Agra news: आवारा गाोवंश से हैं परेशान तो डाइल करें 0562-2551601
आगरा(ब्यूरो) । निराश्रित गोवंश को पकड़े जाने के लिए विभिन्न विभागों के को-ऑर्डिनेशन से 15 कैटल कैचर दस्ते और नगर निगम द्वारा चार दस्ते बनाए गए हैं। कैंप कार्यालय पर प्रगति की समीक्षा बैठक करते हुए डीएम भानुचंद्र गोस्वामी ने निर्देश दिए हैं कि 31 दिसंबर तक शत प्रतिशत निराश्रित गोवंश को संरक्षित किया जाए। रोज इसकी मॉनिटरिंग की जाएगी। जिले में करीब छह हजार गोवंश निराश्रित हैं, जिसे पकड़े जाने के लिए 60 दिन तक विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि पंचायती राज विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, नगर विकास, राजस्व तथा पशुधन विभाग के समन्वय से 19 कैटल कैचर दस्ते बनाए गए हैं। नगर निगम स्थित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में कंट्रोल रूम की स्थापना कर दी गई है। जनपद में 60 गोशाला व गोआश्रय स्थल हैं। इनमें लगभग 17 हजार गोवंश को आश्रय दिया जा रहा है। सभी गोशालाएं फुल हैं। लगभग 700 गोवंश की क्षमता की अस्थायी गोशालाएं और तैयार हो रही हैं। इस स्थिति में छह हजार गोवंश को कहां संरक्षण दिया जाएगा, यह बड़ा सवाल है। बैठक में सीडीओ ए। मनिकंडन, एडीए वित्त व राजस्व यशवर्धन श्रीवास्तव, अपर नगरायुक्त एसपी सिंह, एडीएम प्रशासन अजय कुमार, सीवीओ एमपी ङ्क्षसह आदि मौजूद रहे।
निगम के पास 7 कैटल केचर
नगर निगम के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ। अजय कुमार सिंह ने बताया कि निगम के पास 7 कैटल कैचर हैं। शहर में निराश्रित गोवंश को पकडऩे के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। विशेष अभियान के दौरान हर जोन में एक कैटल कैचर की तैनाती रहेगी। चार कैटल कैचर अभियान में रहेंगी।
- पंचायती राज विभाग
- ग्राम्य विकास विभाग
- नगर विकास
- राजस्व
- पशुधन विभाग
- नगर निगम जिले की स्थिति
- 19 कैटल कैचर दस्ते रहेंगे सक्रिय
- 6 हजार आवारा गोवंश
- 60 गौशाला और गौ आश्रय स्थल
- 7 कैटल कैचर नगर निगम के
- 400 आवारा गौवंश शहर में स्मार्ट सिटी के आईसीसीसी में कंट्रोल रूम बनाया गया है। निराश्रित गौवंश से संबंधित किसी भी तरह की शिकायत यहां दर्ज कराई जा सकती हैं। कंट्रोल रूम में विभिन्न विभागों के कर्मचारी मौजूद रहेंगे।
- डॉ। अजय कुमार सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, नगर निगम
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शहर में सड़कों पर आवारा गोवंश की भरमार रहती है। इसके चलते आए दिन हादसे की आशंका बनी रहती है। इससे राहत मिलनी चाहिए।
संजीव सेठ
हाईवे से शहर में जगह-जगह आवारा गोवंश का जमावड़ा रहता है। कई बार आवारा गोवंश की ओर से राहगीरों को घायल करने की घटना भी हो चुकी है।
प्रदीप तोमर
अमर प्रताप सिंह