थानों में नहीं सुनवाई, साहब ने रिपोर्ट कराई
आगरा(ब्यूरो)। वहीं थाना शाहगंज में महिला को अपहरण कर दुष्कर्म करने का आरोप सामने आया है। तो कहीं ई-रिक्शा की मांग पर पत्नी को घर से निकाल दिया गया। पीडि़त महिलाओं की कंप्लेन पर इस मामले की जांच की जा रही है।
केस1
पति बनाता था बेडरूम के वीडियो
थाना सदर क्षेत्र की रहने वाली महिला की शादी साल 2021 में कन्नौज जिले के जाफराबाद के जरारा गांव निवासी अमन प्रताप पुत्र अवनींद्र के साथ हुई थी। आरोप है कि शादी के बाद ही विवाहिता को दहेज के लिए प्रताडि़त करना शुरू कर दिया। पीडि़ता ने बताया की पति कंप्यूटर का काम करता है। आए दिन दहेज की मांग करता है। यहां तक की वह प्राइवेट लम्हों को भी मोबाइल में कैद कर दोस्तों को दिखाता था। बाद इन वीडियो का क्या जानकारी नहीं है। आरोप है कि सास ने भी भूखा रखना शुरू कर दिया। एक दिन बर्तन साफ करते समय सास ने खुद अपना मोबाइल पानी में गिरा दिया। आरोप पीडि़ता पर लगाकर बुरी तरह पीटते हुए प्राइवेट पार्ट पर लात मार दी। इस कारण पीडि़ता के प्राइवेट पार्ट में पस पड़ गया।
केस2
पहले अपहरण कर रेप , फिर जबरन निकाह
थाना शाहगंज के आजमपाड़ा क्षेत्र निवासी महिला का आरोप है की दस माह पूर्व फतेहपुरसीकरी क्षेत्र निवासी आसिफ उसे जबरन उठा कर ले गया था। आसिफ ने पहले उसे घर में बंधक बनाकर दुष्कर्म किया और फिर जबरन निकाह पढ़वा लिया। इसके बाद लगातार दुष्कर्म करता रहा और जब वो गर्भवती हुई तो सास-ससुर और नंद ने उसके साथ मारपीट की और सास ने पेट में लात मार दी। सास का कहना है कि तेरी शादी बिना कुछ लिए हुई है, तू दहेज में पांच लाख रुपए और सामान लेकर आ वरना बच्चे को मार देंगे। इस संबंध में पीडि़ता ने पुलिस से शिकायत की तो उसकी सुनवाई नहीं की गई, पीडि़ता ने महिला आयोग और मुख्यमंत्री शिकायत पोर्टल पर शिकायत की, इसके बाद पुलिस कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह के आदेश पर पुलिस ने पति, सास-ससुर, नंद और पड़ोसन व उसके पति के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
केस.3
कार की डिमांड पर निकाला
पीडि़ता का आरोप है कि गर्भवती अवस्था में पति ने मारपीट कर घर से निकाल दिया, महिला का आरोप है कि पिछले साल दिसबंर में उसका विवाह रवि के साथ हुआ था। जहां शादी के कुछ दिन तक सब ठीक रहा इसके बाद पति ने मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया। इस मामले की शिकायत फतेहपुर सीकरी, शाहगंज और महिला थाना में की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं की गई। इसके बाद जब उसने महिला आयोग, मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत के बाद अधिकारियों को रजिस्टर्ड डाक से शिकायत की तो महिला थाना पुलिस ने उसे बुलाया और पूछताछ के बाद न काउंसलिंग कराई। पुलिस कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह से मुलाकात कर गुहार लगाई गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कमिश्नर ने तत्काल मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। महिला थाना पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज किया गया।
डॉ। प्रीतिंदर सिंह, पुलिस कमिश्नर