विदेशियों के रोजगार की भाषा बन रही हिंदी
आगरा(ब्यूरो)। वर्तमान में हिंदी 200 देशों में बोली जा रही है। इसका विस्तार लगातार बढ़ रहा है। इस संबंध में 100 सीटों की लिस्ट तैयार की गई है। अगस्त में क्लास शुरू करने का प्रस्ताव है, जबकि देशी स्टूडेंट्स के लिए जुलाई से क्लास लगाई जाएंगी।
पहले से अधिक किए गए आवेदन
केन्द्रीय हिंदी संस्थान में पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार अधिक विदेशियों ने हिंदी सीखने के लिए आवेदन किए गए हैं। इस बार ऐसे देश जो हिंदी में रुचि नहीं रखते थे, वे भी इस बार हिंदी सीखने के लिए आवेदन कर रहे हैं। इसको लेकर 26 देशों के स्टूडेंट्स ने आवेदन किए हैं, अगस्त के महीने में इनकी क्लास शुरू की जाएंगी। इसको लेकर अभी 100 विदेशी स्टूडेंट्स की लिस्ट विभाग द्वारा तैयार की गई है, इसको अंतिम मुहर विदेश मंत्रालय द्वारा लगाई जाएगी। पिछली बार 14 देशों के स्टूडेंट्स ने हिंदी के लिए आवेदन किया था।
आसानी से मिल रही ट्रांसलेटर की जॉब
मेकइन इंडिया के अंतर्गत यहां बनाए गए प्रोडेक्ट को देश विदेश में पसंद किया जा रहा है। इसका विस्तार लगातार बढ़ रहा है। विदेशी मार्केट में बिजनेस मैनेजमेंट और मार्केटिंग से जुड़े लोग इस भाषा को सीख रहे हैं। इससे हिंदी भाषा सीखने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है। केन्द्रीय हिंदी संस्थान के जन संपर्क अधिकारी केसरी नंदन ने बताया कि संस्थान में हिंदी सीखने के लिए आने वाले विदेशियों को आसानी से हिंदी ट्रांसलेटर या फिर बिजनेस मीडिएटर की जॉब मिल जाती है।
केन्द्रीय हिंदी संस्थान की ओर से 26 देशों के स्टूडेंट्स की लिस्ट तैयार की गई है। ये लिस्ट विदेश मंत्रालय को भेजी जाएगी। इसमें 100 स्टूडेंट्स शामिल है। मंत्रालय से स्वीकृति के बाद एडमिशन प्रोसेस को अंतिम रूप दिया जाएगा। जन संपर्क अधिकारी केसरी नंदन ने बताया कि स्टूडेंट्स को समय से सूचना भेजी गई है, जिससे सत्र समय से सुचारु किया जा सके।
100 सीट्स, 154 मिले आवेदन
केन्द्रीय हिंदी संस्थान में 100 सीटों के लिए 154 विदेशियों ने आवेदन किए हैं। जिसमें अरमेनिया, बेलारूस, फिजी, चाड, केन्या से 1-1, बुल्गारिया से 2, चीन से पांच, कोस्टारिका से 2, क्यूबा से 2, इजिप्ट से 3, कजाखिस्तान से 2, मंगोलिया से 2, नाईजीरिया से 5, पेरू से 2, रोमानिया से एक, रूस से 5, दक्षिण कोरिया से चार, दक्षिण अफ्र का से 1, श्रीलंका से 21, स्वीडन से 1 (पिछली बार आफलाइन जुड़े थे), तजाकिस्तान से 11, थाईलैंड से 9, त्रिनाद एंड टोबैगो से 4, तुर्कमेनिस्तान से 2, उज्बेकिस्तान से 8 और वियतनाम से 2 का नाम प्रवेश के लिए संभावितों में हैं।
विश्व में हिंदी भाषी करीब 70 करोड़ लोग हैं। यह तीसरी सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है। जिसमें अंग्रेजी बोलने वालों की संख्या पहले स्थान पर है। चीनी भाषा मेंडरिन बोलने वाले दूसरे स्थान पर है। जबकि स्पैनिश और अरबी का चौथा और पांचवां स्थान है। समझने, जानने और बोलने की बढ़ती संख्या
हिंदी जानने, समझने और बोलने वालों की बढ़ती संख्या के कारण अब विश्व भर की वेबसाइट हिंदी को भी तबज्जो दे रही हैं। ईमेल, ई-कॉमर्स, ईबुक, इंटरनेट, एसएमएस एवं वेब जगत में हिंदी को बड़ी सहजता से पाया जा सकता है। माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, आईबीएम तथा ओरेकल जैसी कंपनियां अत्यंत व्यापक बाजार और भारी मुनाफे को देखते हुए हिंदी प्रयोग को बढ़ावा दे रही हैं। हिंदी सीखनेे के लिए पहले से अधिक स्टूडेंटस ने आवेदन किए हैं, अगस्त में विदेशी स्टूडेंट्स की क्लास लगाई जाएगी, इस संबंध में स्टूडेंट्स को सूचना भेजी गई है।
केसरी नंदन, जन संपर्क अधिकारी