.एग्जाम देकर फेल होने से बेहतर है छोडऩा.......
क्या था एग्जाम छोडऩे का कारण
यूपी बोर्ड एग्जाम की परीक्षा छोडऩे वाले स्टूडेंट्स से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि एग्जाम छोडऩे का कारण सरकार द्वारा अपनाई जा रही सख्ती है। हाईस्कूल के छात्र गजेन्द्र सिंह ने बताया कि बताया कि पिछले दो वर्षों से छात्रों को प्रमोट किया जा रहा है, लेकिन इस बार नहीं, वहीं अमित सिंह ने बताया कि स्कूल संचालक द्वारा नकल कराने का भरोसा दिलाया गया था, लेकिन एग्जाम में सख्ती देेख उन्होंने हाथ खड़े कर दिए। ऐसे में फेल होने से अच्छा है एग्जाम छोडऩा।
नकल माफियाओं ने किए हाथ खड़े
बोर्ड एग्जाम के दूसरे दिन 10 वीं की परीक्षा में पहली पाली में होमसाइंस और एकाउंटेंसी जबकि 12 वीं क्लास की दूसरी पाली मेें भूगोल का एग्जाम कराया गया। आंकड़ों के अनुसार, बोर्ड एग्जाम के पहले दिन 10 वी और 12वीं के 1.26 लाख स्टूडेंट्स एग्जाम दे रहे हैं। सुरक्षा को देख 4 सचल दल और 188 मजिस्ट्रेट की डयूटी लगाई गई है। नकल माफियाओं पर निगरानी के लिए एसटीएफ को एक्टिव किया गया है। इस बीच हजारों की संख्या में एग्जाम छोडऩे के पीछे प्रशासन की सख्ती को माना जा रहा है। प्रशासन ने नकल मुक्त एग्जाम करवाने के लिए काफी सख्ती बरती हुई है। जिसमें आरोपियों की संपत्ति जब्त करने का फैंसला लिया गया है। इसको देख नकल माफियाओं नेे भी अपने हाथ खड़े कर दिए हैं।
वहीं, बोर्ड एग्जाम के पहले दिन नकल की घटनाएं भी सामने आई हैं। पहले फतेहाबाद के परीक्षा केन्द्र पर तीन सॉल्वर्स को अरेस्ट किया गया, जो मुख्य परीक्षार्थी के स्थान पर एग्जाम दे रहे थे, ऐसे में अलग-अलग केन्द्रों से पकड़े गए तीन 'मुन्नाभाईÓ ये सभी दूसरे छात्रों की जगह बैठकर परीक्षा दे रहे थे। लेकिन कक्ष निरीक्षक की नजर इन पर पकड़ गई और इन्हें तुरंत पकड़ लिया गया। इससे नकल माफिया भी अलर्ट हो गए।
सोमवार को अनुपस्थित रहे 1427 परीक्षार्थी
सुबह की पाली में सोमवार को यूपी बोर्ड हाईस्कूल की गृह विज्ञान की और दोपहर की पाली में इंटर की भूगोल की परीक्षा हुई। प्रश्न-पत्र सामान्य आने से परीक्षार्थियों को हल करने में कोई परेशानी नहीं हुई। हालांकि, यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की गृह विज्ञान की परीक्षा 1427 परीक्षार्थियों ने छोड़ दी.यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा 16 फरवरी को शुरू हुई थी। सोमवार को सुबह की पाली में हाईस्कूल की गृह विज्ञान की परीक्षा हुई। इसमें रजिस्टर्ड 18,676 परीक्षार्थियों में से 17,249 परीक्षार्थी शामिल हुए। 1427 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। दोपहर की पाली में इंटर भूगोल की परीक्षा हुई। इंटर भूगोल में 3381 परीक्षार्थी रजिस्टर्ड थे। इनमें से 3110 ने परीक्षा दी और 271 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। दोनों प्रश्न-पत्र सामान्य रहने से परीक्षार्थियों को किसी तरह की परेशानी नहीं हुई।
आगरा में बोर्ड एग्जाम पर एक नजर -पहले दिन, गुरुवार को 10 वीं, 12वीं स्टूडेंट्स ने छोड़ा एग्जाम
11480 -दूसरे दिन, सोमवार को 10 वीं, 12वीं के स्टूडेंट्स ने छोड़ा एग्जाम
1427 -यूपी बोर्ड एग्जाम में आगरा में बनाए गए परीक्षा केन्द्र
163 -एग्जाम में 10वीं, 12वीं के रजिस्टर्ड छात्र
1.26 लाख
वर्जन
नकल विहीन एग्जाम कराने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा लगातार निगरानी रखी जा रही है, एग्जाम के दूसरे दिन होमसाइंस और भूगोल का पेपर था, जिसमें 1427 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।
मनोज कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक
बोर्ड एग्जाम में सख्ती बरती जा रही है, इससे एग्जाम देने का कोई फायदा नहीं है। नेक्स्ट टाइम एग्जाम देंगे।
अमित सिंह
एग्जाम की तैयारी ठीक नहीं है, लेकिन फिर भी एग्जाम तो देने ही चाहिए, इस बार सख्ती बरती जा रही है।
शशांक
तैयारी नहीं थी पहला एग्जाम तो दिया, लेकिन आगे के एग्जाम नहीं दिए क्योंकि पता चल गया कि पास होना मुश्किल है।
हेंमत
कॉलेज वाले ने नकल कराने का भरोसा दिलाया था, लेकिन अब हाथ खड़े कर दिए, एग्जाम देने का कोई फायदा नहीं है।
जीशान
पिछले साल भी एग्जाम दिए थे, लेकिन पास नहीं हो सके, इस बार भी स्कूल ने पास कराने के लिए कहा था, लेकिन अब कोई बात नहीं की।
रोहित
एग्जाम देने से कोई फायदा नहीं है, जब पास होने की कोई उम्मीद ही न हो, अब तो नेक्स्ट ईयर देखा जाएगा।
रुपेश