जी-20: नौ दिन चले अढ़ाई कोस, अभी ठीक से करना होगा बंदोबस्त
आगरा. वैसे तो आगरा को ताजमहल के कारण पूरी दुनिया में पहचान मिली हुई है। अब आगरा को दुनिया की दो तिहाई आबादी, 85 फीसद जीडीपी और 75 परसेंट हिस्सेदारी रखने वाले जी-20 समूह की मेजबानी करने का मौका मिला है। देशभर में 55 स्थानों पर हो रही बैठकों में आगरा में भी बैठक का आयोजन होगा। इस कारण ताजनगरी पर भी दुनिया की निगाहें रहेंगी। मेहमानों की खातिरदारी के लिए जोरों से काम भी किया जा रहा है। दैनिक जागरण- आईनेक्स्ट ने इसको लेकर आगराइट्स की राय जानने के लिए एक सर्वे किया। इसमें आमजन ने कहा कि अभी तैयारियों में और कसर बाकी है। इसे भी जल्द से जल्द पूरा करना चाहिए।
टूरिज्म को होगा फायदा
दैनिक जागरण-आईनेक्स्ट ने गूगल सर्वे के माध्यम से किए गए सर्वे में पहला सवाल पूछा कि क्या स्मारकों के आसपास अतिक्रमण हटा है? इसके जवाब में 85.7 परसेंट लोगों ने नहीं में उत्तर दिया। 14.3 परसेंट ने कहा कि उन्हें पता नहीं। सर्वे में दूसरा सवाल पूछा गया कि क्या शहर की सड़कों के गड्ढे भर चुके हैैं? इसके जवाब में 100 परसेंट लोगों ने नहीं में उत्तर दिया। सर्वे में तीसरा सवाल पूछा गया कि शहर में सौंदर्यीकरण के लिए कराए जा रहे कार्यों से आप संतुष्ट हैैं? इसके जवाब में 71.4 परसेंट लोगों ने हां में उत्तर दिया। 28.6 परसेंट ने नहीं में उत्तर दिया। सर्वे में चौथा सवाल पूछा गया कि जी-20 सदस्यों के आगरा आगमन से क्या टूरिज्म को फायदा होगा? इसके जवाब में 85.7 परसेंट ने हां में जवाब दिया। 14.3 परसेंट ने नहीं में जवाब दिया।
सितंबर 2023 में दिल्ली में 20 देशों के राष्ट्राध्यक्षों का समारोह होगा। आगरा पर्यटन नगरी होने के कारण प्रतिनिधिमंडलों के लिए प्रमुख केंद्र रहेगा। यहां विभिन्न समूह व संगठनों की गोष्ठियां, बैठक व कार्यक्रम आयोजित होंगे। आगरा से ही देश की छवि बनेगी। जरूरी है कि सभी विभाग समन्वय से शहर को स्वच्छ, सुंदर और व्यवस्थित बनाएं। इसके लिए आगरा में सड़कों के चौड़ीकरण, साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था, मरम्मत एवं निर्माण कार्य कराए जाएंगे। इसके साथ ही ताजमहल, फतेहपुर सीकरी, सिकंदरा, एत्माउद्दौला, आगरा किला स्मारक पर भी संरक्षण कार्य होने हैैं।
इन देशों से आएंगे प्रतिनिधि
जी-20 सम्मेलन में शामिल होने के लिए अर्जेंटिना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्र ांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, कोरिया, रूस, सऊदी अरब, साउथ अफ्र का, टर्की, इंग्लैंड, अमेरिका व यूरोपियन यूनियन के सभी देश। इनके अलावा मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन व यूएई के प्रतिनिधि ताजमहल देखने के लिए आगरा आ सकते हैं।
जी-20 सम्मेलन में कृषि, भ्रष्टाचार, डिजिटल अर्थव्यवस्था, आपदा प्रबंधन, विकास, शिक्षा, रोजगार, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा, स्वास्थ्य, व्यापार एवं निवेश, पर्यटन को बढ़ावा देने पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रतिनिधियों की बैठक व कार्यक्रम साल भर तक चलते रहेंगे। जी-20 के दृष्टिगत यह होने है काम
- ताजमहल, फतेहपुर सीकरी, सिकंदरा, एत्माउद्दौला, आगरा किला स्मारक पर संरक्षण कार्य।
- मॉल रोड, यमुना किनारा, एमजी रोड, एमजी रोड-टू एवं सिंकदरा से रामबाग तक प्रकाश व्यवस्था।
- शहर की सभी प्रमुख सड़क व बाजारों में बेहतर सफाई, सौंदर्यीकरण, पार्किंग व्यवस्था।
- सड़कों पर चल रही खोदाई बंद होगी, गड्ढों से लेकर पेयजल, सीवर लाइनों को दुरुस्त किया जाएगा। ------------------
ताजनगरी में जी-20 देशों के सदस्य आएंगे। इससे आगरा विश्व पटल पर हाईलाइट होगा। इससे आगरा के टूरिज्म को फायदा हो सकता है। लेकिन ताजनगरी में सिविल एंक्लेव के निर्माण को जल्दी कराना होगा। इसके साथ ही अन्य रूके हुए कार्य भी जल्दी ही पूरे कराने होंगे।
- राकेश चौहान, प्रेसिडेंट, होटल एंड रेेस्टोरेंट एसोसिएशन
जी-20 में भाग लेने के लिए दुनियाभर से प्रतिनिधि आगरा आ रहे हैं। इसके बाद भी सालभर यहां विदेशी मेहमानों का आना-जाना लगा रहेगा। इसको लेकर एयरपोर्ट शिफ्टिंग प्रोजेक्ट जल्द पूरा होना चाहिए। सिविल सोसाइटी ने एयरपोर्ट अथॉरिटी से इसको लेकर मांग की है।
- अनिल शर्मा, महासचिव, सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा