गनीमत रही बुझ गई आग
कई गोदाम बने हुए हैं
घटिया आजम खां चौराहे के पास विक्टोरिया इंटर कॉलेज है। इसके बराबर से बड़ेस्तर पर स्क्रैप के गोदाम बने हुए हैं। सड़क से ही एक गली अंदर की ओर जाती है। बाहर की तरफ इन गोदामों से सटकर दुकानें बनी हुई हैं। जिसमें कई ढाबा और अन्य सामान की दुकान हैं। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि पहले इस जगह को बंगला कहा जाता था। इस बड़े मैदान पर स्क्रैप के कई गोदाम बने हुए हैं।
बारात से उठी चिंगारी
क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि मंगलवार रात करीब साढ़े 11 बजे रोड से बारात गुजर रही थी। बारात में आतिशबाजी भी हो रही थी। आसमान की ओर छुड़ाई गई आतिशबाजी की कोई चिंगारी स्क्रैप गोदाम में गिर पड़ी। कुछ ही देर में स्क्रैप गोदाम से लपटें उठने लगीं। बाहर रोड से करीब 20 फीट ऊंची दिख रहीं लपटों को देख अफरातफरी की स्थिति बन गई। हालांकि देररात होने के चलते सड़क पर ट्रैफिक कम था। गोदामों के पीछे रिहायश क्षेत्र है। इधर सड़क के सामने भी मकान बने हुए हैं। लपटें उठतीं देख मौके पर भीड़ जुट गई। दमकल को सूचना दी गई। एक के बाद एक दमकल की कई गाडिय़ां मौके पर पहुंच गईं। आग लगने वाले स्थल को चारों ओर से घेर लिया।
दमकल की करीब 9 गाडिय़ों ने तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस दौरान करीब पांच गोदामों रखा स्क्रैप आग में जल चुका था। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि अभी नुकसान का आंकलन करना मुश्किल है। लेकिन पांच लाख से अधिक का माल जलकर खाक हो गया।
जिस जगह स्क्रैप गोदाम में आग लगी, वहां एक मैदानी क्षेत्र में करीब 30 से 40 गोदाम बने हुए हैं। इसमें स्क्रैप में अधिकतर प्लास्टिक वेस्ट का ढेर पड़ा था। ज्यादातर गोदाम ऊपर से खुले हुए थे। जिसके चलते आतिशबाजी की चिंगारी प्लास्टिक के स्क्रैप पर गिरी। कुछ ही देर में भीषण लपटों का रूप धारण कर लिया। यहां एक गोदाम में छह से आठ लोगों का माल (स्क्रैप) रखा होता है। यहां इसकी छटनी की जाती है। जैसे अगर कोई तार है, तो उसमें से मेटल और प्लास्टिक अलग की जाती है। मौके पर बड़ी मात्रा में प्लास्टिक स्क्रैप था।
मेरी छत भी छिन गई
इस महिला ने स्क्रैप गोदाम के पास ही अपने रहने के लिए झोपड़ी डाल रखी थी। जैसे ही लपटें उठीं इस महिला की झोपड़ी भी चपेट में आ गई। सिर पर जो अस्थाई छत थी वह भी आग की लपटों ने छीन ली।
जिस तरह से मौके पर स्क्रैप गोदाम संचालित किए जा रहे हैं, उस तरह से मौके पर अग्निशमन के सभी इंतजाम शून्य थे। गोदाम की ओर एक ओर मार्केट, दूसरी ओर रिहायश है, साइड में स्कूल की दीवार है। ऐसे में अगर लपटें बेकाबू होतीं तो घटना की भयावहता की आशंका ही व्यक्त की जा सकती है। एक अधिकारी ने बताया कि मौक पर फायर सेफ्टी का कोई इंतजाम नहीं था, जबकि जिस तरह से खुले में प्लास्टिक और अन्य स्क्रैप पड़ा हुआ था, इससे रिस्क काफी है। यहां से इन स्क्रैप गोदामों को शिफ्ट कराने को लेकर विभाग को लिखा जाएगा। - 100 से अधिक लोग कर रहे मौके पर काम
- 40 गोदाम बने हुए हैं स्क्रैप के
- 9 फायर ब्रिगेड ने मौके पर संभाला मोर्चा
- 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद लपटों पर पाया काबू
घटिया आजम खां के पास कबाड़ गोदाम में आग लगने की सूचना पर तत्काल दमकल को भेजा गया था। मैंने भी मौके पर निरीक्षण किया। दमकल की 9 गाडिय़ों ने पूरे स्पॉट को घेरकर लपटों पर काबू पाया।
डीके सिंह, सीएफओ, आगरा