पारा 44 डिग्री के पार है और जमीन तप रही है. ऐसे में सांप अपने बिल छोड़कर ठंडे स्थानों पर जा रहे हैैं. वे जंगल को छोड़कर लोगों के घरों में घुस रहे हैैं. पिछले 10 दिनों में संस्था वाइल्डलाइफ एसओएस के द्वारा चलाए गए रेस्क्यू ऑपरेशन इसकी तस्दीक करते हैं. संस्था के पास मई की शुरुआत से लेकर अब तक आगरा में 30 से अधिक सांपों के घर में घुसने की शिकायतें आ चुकी हैैं. सांप कभी किसी के बाथरूम में जाकर बैठ रहे हैैं तो किसी किचन में जा रहे हैैं.

आगरा। कोबरा को किया रेस्क्यू
वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण ने बताया कि बढ़ते तापमान ने सांप एवं अन्य जंगली जानवरों को अत्यधिक गर्मी से राहत पाने के लिए ठंडे स्थानों की तलाश में बाहर निकलने पर मजबूर कर दिया है। इस कारण सांप से जुड़ी कॉल्स में वृद्धि देख आगरा में वाइल्डलाइफ एसओएस रैपिड रिस्पांस यूनिट काफी व्यस्त है। उन्होंने बताया कि बीते दिनों एक घर के वॉशरूम में चार फीट के कोबरा सांप को भी रेस्क्यू किया गया था।

हेल्पलाइन पर करें कॉल
बीते दिनों वाइल्डलाइफ एसओएस हेल्पलाइन (+91-9917109666) पर एक कोबरा सांप की सूचना प्राप्त हुई, जिसे किरावली, फतेहपुर सीकरी रोड में एक घर के शौचालय में देखा गया था। चार फुट लंबा जहरीला सांप पाइप पर बैठा हुआ था। रैपिड रिस्पांस यूनिट आवश्यक बचाव उपकरणों के साथ तुरंत स्थान पर पहुची और सांप को सावधानी से रेस्क्यू कर ट्रांसपोर्ट कंटेनर में स्थानांतरित कर दिया। इसके बाद तीन इंडियन रैट स्नेक, एक कोबरा और एक मॉनिटर लिजर्ड (गोह) को भी बचाया। रैट स्नेक रुनकता में बालाजी मोटर्स के शोरूम के अंदर और एक अन्य रैट स्नेक नगला मुरली में बिस्तर के नीचे देखा गया। आगरा के शाहगंज में एक घर की बालकनी में चार फुट लंबी गोह को भी वाइल्डलाइफ एसओएस ने रेस्क्यू किया। कार्तिक सत्यनारायण ने बताया कि गर्मियों के मौसम में जब वह दिन में बहुत अधिक गर्म हो जाते है तो ठंडे स्थानों की तलाश में बाहर निकलते हैं। हमें खुशी है कि लोगों में जागरूकता बढ़ रही है और वह हमारी हेल्पलाइन पर कॉल करके सूचना दे रहे हैं।


हम लोगों से अनुरोध करते हैं कि वे हमारे वन्यजीव संरक्षण के प्रयास का समर्थन करते रहें और ऐसी किसी भी घटना की सूचना हमें या वन विभाग को दें।
-बैजूराज एमवी, डायरेक्टर कंर्जवेशन प्रोजेक्ट्स, वाइल्डलाइफ एसओएस

Posted By: Inextlive