आगरा. मैं पहले आता था तो विभाग की पता करने के लिए ही भटकता रहता था लेकिन हाल ही में इंक्वायरी केबिन बना दिया गया है. किसी भी विभाग के बारे में आसानी से पता लग जाता है. सीढ़ी चढऩे के दौरान टॉयलेट के पास से गुजरने से बदबू आती है इसे दूर किया जाना चाहिए. ये कहना था सोमवार को नगर निगम आए रघुनाथ का.

व्हील चेयर की नहीं जानकारी
निगम किसी कार्य से पहुंचे दिव्यांग सुशील से जब परिसर में व्हील चेयर की सुविधा के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि यहां व्हील चेयर अवेलेबल है। न ही कोई साइनेज लगा है। लिफ्ट के बारे में जानकारी थी। फस्र्ट फ्लोर पर किसी कार्य से जाना था तो लिफ्ट से काफी राहत मिली।


बैठने के लिए नहीं सुविधा
सेकेंड फ्लोर पर कॉरिडोर में बैठे हरिकेश ने बताया कि वह किसी काम से यहां आए हैं। अभी केबिन में अधिकारी नहीं हैं। कुछ देर इंतजार करने के लिए कहा है। कोई बैठने की जगह नहीं दिखी। ऐसे में फर्श पर ही बैठ गए।


ये है स्थिति

पानी
निगम परिसर में पीने के पानी की कई जगह व्यवस्था है। तीन मंजिला भवन में कई जगह पानी के प्वॉइंट दिए गए हैं। यहां ठंडा पानी भी पीने को अवेलेबल हो जाता है।


शौचालय
निगम में सभी फ्लोर पर टॉयलेट हैं। पार्किंग एरिया के पास भी टॉयलेट बना हुआ है। लेकिन रोज पहुंचने वाले लेागों की संख्या अधिक होने के चलते यहां दिन में भी टॉयलेट की सफाई की आवश्यकता है।

पार्किंग
निगम परिसर में गेट में एंट्री करते ही पार्किंग है। यहां वाहन खड़ा करने के लिए सुविधा शुल्क लिया जाता है। स्टाफ को छोड़कर सभी को यहां वाहन खड़ा करना होता है।

वेटिंग एरिया
यहां नगर आयुक्त कार्यालय के बाहर विजिटर्स के लिए वेटिंग एरिया बनाया हुआ है। ग्राउंड फ्लोर पर फरियादियों के बैठने की कुछ सुविधा है। अधिकतर लोगों को फर्श पर बैठने को मजबूर होना पड़ता है।


दिव्यांगों के लिए सुविधा
दिव्यांगों के लिए परिसर में रैंप की सुविधा है। लिफ्ट भी लगी हुई हैं। व्हील चेयर भी हैं। लेकिन जानकारी का अभाव होने के चलते व्हील चेयर का इस्तेमाल नहीं हो पाता है।


अधिकारियों का व्यवहार
हाउस टैक्स की पता करने पर राम ने बताया कि नीचे काउंटर बंद था। लेकिन जब वह विभाग में पहुंचे तो उन्हें जानकारी दे दी गई। इसमें कोई परेशानी नहीं हुई।


हेल्प डेस्क
निगम में हाल ही में हेल्प डेस्क की स्थापना करा दी गई है। इस इंक्वायरी केबिन पर विभाग के साथ अपने कार्य को लेकर भी जानकारी ली जा सकती है।

साफ-सफाई
शहर की सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालने वाले विभाग में साफ-सफाई दुरुस्त दिखी। हालांकि सीढ़ी की दीवारों पर पीक के निशान जरूर दिखे।


सोशल मीडिया कमेंट

- नगर निगम में सबसे अधिक परेशानी विभागों को तलाशने में होती है। इसको लेकर पहले से ही एक साइनेज बोर्ड लगा देना चाहिए.
नीलम
- निगम की व्यवस्थाओं में सुधार आया है। हालांकि अभी और सुधार की आवश्यकता है.
हिमांशु

नगर निगम में सबसे अधिक परेशानी विभागों को खोजने में होती है। इंक्वायरी गेट पर बनानी चाहिए, जिससे लोगों को सुविधा हो सके.
दिनेश कुमार

निगम में शिकायत सुनवाई को लेकर पारदर्शिता होनी चाहिए। ऐसा सिस्टम बनना चाहिए कि ऑनलाइन शिकायत के बाद उसकी ट्रेकिंग भी हो सके.
दिनेश गुप्ता

निगम में सुवधाएं तो हैं, लेकिन उनकी जानकारी के लिए प्रॉपर साइनेज नहीं है। इसकी ओर ध्यान देने की जरूरत है.
सनी

निगम परिसर में इंक्वायरी केबिन की स्थापना करा दी गई है। साथ ही निगम परिसर में आने वाले फरियादियों को किसी तरह की परेशानी न हो इसका भी ध्यान रखा जाता है। निकाय चुनाव प्रक्रिया के दौरान भी ऐसी व्यवस्था की जाएगी, जिससे निगम आने वाले लोगों को परेशानी न हो.
अंकित खंडेलवाल, नगरायुक्त

Posted By: Inextlive