पत्नी और वो को लेकर घर में होने वाली कलह से ज्यादा विवाहिता का मायका व मोबाइल प्रेम दांपत्य जीवन के लिए खतरा बन रहा है. हालात यह हैं कि विवाहिता का अकारण मायके में रहना ससुराल वालों के प्रति अविश्वास तथा अलग रहने की जिद से संयुक्त परिवार बिखर रहा है.


आगरा। इस साल जनवरी से अब तक पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में दांपत्य जीवन की समस्याओं से जुड़ीं 190 से अधिक शिकायतें की गईं। दंपत्ति की कंप्लेन पर गहन विचार विमर्श करने पर काउंसलरों ने यह निष्कर्ष निकाला कि विवाहिता का मोबाइल प्रेम, ससुराल में मायके पक्ष का अकारण हस्तक्षेप और परिवार से अलग रहने की उसकी जिद परिवार की खुशियों को ग्रहण लगा रहा है।

बहुओं के खिलाफ शिकायतें
दांपत्य जीवन से जुड़ी शिकायतों में पुरुषों की असलियत भी सामने आ रही है। तमाम ऐसी भी शिकायतें सामने आईं जिनमें पति की नशाखोरी, ससुराल वालों का दहेज लोभ व किसी और महिला से नजदीकी परिवार के बिखरने की वजह बन रही है। ऐसे में पुरुषों ने अपनी पत्नी के खिलाफ, महिलाओं ने पति व ससुराल वालों के खिलाफ 80 से अधिक शिकायत महिलाओं ने बहुओं के खिलाफ दर्ज कराई है।


केस1
माता-पिता का साथ छोड़ो या तलाक लो
पत्नी से परेशान पति ने परिवार परामर्श केन्द्र में आवेदन दिया था कि उसकी पत्नी परिवार के साथ नहीं रहना चाहती है। वह कहती है कि माता-पिता व भाइयों का साथ छोड़ो या तलाक दो।

केस2
शादी के बाद ही मायके में डेरा
एक युवक ने तहरीर दी कि शादी के एक महीने बाद से ही पत्नी प्रताडऩा दे रही है। उसने परिवार से अलग रहने से इंकार कर दिया तो पत्नी मायके चली गई है।

केस3
गृहस्थी मेें नहीं मोबाइल मेें दिलचस्पी
विवाह के एक साल बाद पत्नी की शिकायत लेकर पहुंचे पति की पीड़ा है कि पत्नी गृहस्थी जमाने में नहीं बल्कि मोबाइल फोन में अधिक दिलचस्पी रखती है। घर वालों की शिकायत मायके में करती है।


महिला पक्ष
काउंसलर अनुराधा सिंह का कहना है कि अधिकतर महिलाएं न्यायिक व्यवस्था में ऐसा विश्वास रखती हैं कि उनकी शिकायत से पति एवं सास को जेल भेज दिया जाएगा। अपनी महत्वाकांक्षा के लिए ससुराल में असंतुष्ट महिला की इच्छा होती है कि पति जेल में पत्थर तोड़े और सास चक्की पीसे। महिला को यह भ्रम रहता है कि जेल से बाहर आने के लिए पति व सास नतमस्तक होकर उनकी सभी शर्तों को पूरा करने की सहमति देंगे।

पुरुष पक्ष
अधिकतर पति यह विश्वास करते हैं कि पुलिस थाना अथवा परिवार परामर्श केंद्र में आवेदन देने मात्र से बार-बार मायके भागकर जाने वाली पत्नी को पुलिस पकड़कर लाएगी और उसका आचरण परिवार के अनुकूल कर देगी।


विवाहित महिलाओं का मोबाइल प्रेम, मायके पक्ष का ससुराल में बिना वजह दखल, दांपत्य जीवन के लिए ठीक नहीं है। महिला व पुरुष का एक दूसरे के प्रति अविश्वास के कारण भी रिश्ते टूट रहे हैं।
कमर सुल्ताना, प्रभारी परिवार परामर्श

Posted By: Inextlive