आगरा ब्यूरो नगर निगम कूड़ा उठाने वाली गाडिय़ों में ग्लोबल पोजिशङ्क्षनग सिस्टम जीपीएस से नजर रखेगा. जिससे डीजल चोरी करने के लिए कूड़ा उठाने वाली गाडिय़ों में खेल न किया जा सके इससे नगर निगम को सालाना एक करोड़ रुपए की डीजल की बचत होगी.


शहर में निकलता है 700 से 800 मीट्रिक टन कूड़ा शहर से 700 से 800 मीट्रिक टन कूड़ा प्रतिदिन निकलता है। गाडिय़ों से कूड़ा कुबेरपुर स्थित खत्ताघर तक पहुंचाया जाता है। पिछले दिनों संचारी रोग नियंत्रण के लिए नगर निगम में हुई बैठक में पार्षदों ने कूड़ा उठाने वाली गाडिय़ों की संख्या में हेराफेरी कर डीजल चोरी करने के आरोप लगाए थे। इसके बाद से सख्ती कर दी गई है। हर महीने नगर निगम करीब दो करोड़ रुपए का डीजल कूड़ा उठाने वाली गाडिय़ों पर खर्च कर रहा है, इस तरह सालाना 22 करोड़
रुपए डीजल पर खर्च किए जा रहे हैं। सख्ती के बाद आठ हजार रुपए महीने की डीजल की खपत कम हो गई है। इसमें और सख्ती करते हुए कूड़ा उठाने वाली गाडिय़ों में जीपीएस लगवाए जा रहे हैं, गाडिय़ों में पहले भी जीपीएस लगे थे लेकिन वे खराब हो गए। अपर नगर आयुक्त सुरेंद्र प्रसाद यादव ने बताया कि 80 गाडिय़ों में जीपीएस लगाए जाएंगे। करीब एक करोड़ के डीजल की सालाना बचत होगी।

Posted By: Inextlive