शहर में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन कर रही स्वच्छता कॉरपोरेशन कंपनी के 700 सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से शहर में सफाई व्यवस्था ठप हो गई. दो दिन से कूड़ा उठान न होने से गली से लेकर रोड तक कूड़ा बिखरा पड़ा है. त्योहार के समय सफाई न होने से गंदगी फैलने लगी है. इससे संक्रामक बीमारी फैलने का खतरा पैदा होने लगा है. बता दें कि शहर के 100 वार्डो में से 94 वार्डो में स्वच्छता कॉरपोरेशन कंपनी डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का काम करती है. दो दिन से सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के चलते कूड़ा जस का तस डलावघरों में बिखरा पड़ा है.

आगरा। कंपनी के 700 सफाई कर्मचारियों को वेतन भुगतान न होने से हड़ताल पर चल गए हैं। इस बारे में स्वच्छता कॉरपोरेशन के जोनल अफसर उपेन्द्र ने बताया कि नगर निगम ने हमको मार्च से अभी तक भुगतान नहीं किया गया है। ऐसे में हमें दिक्कत हो रही है। कर्मचारी दीपावली से पहले दो महीने के वेतन की मांग कर रहे है। इसके लिए 1.40 करोड़ रुपया चाहिए। नगर निगम की ओर से भुगतान न हो पाने की वजह से कर्मचारियों को भुगतान नहीं हो पा रहा है।

शहर में बिखरा पड़ा 1600 एमटी कूड़ा
शहर में हर रोज 800 एमटी कूड़ा निकलता है। ऐसे में दीपावली का त्योहार होने की वजह से लोग घरों की सफाई करते हैं। तो कूड़े की मात्रा भी बढ़ जाती है। दो दिनों से कूड़ा उठान ना होने की वजह से 1600 एमटी से ज्यादा कूड़ा रोड, डलावघरों में बिखरा पड़ा है। चारों तरफ गंदगी का माहौल है।

नगर निगम पर है 14 करोड़ का बकाया
स्वच्छता कॉरपोरेशन कंपनी का नगर निगम पर 14 करोड़ रुपए का बकाया है। जोनल हेड उपेन्द्र ने बताया कि 7-8 महीने से नगर निगम ने भुगतान नहीं किया है। इसके चलते सफाई कर्मचारियों को भुगतान नहीं हो पा रहा है। बता दें कि स्वच्छता कॉरपोरेशन का नगर निगम से 5 वर्ष के लिए करार किया गया है। उन्होंने बताया कि पिछले कई महीनों से कंपनी कर्मचारियों को भुगतान कर रही है। हर महीने कंपनी कूड़ा कलेक्शन और सफाई कर्मचारियों के वेतन पर 1.50 करोड़ रुपए खर्च कर रही है। इसमेें 240 वाहनों में डीजल और सीएनजी भरवाना भी शामिल है।

क्या बोले नगर निगम के अधिकारी
इस बारे में एसबीएम के नोडल अफसर पंकज भूषण ने बताया कि कंपनी के अधिकारियों से बात की गई है। उनसे कहा गया कि शहर में कूड़ा उठान बंद नहीं होना चाहिए। कंपनी जो भी कूड़ा कलेक्शन कर रही है। जितने का बिल दे रही है। उसका भौतिक सत्यापन कराकर कंपनी का भुगतान कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि 94 वार्डो से जो कूड़ा कलेक्शन किया जा रहा है। जितने कूड़ा कलेक्शन का दावा किया जा रहा है। उतना कूड़ा कुबेरपुर लैंडफिल साइट पर नहीं पहुंच पा रहा है। तो कूड़ा कहां जा रहा है। कंपनी द्वारा जो भी बिल दिए गए हैं। उनका सत्यापन कर भुगतान कर दिया जाएगा।

ये कहना है स्वच्छता कॉरपोरेशन का
इस बारे में स्वच्छता कॉरपोरेशन के जोनल हेड ने बताया कि हमें कुबरेपुर लैंडफिल साइट पर कूड़े की गाडिय़ों को अनलोड करने में दिक्कत आ रही है। वहां गाडिय़ां अनलोड होने के लिए घंटों खड़ी रहती हैं। इसके चलते हमें बहुत नुकसान झेलना पड़ रहा है। इस बारे में हम कई नगर निगम के अधिकारियों को अवगत करा चुके हैं, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका है।

नहीं वसूला जा सका यूजर चार्ज
नगर निगम में बजट का अभाव होने से कंपनी का भुगतान नहीं हो पा रहा है। नगर निगम ने यूजर चार्ज वसूलने के लिए दो कंपनियों से करार किया था। इनको डोर-टू-डोर लोगों को जागरुक कर यूजर चार्ज वसूलना था। लेकिन ये व्यवस्था शुरू नहीं हो सकी। सदन में भी इसको लेकर मुद्दा उठाया था।


आज से उठेगा कूड़ा
मंगलवार दोपहर को स्वच्छता कॉरपोरेशन और नगर निगम के अधिकारियों की मीटिंग हुई। इसमें नगर निगम ने उनको कंपनी के प्रतिनिधियों को भुगतान का भरोसा दिलाया। इसके बाद स्वच्छता कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने इस पर सहमति जताई। इस बारे में स्वच्छता कॉरपोरेशन के हेड ने बताया कि बुधवार से हड़ताल समाप्त कर डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कर्मचारी इस बात पर माने हैं कि उन्हें दीपावली से पहले दो महीने का भुगतान किया जाएगा।

ये हैं ट्रांसफर स्टेशन
राजनगर लोहामंडी, पुरानी मंडी ताजगंज, ताज पूर्वी गेट, संजय प्लेस, ट्रांसपोर्ट नगर, ट्रांसपोर्ट नगर आईएसबीटी के पीछे

- शहर में है 166 डलाबघर इसमें लोहामंडी में 50, छत्ता में 52, हरीपर्वत में 39, ताजगंज 25
- 38 को किया जा चुका है खत्म
- 200 अस्थायी डलावघर


कूड़ा कलेक्शन को लेकर हर बार तमाम दावे किए जाते हैं। लेकिन ये दावे हकीकत में कम ही नजर आते हैं। पहले भी 5 कंपनियों को जिम्मेदारी दी गई थी। वहां भी गड़बड़ घोटाला हुआ था। कुछ दिन गाड़ी आयी थी। बीच में बंद भी हो जाती है।
ओमवीर सिंह


अभी तक शहर को गार्बेज फ्री बनाने की योजनाएं तैयार की जा रहीं हैं। दो दिन से कूड़ा न उठने से चारों तरफ गंदगी फैली हुई है। कोई देखने वाला नहीं है। ऐसे कैसे शहर को गार्बेज फ्री बनाया जाएगा?
हरमिन्दर सिंह

Posted By: Inextlive