मच्छरों का प्रकोप जारी है. वायरल बुखार के साथ-साथ डेंगू-मलेरिया के भी केस मिल रहे हैैं. मच्छर भी तेजी से बढ़ रहे हैैं. सोमवार को अचानक मौसम बदलने और ओले पडऩे से अब मौसम ठंडा हो गया है. एक्सपट्र्स का मानना है कि यहां से सर्दियां पडऩा शुरू होता है तो डेंगू-मलेरिया जैसे संचारी रोगों से राहत मिल सकती है.


आगरा(ब्यूरो)। चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ। अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि मच्छरों के लिए 28 से 35 डिग्री सेल्सियस तक तापमान अनुकूल होता है। सोमवार को पड़े ओलों के बाद में मौसम ठंडा होता है तो मच्छरों का पनपना कम हो जाएगा। ऐसे में मच्छरों से होने वाले संचारी रोगों से राहत मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि ठंडे मौसम में भी संभलकर रहें। अपनी सेहत का ध्यान रखें।
जिला मलेरिया अधिकारी नीरज कुमार ने बताया कि आगरा में अभी तक 71 डेंगू के मरीज, 21 मलेरिया के मरीज और एक चिकनगुनियां का मरीज मिला है। उन्होंने बताया कि मच्छरों से बचाव करें। अपने आसपास जलभराव न होने दें। यदि कूलर में पानी भरा हुआ है तो इसे साफ कर दें। अब तो कूलर की आवश्यकता भी नहीं पड़ रही है। यदि किसी को बुखार आता है तो मच्छरदानी का उपयोग करें। यदि हॉस्पिटल में डेंगू के मरीज का इलाज किया जा रहा है तो मरीज को मच्छरदानी में ही रखें। उन्होंने बताया कि डेंगू होने पर मच्छर मरीज को काटकर स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो इससे संक्रमण फैलता है। इसलिए मच्छरदानी का उपयोग करना जरूरी है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू से प्रभावित क्षेत्रों में एंटी लार्वा का छिड़काव किया जा रहा है। इसके साथ फॉगिंग भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें। मच्छरों से बचाव करें।


बुखार आने पर डॉक्टर से लें सलाह
सीनियर पीडियाट्रिशियन डॉ। एलके गर्ग ने बताया कि इन दिनों डेंगू, मलेरिया के साथ में वायरल भी एक्टिव है। ऐसे में बुखार आने पर डॉक्टर से सलाह लें, अपनी मर्जी से कोई दवा न दें। यदि मरीज को बुखार है और प्लेटलेट्स गिर रही हैैं तो डेंगू हो सकता है। यदि मरीज को बुखार के साथ में खांसी जुकाम है, तो यह वायरल हो सकता है। वायरल में भी प्लेटलेट्स कम होने के केस आ रहे हैैं।
डेंगू के लक्षण
- तीन से पांच दिन तक लगातार बुखार आना
- प्लेटलेट कम हो रही हैैं
- बीपी प्रभावित हो रहा है
- दस्त हो रहे हैैं
- लिवर में सूजन भी आ रही है

मलेरिया के लक्षण
- दिन में एक बार बुखार आता है
- पेट और मांसपेशियों में दर्द होता है
- बुखार आने पर ठंड लगती है और पसीना आकर बुखार उतर जाता है
- उल्टी-दस्त या मितली आना

इंफ्लुएंजा बुखार के लक्षण
- सदी-जुकाम होना
- गले में खराश होना
- बुखार आना
- खांसी होना
मौसम ठंडा होने से मच्छरों की संख्या कम होगी। इससे संचारी रोगों से राहत मिल सकती हैैं। बुखार आने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर दिखाएं
- डॉ। अरुण श्रीवास्तव, सीएमओ

यदि घर में किसी को बुखार आए तो मरीज को मच्छरदानी में रखें। अपने आसपास जलजमाव न होने दें। इसमें मच्छर पनपते हैैं।
- नीरज कुमार, डीएमओ
मच्छरों से ऐसे करें बचाव
- अपने आस-पास मच्छरों को न पनपने दें
- दरवाजों व खिड़कियों पर जाली लगवाएं
- मच्छरदानी का नियमित प्रयोग करें
- अनुपयोगी वस्तुओं में पानी इक_ा न होने दें
- पानी की टंकी पूरी तरह से ढक कर रख दें
- हल्के रंग के और पूरी बांह वाली कमीज और पैैंट पहनें
- घर और कार्य स्थल के आस-पास पानी जमा न होने दें
- कूलर, गमले आदि को सप्ताह में एक बार खाली कर सुखाएं
- गड्ढों में जहां पानी इक_ा हो, उसे मिट्टी से भर दें
- मॉस्क्यूटो रिप्लेंट का प्रयोग करें
आगरा में डेंगू की स्थिति
2023-- 71
2022-- 33
2021-- 1161
2020-- 25
71 डेंगू मरीज मिले हैैं अब तक
21 मलेरिया के मरीज मिले
01 चिकनगुनिया का मरीज मिले इस सीजन

Posted By: Inextlive