जिले में आरटीओ ने 384 स्कूली बसों को नोटिस जारी किए हैं. अभी तक इनमें 12 स्कूली बस ही आरटीओ मेें फिटनेस कराने पहुंची हैं. अभी 372 स्कूली बस जिले में बिना फिटनेस के ही बेखौप दौड़ रही हैं. इस बारे में आरटीओ विभाग के अधिकारी ने बताया कि जिनको नोटिस भेजे गए हैं. फिटनेस न होने पर इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

आगरा। जिले में अभी 372 स्कूली बसें बिना फिटनेस के दौड़ रही हैं। अभी तक इन स्कूली बस संचालकों की ओर से न तो कई जबाव दिया गया है। न ही वे आरटीओ फिटनेस कराने पहुंचे हंै। वर्षों से वह बिना फिटनेस के ही नौनिहालों के जीवन से खिलवाड़ कर रही हैं। इस बारे मेें आरआई उमेश कुमार ने बताया कि सभी को नोटिस भेजे गए हैं। बिना फिटनेस के किसी भी स्कूली बस का संचालन नहीं होने दिया जाएगा। जो भी स्कूली बस बिना फिटनेस के रोड पर चलती मिली। उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

ऑनलाइन की जा रही फिटनेस
मौजूदा समय में एम वाहन मोबाइल एप से वाहनों की फिटनेस की जा रही है। इसमें जीपीएस ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम के माध्यम से पूरा ब्यौरा दर्ज किया जाता है। इसमें वाहन स्वामी को गाड़ी चेसिस नंबर, आगे-पीछे की लाइट, हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट, विभिन्न बिन्दुओं पर वाहन की 6 लाइव फोटो अपलोड करने होते हैं।

- 3 हजार किमी। से नीचे के वाहनों की फिटनेस फीस 600 रुपए और इससे ज्यादा के वाहनों की 800 रुपए फीस जमा की जाती है।

- बस ट्रक- 800 रुपए
- कार- 600 रुपए
- टैक्सी- 600 रुपए
- ऑटो- 600 रुपए
- लाइट व्हीकल्स- 600 रुपए

इन बिन्दुओं पर होती है जांच
-500 मी। की दूरी पर वाहन के 6 फोटो खींचे जाते हैं
- इनको सॉफ्टवेयर पर अपलोड कर दिया जाता है।
- वाहन की कंडीशन
- टायर, इंजन की स्थिति
- फस्र्ट एड बॉक्स और फायर एक्सटिंग्युशर की दुरुस्त अवस्था
- स्पीड गर्वनर स्पीड मीटर
- बस की बॉडी
- बस का फर्श, बॉडी
-वाहन की वायरिंग
- वाहन की सीटें, स्टेयरिंग, क्लिच, ब्रेक

मंडल में पुराने वाहनों की स्थिति
15 वर्ष पुराने वाहन
- 108315 आगरा
- 25239 फिरोजाबाद
- 49239 मथुरा

- 613 कुल जारी परमिट आगरा संभाग में
- 323 आगरा में विभिन्न रुटों के लिए जारी किए परमिट
- 2882 स्कूल की बसों के लिए कुल परमिट
- 64 कॉट्रेक्ट कैरेज के लिए जारी परमिट


ये है सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन
- स्कूल बस पर स्कूल का नाम व स्कूल का फोन नंबर अंकित होना चाहिए।
- स्कूल बस में फस्र्ट एड बॉक्स होना चाहिए।
- बस में आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम होने चाहिए।
- बस या कमर्शियल वाहन का पीला रंग होना चाहिए।
- बस के स्कूल फोन नंबर के अलावा हेल्पलाइन नंबर भी अंकित होना चाहिए।
- जिले के पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के नंबर अंकित होने चाहिए।
- बस के दरवाजे में मजबूत लॉक होना चाहिए।
- बस पर ऑन-डयूटी लिखा होना चाहिए।
- बस में स्पीड गवर्नर लगा है। इसका उल्लेख होना चाहिए।


आगरा में 108315 वाहन अनफिट हो चुके हैं। उसके बाद भी शहर की सड़कों पर अंधाधुंध वाहनों को दौड़ाया जा रहा है। इनसे हादसे का खतरा तो बना रहता है, साथ ही एयर पॉल्यूशन का ग्राफ भी बढ़ाने का काम कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार जिले में साढ़े तीन लाख से ज्यादा कमर्शियल वाहन हैं। इनका हर वर्ष फिटनेस होना आवश्यक होता था। फिटनेस न कराने पर प्रतिदिन के हिसाब से 50 रुपए जुर्माना वसूला जाता था।

Posted By: Inextlive