पुलिस को नहीं चला पता, दवा माफिया ने कर दिया सरेंडर
आगरा (ब्यूरो)। पुलिस विजय गोयल को अब रिमांड पर लिए जाने की तैयारी की जा रही है। आठ जुलाई को पुलिस और एएनटीएफ ने बिचपुरी और सिकंदरा में नकली दवाओं की फैक्ट्रियों पर छापा मारा था। बिचपुरी की फैक्ट्री में प्रतिदिन ढाई लाख नशे की गोलियां बनाकर बाजार में खपाई जा रही थीं। सिकंदरा की फैक्ट्री में कोडिन युक्त सीरप बनाए जा रहे थे। बरामद माल एवं मशीनों का मूल्य करीब पांच करोड़ रुपए आंका गया। दोनों फैक्ट्रियां विजय गोयल चला रहा था। पुलिस ने सिकंदरा और जगदीशपुरा थाने में मुकदमा दर्ज किए गए थे।
चार राज्यों में थी तलाश
पुलिस ने सरगना विजय गोयल की पत्नी रेखा, साझीदार नरेंद्र शर्मा, सिकंदरा में फैक्ट्री के लिए किराए पर जगह देने वाले अजीत पाराशर के अलावा रोहित कुशवाह, दीवान ङ्क्षसह, मुकेश कुमार और सनी को जेल भेजा था। विजय गोयल की तलाश में कई टीमें लगी थीं। इधर, उसके लोग पुलिस की पल-पल की गतिविधि की जानकारी उसे दे रहे थे। सोमवार को पुलिस की घेराबंदी देख बदल दिया था इरादा सरगना विजय गोयल की सोमवार को समर्पण करने की तैयारी थी। पुलिस विजय की चार राज्यों में तलाश कर रही थी।
टीम ने दीवानी में डाला था डेरा
पुलिस ने गैंगस्टर आलोक यादव और उसके साथियों की घेराबंदी को दीवानी में डेरा डाला हुआ था। प्रवेश द्वारों पर पुलिस की सघन चेङ्क्षकग देख विजय गोयल घबरा गया था। सूत्रों के अनुसार सरगना को लगा कि उसके पुलिस को उसके समर्पण की भनक लग गई है। इससे वह घबरा गया, समर्पण करने इरादा बदल दिया। वह अवसर तलाश रहा था।
नकली दवाओं की फैक्ट्रियों पर छापे के बाद विजय गोयल ने अपने मोबाइल बंद कर लिए थे। सूत्रों के अनुसार वह शहर में ही एक परिचित कारोबारी के यहां छिपा रहा। एक सप्ताह शांत बैठा रहा। किसी से भी संपर्क नहीं किया। मामला ठंडा होने के बाद वह सक्रिय हुआ। सगे संबंधियों से बातचीत के लिए किसी एक नंबर का प्रयोग नहीं किया था। किसी को शक न हो, इसके लिए वह अलग-अलग नंबर से वाट््सएप काल करके बात करता था। पुलिस ने उसके और रिश्तेदारों के फोन सर्विलांस पर लगाए थे।
स्थानीय वकीलों से नहीं किया संपर्क
सूत्रों के अनुसार विजय गोयल ने समर्पण के लिए स्थानीय अधिवक्ताओं से संपर्क नहीं किया। उसे शक था कि पुलिस की नजर उन पर होगी। प्रयागराज में अपने परिचितों के माध्यम से वहां के अधिवक्ताओं से संपर्क किया। इसके बाद समर्पण की तैयारी की गई। शनिवार को नाटकीय अंदाज में कोर्ट पहुंचे विजय गोयल को जेल भेज दिया गया। पुलिस अब विजय गोयल को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है।