प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिव्यांगजनों के लिए शुरूकी गई महत्वपूर्ण योजना सुगम्य भारत को छह साल से अधिक हो गए हैैं. लेकिन वो अभी तक केंद्र सरकार द्वारा संचालित कार्यालयों तक नहीं पहुंच सकी है. संजय प्लेस स्थित सब पोस्ट ऑफिस दिव्यांगजनों के लिए सुगम्य नहीं है. यहां आने वाले दिव्यांगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. यदि किसी दिव्यांग को पोस्ट ऑफिस में कोई काम कराने आना हो तो उसे कई मुश्किलों को सामना करना पड़ेगा.

आगरा। नहीं मिली व्हीलचेयर
बुधवार को दैनिक जागरण-आईनेक्स्ट की टीम जब संजय प्लेस स्थित सब पोस्ट ऑफिस पहुंची तो गार्ड से दिव्यांगजन के लिए व्हीलचेयर के बारे में पूछा। इस पर गार्ड ने मना कर दिया। दिव्यांगजन के लिए बनाए गए सुगम्य रास्ते की पड़ताल की तो पाया कि यहां पर बाहर तो रैैंप बनाई है। लेकिन, ऑफिस में अंदर उतरने के लिए कोई रैैंप की सुविधा नहीं है। यानि यहां पर दिव्यांगजन के लिए पोस्ट ऑफिस के गेट तक चढऩे के लिए तो व्यवस्था है, लेकिन गेट के अंदर प्रवेश करने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। यहां से उसे सीढिय़ों से उतरकर ही जाना पड़ेगा।

अन्य सुविधाएं भी नहीं अवेलेबल
सुगम्य भारत के तहत ऑफिसों में दिव्यांगजन के लिए रैैंप के साथ-साथ फस्र्ट फ्लोर पर जाने के लिए सुगम्य लिफ्ट, दिव्यांगजनों के लिए अलग से सुगम्य शौचालय, दरवाजे पर सुगम्य पार्किंग और पीने के पानी की व्यवस्था भी होनी चाहिए। लेकिन संजय प्लेस स्थित पोस्ट ऑफिस में इनमें से कोई व्यवस्था नहीं मिली। इसके साथ ही यहां पर दिव्यांगजन के लिए 'मे आई हेल्प यूÓ काउंटर भी नहीं मिला। पोस्ट ऑफिस के प्रवर डाक अधीक्षक आनंद कुमार सिंह ने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि इस बारे में आपको रीजनल ऑफिस जानकारी देगा।

सुगम्य भारत अभियान के तहत ये व्यवस्था होना जरूरी

प्रवेश के लिए रैंप होनी चाहिए
- सुगम्य लिफ्ट होनी चाहिए
- सुगम्य शौचालय
- प्रवेश द्वार के पास ही दिव्यांगों के लिए पार्किंग
- सुगम्य पेयजल की व्यवस्था होनी चाहिए
- 'मे आई हेल्प यूÓ का बूथ होना चाहिए
- सभी सुविधाओं पर साइनेज की व्यवस्था होनी चाहिए
सुगम्य भारत के तहत सुविधाओं की कमी के बारे में रीजनल ऑफिस ही जानकारी दे सकता है। हम इसके लिए आधिकारिक नहीं हैैं।
- आनंद कुमार सिंह, प्रवर डाक, अधीक्षक

Posted By: Inextlive