सर्दी बढऩे के साथ ही सुबह और रात को कोहरे के दौरान पुलिस ने वाहन चालकों से अतिरिक्त सावधानी बरतने और ट्रैफिक रूल्स पर पूरी तरह से ध्यान रखकर वाहन चलाने की हिदायत दी है ताकि लोग सुरक्षित सफर कर सकें और किसी सड़क दुर्घटना की पुनरावृत्ति न हो. वहीं ऐसे स्थानों पर कोहरे के दौरान चलने में सावधानी बरतें जहां अक्सर दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है.

आगरा(ब्यूरो)। खंदारी फ्लाईओवर से उतरने और आईएसबीटी फ्लाईओवर पर चढऩे के दौरान एक कट सर्विस रोड के लिए है, जहां से सिर्फ वाहन फ्लाई ओवर से उतरकर सर्विस रोड की ओर निकल जाते हैं लेकिन कुछ वाहन उस यूटर्न से फ्लाई ओवर पर चढऩे की कोशिश करते हैं, जिससे अक्सर बड़े हादसे हो जाते हैं।


यहां अचानक आते हैं वाहन
हाईवे से गुरुद्वारा फ्लाई ओवर से आने वाले वाहन पुल के नीचे से अचानक आने वाले वाहनों से टकराकर दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। कोहरे में इसकी संभावना अधिक बढ़ जाती है। अधिकतर वाहन चालकों को इसकी जानकारी तक नहीं है कि फ्लाई ओवर के नीचे होकर भी आने और जाने के लिए रास्ता बना है।


हाईवे पर ये मोड़ है खतरनाक
नेशनल हाइवे पर सिनर्जी हॉस्पिटल के सामने बना मोड़ खतरनाक है, जहां हाईवे से तेज गति से सिकंदरा की ओर जाने वाले वाहन अक्सर इस मोड़ पर दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं, इस मोड़ पर कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। कई बार तेज स्पीड से आने वाहन दुक ानों में भी घुस जाते हैं।

इस फ्लाई ओवर पर चलें संभलकर
भगवान टॉकिज फ्लाई ओवर से वाटर वाक्र्स की ओर जाने पर अवैध बस स्टेंड है, जहां से बसें एटा, मैनपुरी और हाथरस के लिए जाती हैं, फ्लाई ओवर से जाने वाले वाहन अक्सर बसों को देखकर अनियंत्रित हो जाते हैं।

कोहरा,बाएं किनारे को देख चलाएं गाड़ी
इस संबंध में पुलिस अपर पुलिस आयुक्त अरुन चंद ने वाहन चालकों को धुंध के दौरान सड़क हादसों को लेकर आगाह करते हुए कहा है कि मौसम में बदलाव के चलते अक्सर सड़क हादसे हो जाते है। अगर वाहन चालक थोड़ी सी भी सावधानी बरतें तो कोहरे में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। घने कोहरे में सड़क के बाएं किनारे को देखकर गाड़ी चलाए।

मुडऩे से पहले दें इंडिकेटर
कोहरे में सड़क पर सुरक्षित चलने का अच्छा तरीका है कि आगे वाले वाहन से गाड़ी निश्चित दूरी पर चलाएं। वाहन की हेड लाइट को हाइबीम पर न रखे, ऐसा करने से कोहरे में रोशनी बिखर जाती और सामने कुछ नजर नहीं आता। उन्होंने कहा कि हाईवे पर सड़कों के किनारे पर बनी पीली लाइन को फॉलो करके भी आसानी से गाड़ी चलाई जा सकती है। वाहन चलाते समय कहीं मुडऩा है तो काफी पहले से इंडिकेटर दें, जिससे दूसरी गाडिय़ों को टाइम मिल सके। हेडलाइट बंद करके सिर्फ फॉग लाइट जलाना खतरनाक हो सकता है,


शीतलहर में क्या करें, क्या न करें
-शीतलहर में शरीर में गर्माहट बनाए रखने के लिए गर्म पानी और दूसरे गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें।

-कोयले की अंगीठी, हीटर का प्रयोग करते समय सावधानी बरतें, कमरे में शुद्ध हवा का, आवागमन, वेंटिलेशन बनाये रखें, ताकि कमरे में विषाक्त, जहरीला धुआं इक_ा न हो।
-शरीर को सूखा रखें, गीले कपड़े तुरन्त बदल लें। घर में अलाव का सामान न हो, तो अत्यधिक ठंड के दिनों में सामुदायिक केन्द्रों व सार्वजनिक स्थलों पर जाएं, जहां प्रशासन द्वारा अलाव का प्रबन्ध किया गया हो।

-गर्म कपड़े जैसे-ऊनी कपड़े, स्वेटर, टोपी, मफलर का प्रयोग करें, अत्यधिक ठंड एवं कोहरा पडऩे पर छोटे बच्चों और बुजुर्गों को घर के अंदर रखें।

-शराब एवं मादक पदार्थों का सेवन करने से दूरी बनाएं क्योंकि यह आपके शरीर के अंदरुनी तापमान को गिरा देते हैं, जो शीतलहर में हानिकारक साबित हो सकते हैं।

-अपने आस-पास के अकेले रहने वाले पड़ोसियों की भी जानकारी रखें, खासकर बुजुर्गों की, किसी भी आपात स्थिति में नजदीकी पुलिस स्टेशन पर संपर्क करें।

-ठंडी हवा के संपर्क में आने से बचने के लिए घर के अन्दर रहें और यात्रा कम से कम करें।

-लंबे समय तक ठंड के संपर्क में रहने से शरीर का तापमान कम हो जाता है, जिससे हाइपोथर्मिया की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।


हाइपोथर्मिया के लक्षण
-असामान्य शरीर का तापमान, भ्रम या स्मृति हानि, बेहोशी, विचलन, थकावट, चमकदार लाल त्वचा की स्थिति उत्पन्न होने पर अपने नजदीकी अस्पताल में संपर्क करें।
-ठंड के दौरान जानवरों के आवास को सुरक्षित स्थानों पर रखें और आवास को चारों तरफ से ढक कर रखें।

Posted By: Inextlive