कनेक्शन के लिए प्रेरित करना प्रथम उपाय, मुकदमा है अंतिम विकल्प
आगरा(ब्यूरो)। पूर्व जिलाधिकारी नवनीत ङ्क्षसह चहल ने डीवीवीएनएल के अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्देश दिए थे कि ऐसे परिवारों को चिह्नित किया जाए, जिनके यहां कनेक्शन नहीं हैं। उन्हें कनेक्शन लेने के लिए प्रेरित किया जाए, न कि उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जाए। ऐसे लगभग एक लाख परिवारों को चिह्नित किया गया था।
उन्हें कनेक्शन लिए जाने के लिए प्रेरित करने के बजाय, उनके खिलाव रिपोर्ट दर्ज कराए जाने की धमकी देकर अवर अभियंता शोषण कर रहे हैं।
करीब 400 आवेदन पेंडिंग
झटपट पोर्टल पर आवेदनों को निस्तारित नहीं किया जा रहा है। करीब 400 आवेदनों का निस्तारण नहीं किया गया है। प्रबंध निदेशक अमित किशोर इस बात पर नाराज थे कि मिहावा निवासी किसान मनोज कुमार त्यागी को आवेदन करने के बाद भी कनेक्शन क्यों नहीं दिया। बावजूद इसके छापेमारी कर उससे रिश्वत के 35 हजार रुपए भी लिए। इस कार्रवाई को नियम खिलाफ मानते हुए उन्होंने बुधवार को सख्त रुख अपनाया।
हमारा क्या है कसूर
विजिलेंस के सब इंस्पेक्टर विजेंद्र ङ्क्षसह, प्रभारी रजनेश ङ्क्षसह और कांस्टेबल सोनू प्रताप ङ्क्षसह का कहना है कि जेई सौरभ और ह्रदय कुमार के कहने पर छापामारी के लिए गए थे। किसान मनोज से उनकी कोई बातचीत नहीं हुई। न पैसा लेने के दौरान वे मौजूद थे। बावजूद इसके नामजद किया गया है।