आगरा. भगवान टाकीज-खंदारी सर्विस रोड पर गुरुवार शाम को पार्किंग में खड़ी एंबुलेंस में आक्सीजन सिलेंडर फट गया. भीषण धमाके से एबुलेंस के परखच्चे उड़ गए. ड्राइवर की मौत हो गई. आसपास बनी बिल्डिंग्स के शीशे टूट गए. धमाके के बाद दहशत के चलते भगदड़ मच गई. बराबर में खड़़ी एंबुलेंस आग का गोला बन गई. मरने वाला चालक जलेसर एटा निवासी का रहने वाला बताया गया है.

खाना खाने के बाद अचानक धमाका
घटना शाम 5.30 बजे की है। हेरिटेज अस्पताल और शारदा ग्रुप ऑफ इंस्टीट््यूट के कार्यालय के बीच में खाली जमीन है। जिसे एंबुलेंस चालक पार्किंग के रूप में प्रयोग करते हैं। गांव रिसौली जलेसर एटा निवासी 24 वर्षीय अमित ङ्क्षसह पुत्र अमर ङ्क्षसह और धर्मवीर, सतीश और राजवीर मौजूद थे। तीनों ने अपनी एंबुलेंस पास में खड़ी कर रखी थीं। अमित के साथ खाना खाने के बाद धर्मवीर और सतीश अपनी एंबुलेंस लेकर वहां से चले गए। राजवीर पानी पीने चला गया। अमित अपनी एंबुलेंस में बैठे थे। इसी दौरान ऑक्सीजन सिलेंडर में धमाका हो गया। जिससे पूरी एंबुलेंस उड़ गई।

पास खड़ी एंबूलेंस में लगी आग
घटना के बाद बराबर में खड़ी दूसरी एंबुलेंस में आग लग गई। अस्पताल के कर्मचारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने घायल अमित को अस्पताल में भर्ती कराया। उन्हें बचाया नहीं जा सका। धमाके के चलते ऊपर से निकलते बिजली के तार टूट गए। सर्विस रोड और हाईवे पर कुछ देर के लिए यातायात रुक गया। पुलिस उपायुक्त विकास कुमार ने बताया कि हादसे में एंंबुलेंस चालक अमित पुत्र अमर ङ्क्षसह की मौत हो गई। एंबुलेंस के मालिक केवी सिकरवार निवासी दयालबाग हैं।


ऐसा लगा भूकंप आ गया है, छत गिर गई
शारदा ग्रुप आफ इंस्टीट््यूट के बाहर केबिन में चौकीदार दिल बहादुर बैठे थे। कर्मचारी नवीन कुमार बेसमेंट स्थित कार्यालय में थे। दोनों का कहना था कि ऐसा लगा कि भूकंप आ गया है। भवन की छत गिर गई है। वह दौड़कर बाहर आए तो देखा एंबुलेंस के परखच्चे उड़ गए थे। उसमें आग लगी थी। बिजली के तार टूटे पड़े थे। भवन के दूसरे तल तक शीशे टूट गए थे। इससे आसपास के लोग भी दहशत में आ गए। वे बचने के लिए इधर-उधर भागने लगे।

800 मीटर दूर जाकर गिरे वैन के टुकड़े
धमाका इतना भीषण था कि वैन के टुकड़े 800 मीटर दूर जाकर गिरे। हाईवे पार करके कई टुकड़े कौशलपुर की ओर कुछ घरों की छत पर गिरे। हेरिटेज अस्पताल से एसआरके माल के पीछे स्थित बैंक कॉलोनी लगभग 300 मीटर दूर है। कॅालोनी में वीरेंद्र कुमार की ईको वैन खड़ी थी। एंबुलेंस का एक टुकड़ा उस पर गिरा, उसकी छत क्षतिग्रस्त हो गई।


हादसे के बाद तेज आवाज से लग रहा था कि भूकंप आया है। रोड पर दौड़ रहे वाहन थम गए, आसपास खड़े लोग भी इधर उधर भागने लगे। कुछ देर बाद समझ में आया कि एंबुलेंस में सिलेंडर फटा है।
बाबू शुक्ला, प्रत्यक्षदर्शी


हादसे से कुछ देर पहले अमित ने 2 एंबुलेंस चालक के साथ खाना खाया था, इसके बाद दो अन्य चालक वहां से चले गए, इसके तुरंत बाद हादसा हो गया, इसमेें और जानें जा सकती थीं।
नवीन कुमार, प्रत्यक्षदर्शी

Posted By: Inextlive