ताजनगरी में रविवार को पोलियो प्रतिरक्षण अभियान का शुभारंभ हो गया. इस अवसर पर जीवनी मंडी क्षेत्र में जागरूकता रैली निकाली गई और चीफ मेडिकल ऑफिसर द्वारा फीता काटकर पल्स पोलियो बूथ का शुभारंभ किया गया. सीओएमओ डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि रविवार को पल्स पोलियो अभियान के तहत जन जागरूकता रैली का आयोजन किया गया. बच्चों ने नारे लगाकर आम जनमानस को पोलियो खुराक से अपने बच्चे को पिलाने के लिए जागरुक किया.


आगरा। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ। संजीव वर्मन ने बताया कि जिले भर में पोलियो प्रतिरक्षण अभियान में लगभग 7.58 लाख बच्चों को पोलियो की दवा पिलाये जाने का लक्ष्य है। इसके लिए जनपद में अभियान के पहले दिन 2680 बूथों पर पोलियो की दवाई पिलाई गई। डीआईओ ने बताया कि सोमवार से पांच दिन तक 1724 टीमें घर-घर जाकर भ्रमण करेंगी और बच्चों को पोलियो की दवाई पिलाएंगी।

डीआईओ ने बताया कि भारत पोलियो मुक्त हो चुका है, लेकिन पोलियो का वैश्विक खतरा पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है। यही वजह है कि भारत सरकार की तरफ से पल्स पोलियो का ड्रॉप नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाता है। पल्स पोलियो का ड्रॉप जन्म के समय ही दिया जाता है। इसके अलावा छह, दस और चौदह सप्ताह पर भी यह ड्रॉप पिलाया जाता है। इसकी बूस्टर खुराक सोलह से चौबीस महीने की आयु में भी दी जाती है।

ये रहे मौजूद
इस अवसर पर जीवनी मंडी की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ। मेघना शर्मा, विश्व स्वास्थ्य संगठन के एसएमओ बीएस चंदेल, खंदौली में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ। प्रभात राजपूत, बीपीएम, डीपीएम कुलदीप भारद्वाज, यूनिसेफ की बीएमसी सपना उपाध्याय उपस्थित रहे।

विश्व में अब एक केस
सीएमओ ने बताया दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र में भारत को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 27 मार्च 2014 को पोलियो मुक्त घोषित कर दिया था.लेकिन देश में पोलियो के आयात का खतरा अब भी है। पोलियो वायरस से बचाव के लिए जागरूकता बहुत जरूरी है क्योंकि वर्ष 2021 में अफगानिस्तान में 4 केस और पाकिस्तान में एक केस था। लेकिन वर्ष 2022 में 9 फरवरी तक अफगानिस्तान में एक केस रह गया है। ऐसे में पोलियो से सुरक्षा का एक ही उपाय है कि शून्य से पांच साल के बच्चों को पोलियो का ड्रॉप अवश्य पिलाएं।


कुल लक्षित बच्चे -7.58 लाख
कुल बूथ-2680
गृह भ्रमण टीम-1724

Posted By: Inextlive