गांजा तस्कर हाथ आए, बड़े खरीदार नहीं, ओडिशा और छत्तीसगढ़ से कैंटर के जरिए आ रही बड़ी खेप
आगरा(ब्यूरो)। कमिश्नरी में गांजे की तस्करी जीवन यापन का जरिया बन गई है। शहर में हर तीसरे दिन गांजे की बड़ी खेप पकड़ी जा रही है, तीन दिन पूर्व सदर थाना पुलिस तीन तस्करों को गिरफ्तार किया था, उनके पास से 17 लाख रुपए का गांजा बरामद किया है। वहीं मंगलवार को हरीपर्वत पुलिस ने चार गांजा तस्करों को गिरफ्तार किया है जो लग्जरी कार से गांजे की सप्लाई करने जा रहे थे, उनके पास से 185 किलो गांजा बरामद किया गया है, इसकी कीमत 12 लाख रुपए लगाई जा रही है।
कैंटर से आती है गांजे की बड़ी खेप
ओडिसा और छत्तीसगढ़ से गांजे की सप्लाई बड़े पैमाने पर की जाती है। डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस विकास कुमार ने बताया कि एत्माद्दौला पुलिस को जानकारी मिली कि ओडिसा से बड़ी मात्रा में गांजा लाया गया है। इस गांजे के खपाने की तैयारी की जा रही थी। लेकिन इससे पहले पुलिस ने तस्करों को गिरफ्तार कर लिया।
सड़क के रास्ते होती है सप्लाई
एक सूचना पर पुलिस ने छापामार कार्रवाई की, लाल रंग की होंडा सिटी का की डिग्गी में गांजा भरकर सप्लाई किया जा रहा था, गांजे की अनुमानित कीमत 12 लाख रुपए बताई गई है। गांजा तस्करों को पुलिस ने बताया कि ये ओडिशा से सड़क के रास्ते गांजे की बड़ी खेप कैंटर के जरिए आगरा लाई जाती है। जहां से लग्जरी कारों के जरिए आप
आसपास के जिलों में खपाने का था काम
पुलिस ने गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ की जिसमें उन्होंने बताया कि वे कार के जरिए गांजा की खेप अलग-अलग क्षेत्रों में खपाने का कार्य करते थे। पुलिस ने गांजा तस्करी में कमला नगर निवासी मुदीर बंसल, सत्यवीर निवासी बरहन प शिव कुमार पौनिया व पुष्पेन्द्र निवासी फिरोजाबाद को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा इनके दो ओर साथी हैं, जो अभी फरार हैं। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है।
पुलिस की पकड़ से दूर बड़े तस्कर
पिछले दो साल के अंदर पुलिस ने आगरा में गांजे की खेप पकडऩे के साथ ही तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। उन पर कार्रवाई कर जेल भेजा गया है। इसको बड़े स्तर पर खरीदारी करने वाले कौन हैं, इसका पता पुलिस लगा रही है। यही वजह कि गांजा की खेप लगातार आ रही है।
एक सूचना पर पुलिस ने छापामार कार्रवाई की थी, लाल रंग की होंडा सिटी का की डिग्गी से 185 किलो गांजा बरामद किया गया है। इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
विकास कुमार, डिप्टी पुलिस कमिश्नर