campaign : भावी और पढ़ा लिखा होगा प्रत्याशी तो सुधार सकेगा भारत की 'सेहत'
आगरा(ब्यूरो)। ललित कला संस्थान में आयोजित राजनी-टी में विभिन्न एज ग्रुप के लोगों ने पार्टिसिपेट किया। इसमें लोगों का कहना था कि कई फील्ड में बेहतर कार्य हुआ है। वंदे भारत जैसी ट्रेन चलने से रेल सफर पहले से अधिक आरामदायक हुआ है। लेकिन युवाओं की समस्या पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। पेपर आउट होने के कारण एग्जाम कैंसिल होने की समस्या से अब तक युवाओं को छुटकारा नहीं मिल सका है। पेपर लीक हïोने से युवाओं को काफी समस्या का सामना करना पड़ता हïै।
विकास होना चाहिए चुनाव में मुद्दाराजनी-टी में लोगों का कहना था कि चुनाव नजदीक आते ही विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से धर्म से जुड़े मुद्दे पर बयान देना शुरू कर दिया जाता है। ऐसा नहीं होना चाहिए। चुनाव में मुद्दे हमेशा विकास और जनता की समस्या से जुड़े होने चाहिए। तभी समाज, जनता और देश का भला हो सकता है।
चुनाव जीतने के बाद जनता के बीच रहे प्रत्याशी
लोगों का कहना था कि कई बार वह धोखा खा चुके हैं। चुनाव के दौरान तो प्रत्याशी क्षेत्र में नजर आते हैं लेकिन इलेक्शन में जीत के बाद वह गायब हो जाते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। राजनी-टी में लोगों का कहना था कि वह ऐसे प्रत्याशी को वोट करेंगे जो उनके बीच में रहता हो। उनके हर सुख और दुख में शामिल होता हो।
एजुकेशन में भले ही पॉलिसी में बदलाव कर दिया गया हो, लेकिन अब भी इंफ्र ास्ट्रक्चर को मजबूत करने की जरूरत है। प्रदेश के सरकारी स्कूल्स की स्थिति देख लीजिए। अधिकतर खस्ताहाल हैं। ऐसे में सिर्फ एजुकेशन के लिए पॉलिसी बदलने से काम नहीं चलेगा, बल्कि इंफ्र ास्ट्रक्चर भी मजबूत होना चाहिए। इन मुद्दों पर परखे जाएंगे प्रत्याशी
-भ्रष्टाचार से दूरी बनाए रखें
-ऐसी सरकार जो देश की छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत करे
- मंहगाई को लेकर कदम उठाए जाएं
-महिलाओं से जुड़े विभिन्न मुद्दों को प्राथमिकता दें
-युवाओं से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाने वाले प्रत्याशी होने चाहिए
-ऐसा प्रत्याशी जो अच्छी छवि का हो, विवादों से दूर हो चर्चा में ये बिंदु भी सामने आए
-युवाओं को रोजगार की गारंटी दी जाए
-लोगों की बुनियादी सुविधाओं के प्रति भी संवेदनशीलता रखे जनप्रतिनिधि
-फूड प्रोडक्ट्स के दामों में तेजी से कटौती की जाए
-शिक्षा प्रणाली इस तरह की होनी चाहिए, जो स्टूडेंट्स के लिए रोजगार परक हो, उनमें स्किल्स डेवलप हो
-मुफ्त की रेबडिय़ों पर लगे लगाम
जब आज हर चीज ऑनलाइन है तो वोटिंग का अधिकार भी ऑनलाइन देने पर विचार किया जाना चाहिए। जिससे अधिक से अधिक वोटर्स लोकतंत्र के इस महापर्व में पार्टिसिपेट कर सकें। इससे वोटिंग परसेंट बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। न्यू एजुकेशन पॉलिसी से बदलाव आएगा, लेकिन इसका प्रभाव दिखने में समय मिलेगा। इसके साथ हïी शहïर के विकास से जुड़े मुद्दों पर प्रत्याशी को हïमेशा तत्पर रहïना चाहिïए।
चुनाव में मुद्दे कभी भी धर्म से प्रेरित नहीं होने चाहिए। इसलिए मुझे नहीं लगता कि चुनाव में राम मंदिर मुद्दा होना चाहिए। चुनाव हमेशा विकास के नाम पर लड़ा जाना चाहिए। ऐसा प्रत्याशी जो विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगा, उसी को हमारा वोट मिलेगा। इसके साथ ही जनता की समस्याओं पर भी अधिक फोकस करना चाहिए। चुनाव जीतने के बाद जनप्रतिनिधि को जनता के बीच रहïना चाहिïए।-दीपांशी. युवाओं के लिए इस बार आर्थिक नीतियां, देश का विकास मुद्दा है। केंद्र हो या फिर प्रदेश सरकार, दोनों ही इस मोर्चे पर ध्यान दे रहीं हैं। राम मंदिर बनाया है तो देश में विभिन्न स्थानों पर एम्स और मेडिकल कॉलेज भी बनाए जा रहे हैं। उम्मीद है जल्द ही रोजगार जैसे मुद्दे पर भी सरकार प्रमुखता से कदम उठाएगी।
-शालू गौतम.
मंहगाई से राहत दिलाने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए। फूड प्रोडक्ट्स के रेट्स तो तेजी से कम होने चाहिए। पेट्रोल-डीजल के रेट 100 के करीब बने हुए हैं, इन्हें भी कम किया जाना चाहिए। इसके साथ ही विकास के साथ लोगों को मिलने जा रही सुविधाओं पर भी फोकस्ड करना चाहिए।
-चंचल सिकरवार
-हेमंत कुमार गुप्ता विकास का पहिया तेजी से घूम रहा है। युवाओं के लिए भी कई अहम फैसले लिए गए हैं। राष्ट्रीय स्तर पर कई रोजगार मेला का भी आयोजन हो चुका है। हालांकि अब भी पेपर आउट हो रहे हैं ये चिंता का विषय है। इसे रोकने के लिए भी सख्त निर्णय लिए जाने चाहिए
- समयदेव मोडल
फस्र्ट टाइम वोटर
मैं पहली बार लोकसभा चुनाव में मतदान करूंगी। पहली वोट डालूंगी तो ऐसे प्रत्याशी का चुनाव करूंगी जो साफ छवि का हो। इसके साथ ही जनता की समस्याओं को लेकर भी सक्रिय हो। मैं साफ छवि वाले प्रत्याशी को वोट करुंगी। ऐसा प्रत्याशी जो शिक्षित हो और देश और समाज में बदलाव ला सके। शिक्षा के साथ रोजगार जैसे मुद्दों को लेकर अपनी आवाज बुलंद करे। ऐसे प्रत्याशी को ही मेरा वोट मिलेगा।
सुदेश कुमार