Agra news: टेढ़ी बगिया रोड पर बनेगा फ्लाईओवर, नहीं लगेगा जाम
आगरा(ब्यूरो)। कलक्ट्रेट सभागार में बैठक में दिशा-निर्देश दिए। वहीं रुई की मंडी रेल ओवर ब्रिज (आरओबी) के निर्माण में देरी की वजह पूछी। अधिकारियों ने कहा कि रेलवे द्वारा अभी तक डिजाइन को फाइनल नहीं किया गया है। आरओबी 125 करोड़ रुपए से बनेगा। आगरा-जलेसर मार्ग का जल्द चौड़ीकरण शुरू होगा। डीएम ने सप्ताहभर में रिपोर्ट उपलब्ध कराने के आदेश दिए।
तैयार की जाएगी डीपीआरडीएम भानु चंद्र गोस्वामी ने शनिवार को शहर के कई क्षेत्रों का निरीक्षण किया। जाम की समस्या का विकल्प तलाशने का प्रयास किया गया। डीएम सबसे पहले रामबाग चौराहा पहुंचे। क्षेत्रीय विधायक डॉ। धर्मपाल ङ्क्षसह ने जाम लगने की समस्या का मुद्दा उठाया। एलीवेटिड रोड के निर्माण की मांग की गई। अधिकारियों ने इससे कहीं बेहतर फ्लाईओवर को बताया। डीएम ने फ्लाईओवर की कार्य योजना तैयार करने पर जोर दिया। कार्य योजना के बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनेगी।
आरओबी की डिजाइन फाइनल नहीं
डीएम ने पृथ्वीनाथ फाटक शाहगंज, अर्जुन नगर, ईदगाह क्षेत्रों का निरीक्षण किया। रुई की मंडी रेलवे फाटक पर आरओबी प्रस्तावित है। डीएम ने नक्शा तलब किया और देरी की वजह पूछी। अधिकारियों ने बताया कि रेलवे की तरफ से देरी हो रही है। अभी तक डिजाइन फाइनल नहीं की गई है। पृथ्वीनाथ फाटक पर जाम की समस्या तलाशने के लिए कहा। अधिकारियों ने आरओबी के निर्माण पर जोर दिया।
डीएम ने कहा कि संबंधित क्षेत्रों में ठीक तरीके से सफाई कार्य कराया जाए। जलभराव की समस्या पर भी ध्यान दिया जाए। निरीक्षण के बाद डीएम ने कलक्ट्रेट सभागार में बैठक की। आगरा-जलेसर मार्ग के चौड़ीकरण की प्रगति पूछी। अधिकारियों ने बताया कि चौड़ीकरण के दायरे में मकान सहित अन्य आ रहे हैं। डीएम ने सप्ताहभर में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए। संयुक्त मजिस्ट्रेट कृष्ण कुमार ङ्क्षसह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। हाईवे के किनारे न दिखें मिट्टी के ढेर
डीएम ने नेशनल हाईवे-19 के किनारे मिट्टी के ढेर न दिखने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि रेलवे फाटकों के आसपास अक्सर गंदगी दिख जाती है। अभियान चलाकर संबंधित क्षेत्रों में सफाई कराई जाए। रुई की मंडी आरओबी से दूर होगा जाम
रुई की मंडी रेल फाटक पर आरओबी बनने से शाहगंज समेत अन्य बाजारों में लगने वाले जाम से छुटकारा मिल सकेगा। इसके लिए पिछले कई वर्षों से कवायद चल रही है। बावजूद इसके अब तक इसका निर्माण शुरू नहीं कराया जा सका है।