हाईटेक एसओजी करेगी क्राइम का ऑपरेशन
कार्यालय में संचालित होने वाली एक्टिविटीज
कमिश्नर डॉ। प्रीतिंदर सिंह ने एसओजी कार्यालय का शुभारंभ करते हुए कहा कि यह प्रदेश का पहला ऐसा ऑफिस है, जहां प्रॉपर्ली पुलिस लाइन के अंदर बनाया गया है। एसटीएफ कार्यालय की तरह यहां सभी प्रकार की सुविधाएं हैं। खाने के लिए मैस, रात में ठहरने की सुविधा, तकनीक से जुड़ी कई तरह की सुविधाओं को यहां उपलब्ध कराया गया है।
पुलिस लाइन में खोले गए एसओजी कार्यालय में पुलिस की सभी टीमें संयुक्त रूप से कार्य करेंगी। पेशेवर क्रिमिनल्स को जेल की सलाखों के पीछे भेजने के लिए सभी टीमेें मजबूती के साथ कार्य करेंगी। एसओजी कार्यालय शुभारंभ के दौरान डीसीपी और एसीपी के अलावा क्राइम ब्रांच, एसओजी, सर्विलांस, साइबर सेल की टीमों जिम्मेदारी दी गई।
सभी टीमें करेंगी को-आर्डिनेशन
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि एसओजी कार्यालय में साइबर सेल और सर्विलांस की टीम भी काम कर सकती है। उनके बैठने और रहने की भी अलग से व्यवस्था है। एक तरह से कई शाखाएं ज्वाइंट रहकर कार्यालय का इस्तेमाल कर सकेंगी। सभी टीमों के बीच ये ऑॅिफस को-आर्डिनेशन का कार्य करेगा। सभी टीमें जानकारी दूसरी टीमों के साथ शेयर कर क्रिमिनल्स के साथ क्राइम कंट्रोल करने का कार्र्य करेंगी।
आगरा में सबसे ज्यादा 25 हजार अभियुक्त
ऑपरेशन पहचान एप में जोन के 1.30 लाख अभियुक्तों का डाटा फीड किया जा चुका है। इनमें आगरा के ही 25 हजार अभियुक्त हैं। इसके बाद दूसरे नंबर पर अलीगढ़ और तीसरे नंबर पर मथुरा है।
एक एप की मदद से यह भी पता चल रहा है कि किस इलाके में कितने अपराधी निवास कर रहे हैं, जिससे पुलिस को और अलर्ट किया जा सके। वहीं अपराध वाले स्थान कौन से हैं? किस तरह का अपराध हो रहा है, इसकी भी जानकारी मिल रही है। ऑपरेशन पहचान बनेगा मददगार
क्राइम में पुरानों के साथ ही नए लोग भी आ रहे हैं। ऐसे में ऑपरेशन पहचान एप मददगार साबित होगा। बीट सिपाहियों की गतिविधियां भी बढ़ी हैं। अब तक 1.30 लाख अपराधियों का डाटा फीड किया जा चुका है। इनका सत्यापन भी पूरा हो चुका है।
पुलिस लाइन में बने एसओजी कार्यालय में सभी टीमेें संयुक्त रूप से कार्य करेंगी, यह प्रॉपर्ली पुलिस लाइन के अंदर बनाया गया है। एसटीएफ कार्यालय की तरह यहां सभी प्रकार की सुविधाएं हैं। खाने के लिए मैस, रात में ठहरने की सुविधा, तकनीक से जुड़ी कई तरह की सुविधाओं को यहां उपलब्ध कराया गया है।
डॉ। प्रीतिंदर सिंह, पुलिस कमिश्नर