डेंगू-मलेरिया फैलने का बढ़ा खतरा
पनपने लगे हैैं मच्छर
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के साथ ही बारिश से जलभराव होने के कारण मच्छर पनपने लगे हैं। घरों में कूलर और बर्तनों में पानी भरने पर मच्छर पनप रहे हैं। इनसे डेंगू और मलेरिया का खतरा बढ़ गया है। चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ। अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कैंप लगाए जा रहे हैं। तेज बुखार आने से मलेरिया और डेंगू के लक्षण मिलने पर नमूने लिए जा रहे हैं। निजी लैब से भी डेंगू और मलेरिया के संदिग्धों की जांच की रिपोर्ट मांगी गई है। एसएन और जिला अस्पताल में जांच और इलाज की व्यवस्था की गई है। जिला मलेरिया अधिकारी नीरज कुमार ने बताया कि अभी तक डेंगू के चार मरीज मिले हैं। अभी तक किसी भी मरीज में मलेरिया की पुष्टि नहीं हुई है।
बुखार आए तो हो जाएं सावधान
सीएमओ ने बताया कि अपने आसपास जलजमाव न होने दें। इससे मच्छर पनपते हैैं। इन मच्छरों से डेंगू व मलेरिया होने का खतरा है। यदि किसी को बुखार आए तो सचेत हो जाएं। मरीज को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाएं। खुद या फिर झोलाछाप डॉक्टर से इलाज न कराएं।
यह सामने आ रहे लक्षण
वायरल संक्रमण- सर्दी-जुकाम और बुखार।
मलेरिया- एक दिन छोड़कर बुखार आना, बच्चों में ठंड लगकर तेज बुखार आना।
डेंगू- तेज बुखार, शरीर पर लाल चकत्ते पडऩा।
टाइफायड- हल्का बुखार, शरीर पर गुलाबी रंग के दाने।
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ये लक्षण हो सकते हैं घातक
-104 फारेनहाइट से अधिक बुखार
-बुखार के साथ दौरे पडऩा
-शरीर नीला पड़ जाना
-बच्चे का सुस्त हो जाना और बेहोश हो जाना
-शरीर पर लाल और गुलाबी चकत्ते पकड़ा
-बुखार के साथ उल्टी
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मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए ये करें
- दरवाजों व खिड़कियों पर जाली लगवाएं
- मच्छरदानी का नियमित प्रयोग करें
- पूरी बांह वाली कमीज और पेंट पहनें
- घर और कार्यस्थल के आसपास पानी जमा न होने दें
- कूलर, गमले आदि को सप्ताह में एक बार खाली कर सुखाएं
- गड्ढों में जहां पानी एकत्र हो, उसे मिट्टी से भर दें
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बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में विभाग की ओर से स्वास्थ्य कैंप लगाए जा रहे हैैं। जिन मरीजों को बुखार आ रहा है उनके सैैंपल लिए जा रहे हैैं।
- डॉ। अरुण श्रीवास्तव, सीएमओ