6 महीने में एक करोड़ खर्च, फिर भी नहीं मिल रहा इलाज
60 सेंटर पर न नर्स न फार्मासिस्ट की तैनाती
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोलने के लिए पिछले वर्ष नवंबर में 60 मकान किराए पर लिए गए। कमला नगर, दयालबाग की पाश कॉलोनी से लेकर यमुना पार, सेवला जाट सहित बस्तियों में सेंटर खोले गए। इन सेंटर में एक डाक्टर, एक नर्स और एक फार्मासिस्ट की तैनाती होनी है। स्वास्थ्य विभाग 24 सेंटर में ही डाक्टरों की तैनाती कर सका है। नर्स और फार्मासिस्ट की नियुक्ति शासन स्तर से होनी है। 60 सेंटर के लिए अभी तक एक भी नर्स और फार्मासिस्ट की तैनाती नहीं हुई है। ऐसे में 24 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में मरीजों को डाक्टर परामर्श दे रहे हैं।
न डॉक्टर, न बोर्ड लटका ताला
जिन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर डाक्टरों की तैनाती नहीं हुई है वहां बोर्ड तक नहीं लगे हैं। किराए पर लिए गए मकानों पर ताला लटका हुआ है। सेवला जाट स्थित सेंटर पर ताला लगा हुआ था। बोर्ड भी नहीं लगा था। इसी तरह से आवास विकास कॉलोनी, यमुना पार, मधु नगर रोड पर खुले सेंटर में डाक्टर की तैनाती न होने से ताला लगा हुआ है। कुछ सेंटर पर बोर्ड लगे हैं, लेकिन बंद रहते हैं।
सेंटरों पर मरीजों की संख्या भी कम
बुधवार को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर नवलगंज में डॉ। सूरज चौहान मरीजों को परामर्श देते मिले। मरीजों की संख्या बहुत कम है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के बारे में लोगों को जानकारी नहीं है। ईदगाह स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में डॉ। ममता शुक्ला मरीजों को परामर्श देती मिलीं।
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के लिए 50 हजार रुपए तक के किराए पर मकान लिए गए हैं। 60 मकानों का हर महीने 22 लाख रुपए किराया दिया जा रहा है। छह महीने में एक करोड़ से अधिक का किराया दिया जा चुका है, लेकिन मरीजों को लाभ नहीं मिला है। 60 डाक्टरों के पदों के लिए आए 26 आवेदन, अब दोबारा साक्षात्कार
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा संविदा पर डाक्टरों (न्यूनतम अर्हता एमबीबीएस) की तैनाती के लिए आवेदन मांगे गए थे। 55 हजार रुपए हर महीने भुगतान किया जाना था। 26 आवेदन आए थे, इसमें से 24 डाक्टरों ने ही ज्वाइन किया है। 36 सेंटरों के लिए अब दोबारा आवेदन निकाले जाएंगे।
60 में से 24 सेंटर पर ही डाक्टरों की तैनाती है। डाक्टरों के रिक्त पद पर नियुक्ति के लिए जल्द आवेदन प्रक्रिया की जाएगी। नर्स और फार्मासिस्ट शासन से नियुक्त होने हैं, इनकी नियुक्ति होते ही सेंटरों में मरीजों को इलाज मिलने लगेगा।
डॉ। अरुण श्रीवास्तव, सीएमओ