गैस सिलेंडर से घर में लगी आग, बच्ची जिंदा जली
फिरोजाबाद(ब्यूरो)। आग से घिरने के बाद वे तहखाने में चले गए थे। बाद में दीवार तोड़कर उन्हें बाहर निकाला गया। इस दौरान मुहल्लेवासी और पुलिस ही बचाव कार्य में जुटी रही। अग्निशमन विभाग की टीम और एंबुलेंस देर से पहुंचीं।
पड़ोसी के यहां आई थी ट्यूशन पढऩे
घटना सुबह 8.45 बजे करीब की है। इसरार के घर पर उनकी पुत्री फरहा, पलक और 22 वर्षीय बेटा इरशाद घर पर थे। इनमें से कुछ लोग छोटे गैस सिलेंडर पर चूड़ी जुड़ाई कर रहे थे। रसोई में खाना बन रहा था। वहीं मुहल्ले की खुशनुमा उर्फ खुशी अपनी सात वर्षीय बहन उमरा और पड़ोसी वसीम की बेटी आयत अरबी और उर्दू भाषा की ट््यूशन पढऩे आए थे। इसी दौरान रसोई के बाहर रखे बड़े गैस सिलेंडर में आ लग गई। जिससे चीखपुकार मच गई। आग बुझाने और उससे बचने के लिच् बच्चे इधर उधर भागने लगे, लेकिन मुख्यद्वार की तरफ सिलेंडर में आग लगी होने से निकल नहीं पाए। ऐस में इरशाद सभी को दूसरी कमरे में बने तहखाने में ले गया और अपने पिता को फोन करके घटना की जानकारी दी।
दीवार तोड़कर निकाला तहखाने से
इससे मुहल्लेवासियों को घटना की जानकारी हुई तो भीड़ जुट गई। कुछ देर में ही रसूलपुर थाने के कार्यवाहक प्रभारी रूप नारायण गौतम, इंस्पेक्टर रामगढ़ रवि त्यागी फोर्स के साथ पहुंच गए। इस दौरान लोगों ने मकान के पीछे की दीवार तोड़कर तहखाने में छिपे लोगों को बाहर निकाला। तब तक घर के बाकी हिस्से में आग बुरी तरह फैल चुकी थी। लोहे का मैन गेट तोड़ा तो उसके पास सिलेंडर जल रहा था। रामगढ़ थाने के सिपाही हेमराज ने सुझबूझ और साहस का परिचय देते हुए सिलेंडर को बाहर निकाला। इसके बाद लोगों ने पानी डालकर आग बुझाई। अंदर घुसे तो गेट पर ही 10 वर्षीय खुशी का शव पड़ा मिला। जो पूरी तरह जल चुकी थी। इस दौरान एसपी सिटी सर्वेश कुमार मिश्र, मुख्य अग्निशमन अधिकारी सतेंद्र दमकल की दो गाडिय़ों के साथ पहुंच गए। एंबुलेंस भी आ गईं, लेकिन तब तक घायल को ई-रिक्शा से अस्पताल भेजा जा चुका था। पुत्री के ङ्क्षजदा जलने की खबर पर उसकी मां इमराना बेहोश हो गईं। नगर विधायक मनीष असीजा और एसएसपी आशीष तिवारी भी घटनास्थल पर पहुंचे। सिपाही हेमराज के प्रयास की सभी ने सराहना की।
बाथरूम में फंसने से गई खुशनुमा की जान
मकान स्वामी ने बताया कि घटना के समय खुशनुमा गैलरी के पास बाथरूम में गई थी। दरवाजा फाइबर का होने की वजह से आग बाथरूम में तेजी से फैल गई। चीख पुकार सुन कर वह बाथरूम से बाहर तो निकल आई, लेकिन अपनी जान नहीं बचा सकी। आशंका जताई जा रही है कि उसके ऊपर वहां खड़ी साइकिल गिर पड़ी थी।
विधायक ने अस्पताल पहुंच कर घायलों का हाल जाना। उन्होंने एसडीएम सदर को गैस कंपनी से मुआवजा दिलाने के लिए रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए। वहीं समाजसेवी हिकमतउल्ला खान ने डीएम ने पीडि़त परिवार को 10 लाख और झुलसे लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए की सरकारी आर्थिक मदद दिलाने की मांग की है।