शहर के कई इलाकों में हकीकत में धरातल स्थल पर नशा बड़े स्तर पर पांव पसार रहा है. अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि किराना व सब्जियों की दुकानों पर नशा बिक रहा है.

आगरा(ब्यूरो)। नशीले पदार्थों की पहुंच उत्तर पूर्वी महानगरों से होते हुए छोटे शहरों, कस्बों के गलियारों से होते हुए गांवों तक पहुंच चुकी है। न केवल जिंदगी बर्बाद हो रही है बल्कि घर भी बर्बाद हो रहे हैं। गांजे के नशे के आंकडों पर नजर दौड़ाई जाए तो फिलहाल जिले में लगभग 550 लोग नशे का इलाज करवा रहे हंै।

बस्ती की दुकानों पर बिक रहा नशा
उत्तरी पूर्वी उड़ीसा में गांजे की खेती की जाती है, बड़े पैमाने पर ट्रक और ट्रेन के जरिए ये नशे का कारोबार अब नशा गली, मोहल्लों तक जा पहुंचा है। हाल ही में पुलिस ने एत्माद्दौला यमुनापार क्षेत्र से चार युवकों को अरेस्ट किया है, जो गली और मोहल्लों में नशे की बिक्री का कारोबार करते है। इनको अरेस्ट किया गया है, पुलिस पूछताछ कर रही है कि वे किससे नशे का माल खरीदते थे और कहां-कहां बेचते थे।

शहर के कई इलाके नशे की गिरफ्त में
सीता नगर, ट्रांसयमुना, फाउंड्रीनगर समेत कई कॉलोनियों पर किराना व सब्जी की दुकानों पर छापेमारी की तो वहां पर लगभग आठ किलो 600 ग्राम गांजा पकड़ा गया था। जिसे फुटकर में बेचा जाना था। जिस हिसाब से दुकानों पर गांजा बिक रहा था उससे साफ जाहिर था कि खरीददार भी आसपास के लोग हंै। ढाबों पर नशा मिलने के मामले भी अक्सर सामने आते रहते हंै। यमुनापार के प्रकाश नगर, सीता नगर, हनुमान नगर, कटरा बजीरखां, इस्लाम नगर के कुछ इलाके नशे के लिए बदनाम हैं। जहां पर महिलाएं नशे का कारोबार चलाती हैं। यहां पर नशे को किसी भी समय खरीदा जा सकता है। अक्सर नशेड़ी युवकों को इन इलाकों में नशा खरीदते देखा जा सकता है।

हाथ डालने से बचती है पुलिस
शहर के कुछ इलाकों में नशा गहरी जड़ जमा चुका है, कारोबार भी खूब हो रहा है, गली मोहल्लों, सड़कों पर नशे में गिरफ्त लोगों को देखा जा सकता है। बावजूद इसके पुलिस इनकी ओर ध्यान नहीं देती है। इसके पीछे मुख्य वजह उनकी नशे की जबरदस्त लत होना है।

आदत में बदल जाता है शौक
मनोवैज्ञानिक डॉॅ। पूनम तिवारी मानती हैं कि नशे की चपेट में किशोर और युवा बहुत तेजी से आ रहे हैं। शौकिया तौर पर बीड़ी, सिगरेट तथा हुक्का से किया गया नशा बाद में आदत में बदल जाता है। शुरुआत तो नासमझी के कारण होती है, जो आगे जाकर लत बनती जाती है। यह आदत कमजोरी में तब्दील हो जाती है।

नशे को रोकने के लिए उठाए कदम
डिप्टी क मिश्नर ऑफ पुलिस विकास कुमार ने बताया कि पुलिस नशा रोकने के लिए गंभीर है। सूचना मिलते ही तुरंत कार्रवाई की जाती है फिर भी नशे को रोकने के लिए आमजन का सहयोग मिलना जरूरी है जो नशे का कारोबार करने वालों के बारे में पुलिस को सूचना दें। अपने स्तर पर भी पुलिस संदिग्ध लोगों पर नजर रखती है। नशे को रोकने के लिए हरसंभव कदम पुलिस द्वारा उठाए जा रहे हैं।

8 केजी गांजे के साथ 4 अरेस्ट
पुलिस टीम ने शनिवार को टेड़ी बगिया क्षेत्र के ब्रेड फैक्ट्री के पास झाडिय़ों में अवैध नशीला पदार्थ गांजा बेचने की फिराक में चार आरोपियों को अरेस्ट कर लिया। गिरफ्तार में आए आरोपी के कब्जे से एक मोटरसाइकिल, 8 किलो 100 ग्राम गांजा, 4 मोबाइल नकदी एक हजार से अधिक रुपए बरामद हुए हैं। इस संबंध में थाना ट्रांसयमुना पर एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है।

मौज मस्ती के लिए गांजे की बिक्री
पकड़े गए आरोपियों ने हम लोग अपने शौक मौज को पूरा करने के लिए गांजा बेचते हैं। आरोपी हेमु उर्फ हेमंत पाठक ने बताया कि वे बहुत दिनों से गांजा बेचने का काम कर रहे हैं, पूर्व में भी कई बार जेल जा चुके हैं। प्रमोद उड़ीसा से चोरी-छिपे सस्ते दामों पर गांजा लाता है, इन लोगों के जरिए से आम जनता के बीच डिमांड के अनुसार ऊंचे रेटों में बेचकर मुनाफा कमाते हैं। हम लोग गांजा को छोटू या प्रमोद के पास रखते हैं, इसएवज में उन्हें पैसा देते हैं।

अरेस्ट किए आरोपी
-हेमु उर्फ हेमन्त पाठक पुत्र स्व। अशोक कुमार पाठक निवासी सत्यम विहार कॉलोनी नगला महराम थाना खन्दौली
-आरव उर्फ अरुण उर्फ छोटू पुत्र मुकेश बाबू निवासी नरायण विहार कॉलोनी थाना खन्दौली
-अरुण पाल उर्फ अरुण कालिया पुत्र मुन्ना लाल निवासी सत्यम विहार कॉलोनी नगला महाराम थाना खन्दौली
-प्रमोद पुत्र रामपुरी गोस्वामी निवासी गढ़ी जीवनराम थाना खन्दौली

बरामदगी
-8 किलो 100 ग्राम अवैध गांजा नशीला पदार्थ
-1 मोटरसाइकिल
-4 मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
-आरोपियों से बरामद नकदी 1,060 रुपए

Posted By: Inextlive