बुखार एसिडिटी एंटीबायोटिक सहित जो 53 दवाएं गुणवत्ता में फेल हो गई उनमें से तमाम दवाएं मरीज खा चुके हैं. सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल आर्गेनाइजेशन सीडीएससीओ द्वारा बैच नंबर सहित जारी की गईं दवाओं की बिक्री एक से डेढ़ वर्ष पूर्व हो गई है.

आगरा: (ब्यूरो) बुखार, एसिडिटी, एंटीबायोटिक सहित जो 53 दवाएं गुणवत्ता में फेल हो गई, उनमें से तमाम दवाएं मरीज खा चुके हैं। सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल आर्गेनाइजेशन (सीडीएससीओ) द्वारा बैच नंबर सहित जारी की गईं दवाओं की बिक्री एक से डेढ़ वर्ष पूर्व हो गई है। औषधि विभाग के साथ ही थोक दवा कारोबारियों ने दवाओं के नाम और बैच नंबर के साथ सूची जारी कर दवाओं की बिक्री न कराने और कंपनी को वापस करने के लिए पत्र जारी किया है।

वर्ष 2023 में बनीं थीं
आगरा फार्मा एसोसिएशन के उपाध्यक्ष पुनीत कालरा ने बताया कि 53 दवाओं में एसिडिटी की दवा पैन डी, एंटीबायोटिक क्लैबम 625, कैल्शियम की टैबलेट सेलकाल, एंटी एलर्जिक दवा मांटेयर एलसी किट की सबसे ज्यादा बिक्री होती है। जिस बैच नंबर की दवाएं गुणवत्ता की जांच में फेल हुई हैं, वे 2023 की निर्मित हैं। इन दवाओं की बिक्री बहुत अधिक है इसलिए अधिकांश दवाओं की बिक्री हो चुकी है। थोक दवा कारोबारियों पर स्टाक नहीं है। इसके बाद भी सभी थोक दवा कारोबारियों को संबंधित बैच की दवा की बिक्री न करने का आदेश जारी कर दिया गया है। रिटेल आगरा केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ। आशीष ब्रह्मभट्ट ने बताया कि सभी रिटेलरों को संबंधित दवा की बिक्री न करने, होलसेलर को दवा वापस करने के लिए कहा गया है। सहायक औषधि आयुक्त अतुल उपाध्याय ने बताया कि बैच नंबर सहित दवाओं की बिक्री न करने के लिए दवा कारोबारियों से कहा गया है, थोक और मेडिकल स्टोर पर जांच भी की जाएगी।
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मरीज नहीं होते ठीक, असरहीन हो रहीं दवा
एसएन के माइक्रोबायोलाजी विभाग के अध्यक्ष डॉ। अंकुर गोयल ने बताया कि खराब गुणवत्ता की दवा के सेवन से मरीज ठीक नहीं होते हैं। ऐसे में डाक्टर को कई तरह की एंटीबायोटिक सहित अन्य दवा देनी पड़ती हैं, इससे एंटीबायोटिक रिजस्टेंट बढ़ रहा है। साथ ही मरीज का खर्चा भी बढ़ रहा है।


बैच नंबर सहित दवाओं की बिक्री न करने के लिए दवा कारोबारियों से कहा गया है, थोक और मेडिकल स्टोर पर जांच भी की जाएगी।
अतुल उपाध्याय, सहायक औषधि आयुक्त


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शहर का दवा कारोबार पहले से बदनाम

ताजनगरी की पहचान नकली और अवैध दवाओं के कारोबार के लिए भी बनती जा रही है। कई बार यहां से नकली दवाएं जब्त की जा चुकी हैं। नारकोटिक्स और अन्य प्रदेशों की टीम ने भी कार्रवाई की है। वर्ष 2021 में राजौरा बंधुओं द्वारा एक्सपायर्ड दवाओं को रीपैकिंग करके बेचने का मामला सामने आया था। आवास विकास कॉलोनी निवासी प्रदीप राजौरा और धीरज राजौरा एक्सपायर और नकली दवाओं को आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, एटा, मैनपुरी, हाथरस, कासगंज और अलीगढ़ में सप्लाई करते थे। उनकी हर जिले में 50-50 लाख रुपए की दवाओं की घपत थी। कमाल की बात तो यह थी राजौरा बंधु नकली दवाओं के जो रैपर तैयार कराते थे, उन पर साल्ट के नाम अपनी मर्जी से कुछ भी लिखवा लेते थे। औषधि विभाग ने नकली दवाओं की सूची तैयार की तो इसका पता लगाया था। इनमें आठ नकली दवाएं ऐसी थीं जिनके तत्व (सॉल्ट) की औषधि निरीक्षकों को भी जानकारी नहीं थी। राजौरा बंधुओं के यहां से मस्तिष्क रोग, पेट रोग, स्त्री रोग, मानसिक रोग, एंटीबॉडीज और दर्द निवारक दवाएं जब्त की गई थीं। राजौरा बंधु मोनोपॉली कंपनियों के यहां से एक्सपायर हो चुकी दवाओं की खरीद कर इनको दोबारा पैक कर बाजार में सप्लाई करते थे। उन्होंने अपने यहां पर दवा पैक करने की मशीन भी लग रखी थी।

कुरियर सप्लाई का भी पकड़ा कारोबार
विक्की अरोड़ा गैंग नशीली और नकली दवाओं के अवैध कारोबार के लिए कुरियर एजेंसी की मदद लेता था। कुरियर एजेंसी सामान का बिल काटकर उसकी जगह दवाएं रखकर पहले उसे आगरा से कोलकाता में फर्जी पते पर भेजती थीं। उसके बाद कोलकाता के फर्जी पते से दवाएं पंजाब और हरियाणा में सप्लाई की जाती थीं।


सरकारी दवाओं को भी नहीं छोड़ा
आगरा के गुलाब खान, काला महल निवासी अनिल करीरा देश भर से सरकारी अस्पतालों में सप्लाई होने वाली दवाएं, सैंपल की दवाएं का अवैध ढंग से जयपुरिया गैंग के लिए इंतजाम करता था। उन दवाओं की मुहर और लेवल को हटाकर उन पर मनमाना दाम लिखकर ग्रामीण इलाकों में बेच दिया जाता था।

आगरा में अवैध दवा कारोबार पर हुईं कार्रवाई
- 26 जुलाई, 2020 को पंजाब की बरनाला पुलिस ने 11 राज्यों में नशा तस्करी करने वाले आगरा गैंग का भंडाफोड़ किया.
- 29 जुलाई, 2020 को पंजाब पुलिस ने आगरा गैंग से जुड़े नशे की दवाओं की तस्करी के मास्टरमाइंड हरीश भाटिया को पश्चिमी बंगाल से गिरफ्तार किया। आगरा में विक्की अरोड़ा के अवैध गोदाम से 12 करोड़ रुपए की दवाएं बरामद
- 16 अगस्त, 2020 को एसटीएफ ने आगरा से सिकंदरा इलाके से 70 लाख रुपए की कीमत के फेन्सीड्रिल कफ सिरप को अवैध ढंग से सिलिगुड़ी ले जा रहे ट्रक को आजमगढ़ में पकड़ा.
- 10 दिसंबर, 2020 को औषधि प्रशासन विभाग ने आगरा में गोगिया मार्केट फव्वारा में दो दवा की बड़ी दुकानों पर छापा मारकर करीब 35 करोड़ रुपए की गर्भपात किटों के अवैध धंधे का खुलासा किया.
- 15 दिसंबर, 2020 को पंजाब की अमृतसर पुलिस ने थाना कत्थूनंगल क्षेत्र से तीन नशा तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 40 लाख रुपए की कीमत वाली तीन लाख 46 हजार नशीली गोलियां बरामद की थीं। उन्हें आगरा गैंग बना रहा था
- 19 दिसंबर, 2020 को दिल्ली के नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और आगरा ड्रग विभाग ने आगरा के बल्केश्वर में इंटरस्टेट ड्रग तस्कर पंकज गुप्ता के गोदाम में छापा मारकर पांच करोड़ रुपए की नशे की दवाइयां और गर्भपात किट बरामद किया.
- 21 जनवरी, 2021 को न्यू आगरा के एसएस डिग्री कॉलेज में दवाओं का अवैध गोदाम पकड़ा गया। वहां गल्र्स रूम के बाथरूम से करीब 10 लाख रुपए से अधिक की दवाएं पाई गईं थीं.
- 14 फरवरी, 2021 को नौ राज्यों में दवा की तस्करी करने वाले पंकज गुप्ता को खंदारी इलाके से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.

Posted By: Inextlive