...मेरे सामने जल गई मां, कुछ नहीं कर सकी मैं, घर में महिला जिंदा जली, अंदर से बंद थे दरवाजे
आगरा(ब्यूरो)। सिकंदरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत गोविंदपुरी इलाके में कृष्ण दत्त गौतम अपनी पत्नी राजरानी (60) के साथ रहते हैं। वे मूल रूप से सादाबाद स्थित लाल गढ़ी के रहने वाले हैं। बेटी अनुपमा की शादी हो चुकी है, जो अपने पति के साथ कमला नगर में रहती है। वहीं बेटा पुनीत गौतम लंदन में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, दूसरा बेटा सचिन गौतम कस्टम में अधिकारी है, जो वर्तमान में दिल्ली में तैनात हैं। सुबह करीब 9 बजे कृष्णा दत्त गौतम रोजाना की तरह खेती के कार्य से घर चले गए। इस दौरान उनकी पत्नी राजरानी घर में अकेली थीं।
अनहोनी पर दी बेटी को खबर
शाम करीब 5 बजे गृह कार्य के लिए पहुंची महिला ने अंदर से दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया, जब दरवाजा नहीं खुला तो काम वाली बाई ने पड़ोसियों को घटना की जानकारी दी, उन्होंने कमला नगर में रहने वाली
बेटी अनुपमा को स्थानीय लोगों ने कॉल किया, अनहोनी की आशंका पर बेटी अनुपमा अपनी मां के घर पहुंच गई। अंदर से दरवाजा बंद देख उन्होंने पिता कृष्ण दत्त गौतम को कॉल किया, वहीं आसपास के लोगों की मदद से ताला तुड़वाने का प्रयास किया, जब सफलता नहीं मिली तो खिड़की के बाहर के शीशे तोड़ दिए गए।
बोली बेटी इस कमरे में रहती हैं मम्मी
कमरे के बाहर के शीशे तोडऩे पर धुंआ बाहर आने लगा, इस पर बेटी अनुपमा ने बताया कि इस वाले कमरे में तो उनकी मां रहती है। जब अनुपमा ने खिड़की से झांक कर कमरे का नजारा देखा तो उनकी चींख निकल गई। कमरे से बाहर आग की लपटें आ रहीं थी। घटना को देख आसपास के लोगों ने भी आग बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया। लेकिन इस बीच दरवाजा नहीं खुलने पर राजरानी बुरी तरह से जल गई, उनकी मौत हो गई।
मृतक महिला राजरानी की बेटी ने अनुपमा ने इस बीच अपनी मां को बचाने का काफी प्रयास किया, उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम 112 पर कॉल किया, लेकिन काफी प्रयास के बाद भी कॉल पिक नहीं हुआ। वहीं स्थानीय लोगों ने फायर ब्रिगेड को कॉल किया, अनुपमा का कहना है कि आग पर स्थानीय लोगों ने पूरी तरह काबू पा लिया था, इसके बाद ही दमकल कर्मी मौके पर पहुंची थी।
कमरे के एक हिस्से में लगी थी आग
गोविंदपुरी में रहने वाले कृष्ण दत्त गौतम ने बताया कि राजरानी काफी समय से अस्थमा से पीडि़त थीं, इस कारण वो अक्सर बीमार रहती थीं। जब बेटी का कॉल आया तो उन्होंने बताया कि दवा खाकर लेटी हो सकती हैं। जब वे घर पहुंचे तो आग से राजरानी की मौत हो चुकी थी। कमरे के एक हिस्से में सबसे अधिक आग लगी थी, जबकि तीन सामान्य रूप से जले थे।
कृष्णा दत्त गौतम ने बताया कि घर के दरवाजे अंदर से बंद थे, आग कैसे लगी ये पता नहीं है। शॉटसर्किट से आग की आशंका हो सकती है। उन्होंने बताया कि पत्नी काफी समय से बीमारी के कारण डिप्रेशन में चल रही थी। उनका इलाज भी चल रहा था।
गोविंदपुरी स्थित एक मकान में आग लगने से महिला की मौत हुई है। घटना के समय वे घर में अकेली थीं। प्रथम दृष्टया शॉर्ट सर्किट से आग लगना प्रतीत हो रहा है। इसकी जांच की जा रही है।
मयंक तिवारी, एसीपी