आगरा. नगर निकाय चुनाव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने हर संभव प्रयास शुरू कर दिए हैं. संवेदनशील केंद्रो पर फ्लैग मार्च बूथों का निरीक्षण शुरू कर दिया है. वहीं सोशल मीडिया पर भी पुलिस के अधिकारी एक्टिव हो चुके हैं. पुलिस ऐसे व्हाट्सएप ग्रुप को चिन्हित कर रही है जो आपत्तिजनक पोस्ट डालकर माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं ऐसे उपद्रवियों पर अब पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है.

मतदाताओं को साधने के लिए बनाए ग्रुप
क्षेत्र से पार्षद चुनाव के लिए खड़े प्रत्याशियों ने जनसंपर्क कर वोट मांगना शुरू कर दिया है, वहीं डोर-टू-डोर लोगों से मिलकर वोट करने की अपील की जा रही है। चुनाव जीतने के लिए संभावित उम्मीदवार व्हाट्सएप ग्रुप से मतदाताओं को साधने की तैैयारी में लगे है। इसलिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं। पुलिस ने भी इन व्हाट्सएप ग्रुप को चिह्नित करना शुरू कर दिया है। इस तरह के लोगों पर खास नजर रखी जा रही है, जो धर्म या वोट को लेकर आपत्तिजनक पोस्ट कर रहे हैं।

मैसेज पढ़ते ही पुलिस कसेगी शिकंजा
धार्मिक, जातिगत, राजनीतिक, व अन्य पर आपत्तिजनक पोस्ट डालकर लोगों को लड़ाने की कोशिश करने वालों पर पुलिस ने निगरानी रखना शुरू कर दिया है। सोशल मीडिया व्हाट्सएप व फेसबुक पर भड़काऊ मैसेज भेजकर माहौल बिगाडऩे वाले व्हाट्सएप ग्रुप पर पोस्ट करते हैं तो, ऐसे लोगों पर पुलिस समय रहते कार्रवाई करेगी। एडिशनल सीपी केशव चौधरी ने बताया कि इस तरह के मैसेज पढ़ते ही पुलिस एक्टिव हो जाएगी। सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वालों पर शिकंजा कसना शुरू किया जाएगा। जरुरत पढऩे पर मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा।


तब एक-दूसरे पर करते हैं कमेंट
पुलिस की मानें तो कई लोग जानबूझकर इस तरह के मैसेज व्हाट्सएप व फेसबुक पर शेयर करते हैं। खासकर ऐसे गु्रप या पेज पर जिसमें दूसरे धर्म या जाति के लोग जुड़े हुए होते हैं। दूसरे धर्म से जुड़ी आपत्तिजनक पोस्ट पड़ते ही समुदाय विशेष के लोगों में गुस्सा आ जाता है। जब लोग विरोध करते हैं, तो एक-दूसरे पर कमेंट करते हैं और फिर गुस्सा सोशल साइट्स से निकलकर मैदान में आ जाता है। लोग हंगामा करते हैं और फिर मारपीट और तोडफ़ोड़ करते हैं। धीरे-धीरे यह बड़े विवाद में बदल जाता है और कई बार लोगों की जान भी चली जाती है।

अनजाने में भी कर देते हैं गलती
कई लोग अनजाने में भी धार्मिक पोस्ट को शेयर करने की बड़ी गलती कर देते हैं। उन्हें आपत्तिजनक पोस्ट देखकर खुश हो जाते हैं, लेकिन यह नहीं सोचते कि पोस्ट आगे शेयर होने से लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचेगी और विवाद शुरू हो जाएगा। इसी सप्ताह सिकंदरा थाना क्षेत्र के रुनकता में समुदाय विशेष के युवक ने मोबाइल से आपत्तिजनक पोस्ट शेयर की थी, जिससे विवाद हो गया था। दोनों ओर से पथराव शुरू हो गए, पुलिस ने समय रहते मामले को कंट्रोल कर लिया। इस तरह के कई मामले सार्वजनिक हो चुके हैं। पुलिस गिरफ्त में आने के बाद पोस्ट शेयर करने पर विवाद का मामला सामने आता है।


निकाय चुनाव को लेकर बढ़ी टेंशन
ताजनगरी हमेशा ही धर्म को लेकर सेंसिटिव रही है। पिछले दिनों से लगातार धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली पोस्ट शेयर की जा रही हैं। आने वाले दिनों में शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव कराने के लिए सबसे ज्यादा सेंसिविट होती है। जिससे पुलिस की टेंशन बढ़ गई है। इसको लेकर कमेटियों की थाना स्तर मीटिंग भी शुरू कर दी है। पुलिस टीम ने धर्म गुरुओं के साथ मीटिंग कर शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है।


पोस्ट न डालने की अपील
एडिशनल कमिश्नर ऑफ पुलिस केशव चौधरी ने रविवार को थाना शमसाबाद क्षेत्र में पैदल मार्च किया। वहीं पब्लिक से अपील की, कि वे फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सएप पर कोई भी आपत्तिजनक पोस्ट अपलोड व शेयर न करें। ऐसा करने पर जेल भी जाना पड़ सकता है। इस मामले में ग्रुप एडमिन के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती हैं।

Posted By: Inextlive