive