क्रिप्टो करेंसी का झांसा देकर ठगों ने 20 लाख रुपए की ठगी की थी. पुलिस अभी तक आरोपियों को नहीं पकड़ पाई है. पीडि़त ने मंगलवार को पुलिस आयुक्त के सामने पेश होकर बताया कि एक आरोपी थाईलैंड भाग गया है. दो आरोपी भागने की तैयारी में हैं. आरोपियों ने निवेश के नाम पर करोड़ों की ठगी की है. पुलिस आयुक्त डॉ. प्रीङ्क्षतदर ङ्क्षसह ने आरोपियों को विदेश जाने से रोकने के लिए लुकआउट नोटिस जारी कराने के निर्देश दिए हैं.

आगरा(ब्यूरो) । लॉयर्स कॉलोनी निवासी जयप्रताप ङ्क्षसह ने न्यू आगरा थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा लिखाया था। पुलिस अभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर पाई है। पीडि़त ने मंगलवार को पुलिस आयुक्त डॉ। प्रीङ्क्षतदर ङ्क्षसह को बताया कि 12 अगस्त 2020 को उनके पास एक अंजान नंबर से कॉल आई। उसने अपना नाम रवि पंचाल मैसर्स सिलिकान ड्राइव का मार्केङ्क्षटग हेड बताया। उन्हें जानकारी दी कि एक महीने पहले क्रिप्टो करेंसी कोयल 50 पैसे प्रति करेंसी थी। उसकी कीमत अब एक रुपए प्रति कोयल क्वॉइन हो गई है। छह महीने में यह कीमत 150 रुपए प्रति कोयल करेंसी हो जाएगी। रवि पंचाल ने उन्हें कोयल क्रिप्टो करेंसी में बड़ी रकम लगाने पर मोटा मुनाफा होने का आश्वासन दिया। उनसे 20 लाख रुपये का निवेश करा दिया।

कीमत नहीं बढ़ी, मूलधन भी हड़पा
पैसा ट्रांसफर करने के बाद आरोपियों ने उन्हें ट्रंक ङ्क्षलक नामक एप से जोड़ लिया। आरोपी कोयल करेंसी के कथित मालिक सुभाष जेवरियां से एप के माध्यम से महीने में दो से तीन बार ऑनलाइन बात कराते थे। निवेश के बाद कीमतें बढऩा तो दूर उनका मूलधन भी आरोपियों ने हड़प लिया।

भारत छोडऩे की फिराक में दो आरोपी
पीडि़त ने सुभाष जेवरिया, रवि पंचाल व देवेंद्र पंचाल उर्फ बंटी के खिलाफ धोखाधड़ी एवं अमानत में खयानत की धाराओं के तहत मुकदमा लिखाया था। पीडि़त ने पुलिस आयुक्त को बताया कि सुभाष जेवरिया थाईलैंड में रहने लगा है। अन्य दो आरोपी भी भारत छोड़कर भागने की फिराक में हैं। आरोपियों के खिलाफ मुंबई में भी मामले दर्ज हंै। करोड़ों की ठगी का मामला है। पुलिस आयुक्त ने डीसीपी सिटी विकास कुमार को निर्देशित किया है कि तत्काल नामजद आरोपियों का लुक आउट नोटिस जारी कराया जाए, ताकि वे भारत से बाहर नहीं जा सकें।

Posted By: Inextlive