कितनी देर पकता है खाना? पूछ रही नीरी की टीम, तीन अलग-अलग फॉर्म भरवाकर नीरी की टीम ने किया सर्वे
आगरा(ब्यूरो)। ताजगंज डवलपमेंट फाउंडेशन के संदीप अरोड़ा ने बताया कि सुप्रीम के निर्देश के अनुसार नीरी की टीम ताजमहल के 500 मीटर के दायरे के भीतर व्यावसायिक गतिविधियों का सर्वे कर रही हैैं। इसमें टीम को कोई मेन्युफैक्चरिंग यूनिट नहीं मिली है। अब टीम फॉर्म भरवाकर पता कर रही है कि ताजमहल के 500 मीटर के दायरे में कितने घर हैं? कितने होटल हैं? कितने व्यावसायिक प्रतिष्ठान हैं? कितने चूल्हे जलते हैं? कितनी बिजली फुंकती है? कितने वाहन हैं? कितने पर्यटक आते हैं? ऐसे ही 20 सवालों के एक फार्म के जरिए पूरी जानकारी इकट्ठा की जा रही है। टीम जानकारी इकट्ठा कर सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
सुप्रीम कोर्ट ने दिया था निर्देश
बता दें कि 26 सितंबर 2022 को सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिमी गेट मार्केट एसोसिएशन की याचिका पर सुनवाई के बाद एडीए को आदेश दिया था कि ताजमहल की बाउंड्रीवॉल से 500 मीटर की परिधि में व्यवसायिक गतिविधि पर रोक लगाएं। इस क्षेत्र में दर्जनों हैंडीक्राफ्ट शोरूम, सैंकड़ों दुकानें, दर्जनों रेस्टोरेंट और होटल्स बने हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश से इस क्षेत्र में व्यावसायिक गतिविधि पर रोक लगने से एडीए ने करीब तीन हजार नोटिस दिए थे। एडीए की कार्रवाई से 10 हजार प्रतिष्ठान के करीब 30 हजार लोगों की आजीविका का साधन छीनने का खतरा मंडराने लगा था। इस पर व्यापारियों ने ताजगंज डवलपमेंट फाउंडेशन के नाम से संस्था बनाकर इंसाफ के लिए लड़ाई लड़ी थी। एक ओर सुप्रीम कोर्ट में टीम ने पैरवी की और दूसरी ओर सीएम योगी से गुहार लगाई थी। सुप्रीम कोर्ट ने नीरी से सर्वे कराकर तीन महीने के अंदर रिपोर्ट तलब की थी।
ताजमहल के 500 मीटर के दायरे के भीतर सर्वे कर रही नीरी की टीम में चीफ साइंटिस्ट डॉ। एसके गोयल, सीनियर सांइटिस्ट डॉ। सुनील गुलिया, जीआर सैनी, प्राची गोयल, गौरव शर्मा, प्रदीप चौहान और अजय कुमार शामिल हैैं।
नीरी की टीम ने अब तक यह की है गतिविधि
-नीरी की टीम मंगलवार को आगरा पहुंची थी। कमिश्नरी सभागार में उन्होंने विभिन्न एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। इसमें नीरी की टीम में शामिल प्रतिनिधियों से जाना कि ताजमहल के 500 मीटर में प्रदूषण की क्या स्थिति है?
-नीरी की टीम ने ताज पर लगे प्रदूषण मापक यंत्र का दो साल रिकॉर्ड मांगा है।
-शिल्पग्राम में पश्चिमी गेट की पार्किंग में दो साल में आने वाले वाहनों की संख्या मांगी है।
-इसके साथ ही एएसआई से दो साल में ताजमहल पर आए पर्यटकों की संख्या मांगी है।
-नीरी की टीम ने तमाम विभाग और एसोसिएशन के प्रतिनिधियों को तीन तरह के फार्म दिए हैं। इसके मुताबिक ही, उन्हें डिटेल्स नीरी की टीम को देनी हैं।
व्यापारी कर रहे सहयोग
ताजगंज क्षेत्र के व्यापारियों का कहना है कि नीरी की टीम को ताजमहल के 500 मीटर के दायरे के भीतर कोई भी कारखाना वगैरह नहीं मिला है। वहां पर केवल लोग रहते हैैं और रिटेल की दुकानें हैैं। यहां डेली नीड्स से लेकर सैलून की दुकानें हैैं। इसके साथ ही हैैंडीक्राफ्ट की रिटेल की दुकानें हैैं। व्यापारियों का कहना है कि नीरी की टीम अपना सर्वे कर रही हैैं और वह उनका सहयोग कर रहे हैैं।
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यह पूछा जा रहा तीनों फॉर्म में
फॉर्म-1
-नीरी की टीम द्वारा किए जा रहे सर्वे के फॉर्म-1 बिजनेस, कमर्शियल, इंडस्ट्रियल एक्टिविटी और रेस्टोरेंट संचालकों के लिए हैै।
-इसमें 15 प्वॉइंट्स में सवाल पूछे जा रहे हैैं।
- इसमें नाम, पता, मोबाइल नंबर जैसे बेसिक सवाल तो पूछे जा रहे हैैं। इसके साथ ही व्यवसाय की ताजमहल से कितनी दूरी है। यह भी पूछा जा रहा है।
- व्यवसाय में लकड़ी, कोयला, केरोसिन ऑयल, एलपीजी किस प्रकार का ईंधन यूज हो रहा है। यह भी पूछा गया है।
- इसके साथ ही व्यवसाय का पावर कंजप्शन कितना है। पावर कट कितने देर का होता है। जैसे सवाल भी पूछे जा रहे हैैं।
-फॉर्म-2 होटल, रेस्टोरेंट, बेकरी व खाने-पीने के आउटलेट के लिए है.
- इस फॉर्म में नाम,पता, मोबाइल नंबर व ईमेल समेत 13 सवाल पूछे गए हैैं।
- व्यवसाय ताज की बाउंड्रीवॉल से कितना दूर है।
- व्यवसाय होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा, टी-स्टॉल किस कैटेगरी में आता है। यह सवाल पूछा गया है।
- व्यवसाय में लकड़ी, कोयला, केरोसिन ऑयल, एलपीजी किस प्रकार का ईधन यूज हो रहा है। यह भी पूछा गया है।
- इसके साथ ही व्यवसाय का पावर कंजप्शन कितना है। पावर कट कितने देर का होता है। जैसे सवाल भी पूछे जा रहे हैैं।
फॉर्म-3
- फॉर्म-3 डोमेस्टिक एक्टिविटीज के लिए है।
-इसमें नाम, पता, ताजमहल से दूरी सहित 20 सवाल पूछे गए हैैं।
- इसमें यह भी पूछा गया है कि घर से कोई व्यवसायिक गतिविधि तो नहीं होती है।
- टू-व्हीलर व फोर व्हीलर कितने हैैं। इसे कितना चलाते हैैं। कोई कमर्शियल व्हीकल तो नहीं है।
- घर में कितनी देर खाना पकता है। खाना पकाने में किस ईंधन का उपयोग होता है। किचन वेस्ट कितना निकलता है, डस्टबिन कितने हैैं। इसका निस्तारण कहां होता है, जैसे सवाल भी सर्वे में पूछे जा रहे हैैं।
- फॉर्म में क्षेत्र में स्वच्छता बढ़ाने को सुझाव भी मांगे जा रहे हैैं।