तीन या इससे ज्यादा सवारी दुपहिया वाहन पर बैठाकर की जा रही लापरवाही और जल्दबाजी लोगों की जान पर भारी पड़ रही है. दो दिन में हुए चार हादसों में दो बच्चों समेत चार लोगों की मौत हो चुकी हैं. अधिकांश हादसों में बाइक सवारों द्वारा हेलमेट नहीं पहनना ही मौत का कारण सामने आया है. वहीं तिराहे और चौराहे पर बेतरतीब दौड़ रहे वाहन दूसरे वाहन चालकों की जान सेे खिलवाड़ कर रहे हैं.


आगरा। हादसों से लोग सबक नहीं ले रहे हैं और न ही पुलिस नियमों का पालन कराने को लेकर गंभीरता दिखा रही है। जिले में 80 प्रतिशत सड़क हादसे दुपहिया वाहन चालकों के हो रहे हैं। पिछले चार दिन में तीन दुर्घटनाएं दुपहिया वाहन चालकों की हुई हैं। जिले की सड़कों पर रोजाना ही हादसे हो रहे हैं और लगभग हर रोज ही मौत हो रही है। हर माह मौतों का औसत आंकड़ा 23 से 28 तक है।


लापरवाही से चार दिन में चार लोगों की मौत
रविवार रात देवरी रोड पर हादसा लापरवाही की वजह से हुआ। इस लापरवाही में एक बाइक सवार युवक की मौत हो गई। वहीं खंदौली स्थित टेढ़ी बगिया रोड पर साइकिल बाइक सवार किशोर का ट्रैक्टर चालक ने टक्कर मारी दी, इससे उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई।

जानलेवा बन रही लापरवाही
वहीं रामबाग चौराहे से पहले ऑटो में सवार दंपति घायल हो गए, बताया गया है कि इस हादसे की सबसे बड़ी वजह टाटा मैजिक का गलत दिशा में दौडऩा रहा। यातायात के नियमों को ताक पर रख दिया गया, यह लापरवाही जानलेवा बन गई। जबकि दूसरी सबसे बड़ी वजह एक ही बाइक पर चार सवारी बैठी हुईं थीं। इनमें आठ साल की मासूम बच्ची भी शामिल थी।

भाई-बहन की दुर्घटना में मौत
बिजली घर चौराहे पर छह साल के बच्चे और पांच साल की मासूम बहन की मौत हो गई। चौराहे पर रोडवेज बस चालक की लापरवाही से हादसा बताया गया है। दोनों बच्चे कबाड़ का कार्य करते थे, सामने से आ रही रोडवेज बस चालक का संतुलन बिगड़ गया और बच्चों को चपेट में ले लिया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।


दुर्घटना में सामने आई लापरवाही
चुकानी पड़ रही लापरवाही की कीमत, तिराहे और चौराहों पर मानकों को ताक पर रख दौड़ रहे बाइक सवारों की लापरवाही की कीमत ऐसे वाहन चालकों को चुकानी पड़ रही है, जो नियमों का पालन करते है, जर्जर सड़कें भी इसका कारण है।


ट्रैफिक रूल्स की अनदेखी
सड़क सुरक्षा के लिए ट्रैफिक रूल्स का पालन करना जरुरी है। ऐसा किए बिना हम सुरक्षित यात्रा नहीं कर सकते हैं। हाइवे से लेकर शहर की सड़कों पर मानकों को ताक पर रख वाहन दौड़ रहे हैं, जो दुर्घटना का कारण बन रहे हैं।


सड़कों पर ट्रैफिक पुलिस को तैनात किया गया है, नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के चालान कर जुर्माना वसूल किया जाता है।
- अरुण चंद, एसपी ट्रैफिक

दुर्घटनाओं पर एक नजर
-साल 2021 में रोड दुर्घटनाएं
465
-दुर्घटना में मरने वालों की संख्या
396
-साल 2022 में जुलाई तक दुर्घटनाएं
315
-दुर्घटनाओं मेें मरने वालों की संख्या
386

Posted By: Inextlive