ग्रेटर आगरा और मेडिसिटी को जल्द ही पंख लग सकते हैं. इन दोनों प्रोजेक्ट को शासन 100 न्यू टाउनशिप स्कीम में शामिल कर सकता है. इससे जहां इन दोनों प्रोजेक्ट के सामने से बजट का संकट दूर होगा वहीं ये गति भी पकड़ेंगे.

अरूण पाराशर
आगरा(ब्यूरो)। आगरा विकास प्राधिकरण की ओर से ग्रेटर आगरा और मेडिसिटी प्रोजेक्ट को डेवलप किया जा रहा है लेकिन बजट के अभाव में दोनों प्रोजेक्ट गति नहीं पकड़ पा रहे हैं। इसके लिए एडीए ने शासन को इन दोनों प्रोजेक्ट को 100 नई टाउनशिप योजना में शामिल करने के लिए लेटर भेजा है।

5 वर्षों में होंगी डेवलप
गत दिनों प्रदेश सरकार की ओर से जारी सप्लीमेंट्री बजट में 4 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान न्यू टाउनशिप के लिए किया गया था। इसके तहत उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था वन ट्रिलियन डॉलर बनाने और शहरों में बेहतर आवासीय सुविधाएं मुहैया कराने के लिए सरकार अगले पांच वर्षों में कई जिलों में 100 नई टाउनशिप योजनाएं शुरू करेगी। इनमें आवास विकास परिषद 10 और विकास प्राधिकरण 90 योजनाएं शुरू करेंगे।

बजट की कमी होगी दूर
आगरा में एडीए की ओर से डेवलप की जा रहीं दो टाउनशिप (ग्रेटर आगरा और मेडिसिटी) पहले से ही प्रोसेस में हैं। ऐसे में एडीए की ओर से शासन को लेटर लिखकर इन दोनों टाउनशिप को 100 टाउनशिप में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा गया है। अगर इन दोनों टाउनशिप को शामिल करने के प्रस्ताव पर शासन से हरी झंडी मिल जाती है तो ये दोनों प्रोजेक्ट के लिए अच्छा होगा। दोनों प्रोजेक्ट शासन की प्रायोरिटी में शामिल हो जाएंगे। साथ ही बजट में न्यू टाउनशिप के लिए 4 हजार करोड़ का जो प्रावधान किया गया है, उससे भी इन प्रोजेक्ट को बजट मिलने की संभावना रहेगी। जिससे एडीए के सामने बजट की कमी दूर हो सकेगी। दोनों प्रोजेक्ट रफ्तार पकड़ सकेंगे।

क्यों पड़ रही न्यू टाउनशिप की जरूरत?
बढ़ती आबादी को देखते हुए अगले पांच वर्षों में शहरों की जनसंख्या में 35 से 40 फीसदी तक इजाफा हो सकता है। इसके मद्देनजर नई टाउनशिप योजनाएं शुरू करने का फैसला किया गया है। योजना के मुताबिक, लखनऊ, अयोध्या, कानपुर, आगरा, प्रयागराज, वाराणसी, मेरठ, गाजियाबाद, मथुरा-वृंदावन, गोरखपुर, सहारनपुर, मुरादाबाद और बरेली जैसे बड़े विकास प्राधिकरणों में चार से छह नई टाउनशिप शुरू होंगी। वहीं, छोटे विकास प्राधिकरण और विशेष क्षेत्र में कम से कम दो से चार टाउनशिप आएंगी।

प्रोजेक्ट के शामिल होने की संभावना अधिक
एडीए अधिकारियों की मानें तो दोनों प्रोजेक्ट को शासन से स्वीकृति मिलने की संभावना अधिक है। प्रदेश अभी अन्य किसी प्राधिकरण में इस तरह की दो टाउनशिप की कोई योजना नहीं है। जबकि आगरा में ये दोनों टाउनशिप योजना प्रोसेस में है। ऐसे में काफी संभावना है कि इन दोनों को 100 न्यू टाउनशिप योजना में शामिल कर लिया जाए।


मेडिसिटी
120 हेक्टेयर
1399 करोड़ बजट


ग्रेटर आगरा
612 हेक्टेयर
3250 करोड़ बजट


मेडिसिटी प्रोजेक्ट
एत्मादपुर क्षेत्र के मदरा गांव में प्रदेश की पहली मेडिसिटी बनेगी। 1399 करोड़ रुपए से 120 हेक्टेयर में इसे विकसित किया जाएगा। अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं का यह सबसे बड़ा सेंटर होगा। यहां गंभीर मरीजों के लिए एयर एंबुलेंस सुविधा होगी।


ग्रेटर आगरा
दो वर्ष पूर्व इनर रिंग रोड के सहारे ग्रेटर आगरा शहर विकसित करने का प्रस्ताव तैयार किया गया था। ग्रेटर आगरा 612 हेक्टेयर में विकसित होगा। इसके लिए रायपुर और उसके आसपास की अधिकांश जमीन का अधिग्रहण हो चुका है। इस प्रोजेक्ट में 50 वर्ग मीटर से लेकर 400 वर्ग मीटर तक के भूखंड होंगे। प्राथमिक विद्यालय और डिग्री कॉलेज भी होगा। इसके अलावा एक अस्पताल भी खोला जाएगा। सीवर, पानी की लाइन, गैस लाइन बिछाई जाएगी। स्वीमिंग पूल सहित अन्य सुविधाएं होंगी। ग्रेटर आगरा को इनर रिंग रोड की सर्विस रोड से कनेक्ट किया जाएगा। इसे 3250 करोड़ से डेवलप किया जाएगा।


ग्रेटर आगरा और मेडिसिटी को 100 न्यू टाउनशिप योजना में शामिल करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है।
चर्चित गौड़, वीसी, एडीए

Posted By: Inextlive