गणेश उत्सव: मूर्ति विसर्जन को लेकर जिला प्रशासन ने मांगी 30 थानों से डिटेल
आगरा। एडीएम सिटी ने सभी 30 थानाध्यक्षों से विभिन्न बिन्दुओं पर जानकारी उपलब्ध कराने को कहा है। 31 अगस्त से 9 सितम्बर 2022 तक चलने वाले गणेश उत्सव को लेकर जिला प्रशासन ने 30 थाना क्षेत्रों से जानकारी मांगी है। गणेश मूर्ति विसर्जन को लेकर किस रास्ते से यात्रा गुजरेगी। इसके लिए शांति व्यवस्था और साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए हर संभव उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं।
इन बिन्दुओं पर मांगी जानकारी
- किन स्थानों पर बड़ी गणेश मूर्ति की स्थापना की गई है।
- गणेश मूर्ति विसर्जन के दौरान यात्रा कहां होकर गुजरेगी।
- किन रोड और किन चौराहों से होकर यात्रा निकलेगी।
- यात्रा में कितने लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।
- मूर्ति विसर्जन के लिए कहां स्थान नियमित किया गया है। जिन थानों से जानकारी मांगी है। उनमें हरीपर्वत, न्यू आगरा, रकाबंगज, सदर, ताजगंज, थाना एमएम गेट, एत्माद्दौला, नाई की मंडी, शाहगंज, जगदीशपुरा, सिकंदरा, मलपुरा, सैंया, फतेहाबाद, शमशाबाद, डौकी, छत्ता, कोतवाली,खंदौली, अछनेरा, खेरागढ़, जगनेर, इरातदनगर, जैतपुर समेत 30 थानों से जानकारी मांगी गई है। इनसे ये भी जानकारी मांगी गई है कि वे इस दौरान क्या व्यवस्था करेंगे।
घाटों पर गोताखोरों को तैनात करने के निर्देश
जिन घाटों पर गणेश मूर्ति का विसर्जन किया जाना है। वहां एडीएम सिटी ने गोताखोर तैनात करने के निर्देश दिए हैं। इससे किसी भी प्रकार की अनहोनी घटना को रोका जा सके। इसके अलावा घाटों और बनाए जाने कुंडों के परिसर में बेरिकेडिंग करने के निर्देश दिए हैं। इससे अनावश्यक लोगों को कुंडों की ओर जाने से रोका जा सके।
इन स्थानों पर होता है मूर्ति विसर्जन
शहर से लेकर देहात तक व्यापक मात्रा में मूर्ति विसर्जन होता है। बता दें कि 10 दिन तक चलने वाले गणेश उत्सव में 9 सितम्बर को मूर्ति विसर्जन किया जाएगा। इसमें हाथी घाट, यमुना घाट, बल्केश्वर, कैलाश घाट, पोइया घाट, पार्वती नदी, चंबल नदी, खारी नदी, किवाड़ नदी, उटंगन नदी आदि स्थानों पर मूर्ति विसर्जन किया जाता है।