तय समय से 6 माह पहले शुरू होगा मेट्रो का संचालन
आगरा(ब्यूरो)। सीएम ने इस दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए बताया कि आगरा की संवेदनशीलता, टीटीजेड की गाइडलाइन और पर्यावरण के मानकों को पूरा करते हुए प्रॉयरिटी कॉरीडोर को समय से 6 माह पूर्व दिसंबर 2023 तक संपन्न कर लिया जाएगा। सीएम ने इस दौरान जी-20 की अध्यक्षता को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि यह देश का सौभाग्य है कि आजादी के अमृत वर्ष में हम विश्व के प्रतिठति एवं विकसित 20 देशों के प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी कर रहे हैं। आगरावासियों ने उन्होंने जी-20 प्रतिनिधिमंडल के स्वागत की अपील की।
पूजा-अर्चना कर किया शुभारंभ
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को आगरा किला के सामने रामलीला मैदान में मेट्रो के टनल निर्माण कार्य का शुभारंभ किया है। रामलीला मैदान में लॉन्चिंग शाफ्ट पहुंचकर रिंग सेगमेंट पर हस्ताक्षर किया। इसके बाद सीएम योगी ने पूजा-अर्चना करके बटन दबाकर टनल निर्माण कार्य का शुभारंभ कर दिया। आगरा में टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) को गंगा और यमुना का नाम दिया गया है। ये टनल बोरिंग मशीन हर दिन 10-12 मीटर तक टनल तैयार करेगी। उत्तर प्रदेश मेट्रो कारपोरेशन की ओर से आगरा मेट्रो के भूमिगत भाग में अप एवं डाउन ट्रैक के लिए दो समानांतर सुरंगों का निर्माण किया जाना है। इससे पूर्व आगरा के जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को खेरिया एयरपोर्ट पर स्वागत किया। मेट्रो टनल के शुभारंभ अवसर पर मीडिया को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि आगरा मेट्रो अपने निर्माण कार्य के एक नए दौर की शुरुआत कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिसंबर 2020 में आगरा मेट्रो कार्य के भूमिपूजन का कार्य आगरा आकर किया था। इसके लिए जो लक्ष्य तय किया गया कि अगस्त 2024 तक इसका जो प्रायोरिटी कॉरिडोर है, 6 किमी का है, जिसमें 3 किमी एलीवेटेड और 3 किमी अंडरग्राउंड टनल के माध्यम से है। उत्तर प्रदेश मेट्रो कारपोरेशन के मार्गदर्शन में आगरा मेट्रो का कार्य चल रहा है। यह आगरा की संवेदनशीलता, टीटीजेड की गाइडलाइन का पूरा पालन करते हुए, पर्यावरण के उन सभी मानकों को पूरा करते हुए समय से 6 माह पूर्व प्रायोरिटी कॉरिडोर के कार्य को संपन्न करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ रहा है।
29.4 किमी लंबा है मेट्रो कॉरीडोर
सीएम ने सोमवार को गंगा और यमुना दो अंडर ग्राउंड टनल के निर्माण कार्य का शुभारंभ किया। उन सभी मानकों को पूरा करते हुए जो पर्यावरण की दृष्टि से, सुरक्षा की दृष्टि से भी हो, उनको करते हुए कार्य यहां पर संपन्न किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि उत्तर प्रदेश में हम पहले से ही लखनऊ, गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, कानपुर में मेट्रो सेवाओं का संचालन कर रहे हैं। आगरा में पर्यटन की सुविधाओं के विकास और रोजगार के बेहतर सृजन के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट के इस अत्याधुनिक साधन की यहां के जनप्रतिनिधि लंबे समय से मांग करते रहे हैं। हमारा प्रयास है कि दिसंबर 2023 तक हम लोग प्रायोरिटी कॉरिडोर के कार्य को जो लगभग 6 किमी है। इसे हम पूरा करने में सफल होंगे। इसके लिए दो कॉरिडोर पहले से यहां पर विकसित करने की स्वीकृति दी गई है, जो 29.4 किमी लंबा है।
मार्डन सुविधाओं से लैस होगी मेट्रो
मुख्यमंत्री ने बताया कि पर्यावरण के सभी मानकों को पूरा करते हुए यहां पर अत्याधुनिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुविधा यहां के नागरिकों को, आने वाले पर्यटकों को उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि मैं आगरा के जनप्रतिनिधियों को, यहां की जनता को इस कार्यक्रम में सहयोग करने के लिए हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। आभार व्यक्त करता हूं, प्रधानमंत्री का और भारत सरकार का, जिन्होंने आगरा मेट्रो के लिए अपना सकारात्मक योगदान दिया है। यह तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश मेट्रो कारपोरेशन और आगरा मेट्रो से जुड़े सभी अधिकारी और कर्मचारी पूरी प्रतिबद्धता और ईमानदारी के साथ इस कार्यक्रम को आगे बढ़ा रहे हैं। वे समयबद्ध ढंग से इस कार्य को समय से पहले करेंगे। क्योंकि इससे पहले उत्तर प्रदेश मेट्रो कारपोरेशन के नाम से अनेक उपलब्धियां हासिल हुई हैं। इस कार्य को उसी तरीके से आगे बढ़ाने में हम सफल होंगे। ये मुझे पूरा विश्वास है।
ऐसे होता है टनल का निर्माण कैसे होगा
टनल निर्माण में सबसे पहले टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) को क्रेन की मदद से लॉन्चिंग शाफ्ट में उतार कर उन्हेंं जोड़ा जाता है। टीबीएम के पिछले हिस्से में स्थित सेगमेंट इरेक्टर की मदद से कास्टिंग यार्ड में प्री-कास्ट तकनीक से निॢमत टनल रिंग सेगमेंट्स को लगाया जाता है। एक टीबीएम दिन में औसतन 10 मीटर टनल का निर्माण करती है। मशीन में सबसे आगे कटिंग हेड होता है, जिसकी मदद टीबीएम मिट्टी को काटते हुए सुरंग की खुदाई करती है। कटिंग हेड में एक विशेष किस्म के केमिकल का छिड़काव करते हैं, जिससे मिट्टी कटर पर नहीं चिपकती और कन्वेयर बेल्ट की मदद से मशीन के पिछले हिस्से में चली जाती है, जहां से ट्रॉली के जरिए मिट्टी को टनल से बाहर लाया जाता है।
टनल बोरिंग मशीन रेल के जरिए आगे बढ़ती है। इसके पिछले हिस्से में प्री-कास्ट रिंग सेगमेंट को लॉन्च करने की व्यवस्था भी होती है। टनल निर्माण के दौरान रिंग सेगमेंट लगाने के बाद टीबीएम से ही रिंग सेगमेंट एवं मिट्टी के बीच में सॉल्यूशन भर दिया जाता है, जो कि रिंग सेगमेंट्स और मिट्टी के बीच मजबूत जोड़ बनाकर टनल को मजबूती देता है। टीबीएम के मिड शील्ड में लगे थ्रस्टर्स मशीन को आगे बढ़ाने में मदद करते हैं। बनेंगे 7 भूमिगत स्टेशन टनल बोरिंग मशीन गंगा और यमुना के जरिए 7 भूमिगत स्टेशन और भूमिगत टनल बनाई जाएंगी। आगरा मेट्रो में 29.4 किमी लंबे दो कॉरिडोर का नेटवर्क बनना है, जिसमें 27 स्टेशन होंगे। ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच 14 किमी लंबे पहले कॉरिडोर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इस कॉरिडोर में 13 स्टेशनों का निर्माण होगा। जिसमें 6 एलिवेटेड जबकि 7 भूमिगत स्टेशन होंगे।
ये रहे मौजूद
टीबीएम के शुभारंभ अवसर पर सीएम के साथ प्रदेश के कैबिनेट मिनिस्टर योगेंद्र उपाध्याय, मेयर नवीन जैन, जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू भदौरिया, विधायक धर्मपाल सिंह, चौधरी बाबूलाल, पुरुषोत्तम खंडेलवाल, जिलाध्यक्ष गिर्राज कुशवाह, महानगर अध्यक्ष भानु महाजन, कोआपरेटिव चेयरमैन श्याम भदौरिया, मेट्रो के एमडी सुशील कुमार, डीजीएम पीआर पंचानन मिश्रा आदि जनप्रतिनिधि मौजूद थे।