हेट स्पीच: माहौल खराब कर रहे नफरत भरे बोल
आगरा। हेट स्पीच मामला इन दिनों गर्म चल रहा है, जिसके तहत लोग धार्मिक या समुदाय विशेष पर पोस्ट करने के बाद एक दूसरे पर तंज कसना शुरू कर देते हैं। इसके बाद ऑनलाइन विवाद का सिलसिला शुरू हो जाता है, बात बढऩे पर ऑफलाइन कहासुुनी के बाद मामला मारपीट और हत्या तक पहुंच जाता है। इससे माहौल खराब होने और दंगे जैसी घटनाएं हो सकती हैं। ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए अब पुलिस एक्शन मोड पर है।
हेट स्पीच को लेकर पुलिस ने ऐसे लोगों को चिन्हित करना शुरू कर दिया है, जो धर्म या जाति विशेष के नाम पर सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट कर माहौल खराब कर रहे है। जिसके अंतर्गत हेट स्पीच और फेक न्यूज करने वाले लोगों को चिन्हित किया जाएगा। इनके खिलाफ आईटी एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी।
हेट स्पीच को लेकर लोगों की राय
सामजसेवी सुमन सुराना का कहती हैं कि हेट स्पीट को लेकर उदयपुर और अमरावती की घटना के बाद पूरे देश में भय का वातावरण है, सरकार को सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने वालों पर कार्रवाई करनी चाहिए।
बंद होना चाहिए भड़काऊ भाषण
देश के अलग-अलग समुदाय के कट्टरपंथियों के आग उगलने वाले भड़काऊ भाषण बंद होने चाहिए, क्योंकि इससे देश का माहौल खराब हो रहा हे। वहीं हत्या जैसी बड़ी घटनाएं सामने आ रहीं हैं।
5 सितंबर वर्ष 2015
-आगरा सोशल मीडिया पर की गई धार्मिक टिप्पणी के कारण आगरा में दो समुदायों के बीच हिंसा, 12 लोग समेत तीन लोग घायल 8 अप्रैल 2018
-आगरा में भारत बंद को लेकर सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट पर तीन लोगों के खिलाफ पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा। 11 नवंबर 2019
-सोशल मीडिया पर भड़काऊ और गलत संदेश प्रसारित करने वाले दो लोगों के खिलाफ मुकदमा किया गया दर्ज। 11 नवंबर 2021
-आगरा सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के बाद दो लोगों के खिलाफ पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा 13 जून वर्ष 2022
-प्रेम और सौहार्द की नगरी आगरा दंगाइयों के निशाने पर है, इस मामले में एसएसपी सुधीर कुमार ने सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज। 9 मार्च वर्ष 2022
-पिछले साल पुलिस ने लोहामंडी में भड़काऊ पोस्ट डालने पर युवक को गिरफ्तार किया था। इसके बावजूद कुछ लोग बाज नहीं आ रहे हैं।
पुलिस ने जारी की एडवाइजरी
एसपी सिटी विकास कुमार ने एडवाइजरी में कहा गया है कि सोशल मीडिया पर नियम के खिलाफ भड़काऊ पोस्ट और संदेश न डालें। साफ चेतावनी दी है कि जो भी व्यक्ति धार्मिक, जातीय अथवा समाज में फेक न्यूज फैलाने वाले पोस्ट डालेगा, शेयर या लाइक करेगा, उसके खिलाफ आईपीसी की धाराओं में कार्रवाई की जाएगी।