सरकार द्वारा शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है. वहीं शिक्षा विभाग मेें बैठे अधिकारी सरकार की मंशा को पलीता लगाकर गंभीर मामलों की अनदेखी कर रहे हैं. मामला नंबर का था लेकिन शिकायत निस्तारण टीसी का कर दिया. मामला माध्यमिक शिक्षा विभाग का है लेकिन शिकायत का निस्तारण बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा किया गया है. शिक्षा विभाग की इस मिस्टेक पर सीएम सचिवालय के संयुक्त सचिव ने भी अपनी मुहर लगा दी और कागजों पर निस्तारण कर शिकायतकर्ताओं को भेज दिया है.


आगरा। कोविड के दौरान हाईस्कूल के स्टूडेंट्स को मिली कोरी मार्कशीट में अंक दिलाने के लिए चाइल्ड राइट्स एक्टिविस्ट नरेश पारस द्वारा काफी समय से इस मामले को अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया है, अंकों के लिए उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को शिकायत भेजी थी। प्रधानमंत्री कार्यालय से शिकायत को पोर्टल पर दर्ज करके राज्य सरकार को कार्रवाई के लिए आदेशित किया गया।

सचिव ने किया पोर्टल पर निस्तारण
मामला माध्यमिक शिक्षा विभाग से जुड़ा हुआ है लेकिन इस शिकायत का निस्तारण बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शिकायत को बिना पढ़े ही कर दिया। उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षक को भेजे पत्र में लिख दिया कि मामला एमडी जैन इंटर कॉलेज के छात्र को टीसी दिए जाने का है। उसको टीसी दे दी गई है शिकायत निस्तारित की जाती है। शिकायत का निस्तारण पोर्टल पर भेज दिया गया।


सचिवालय ने भी लगा दी मुहर
मुख्यमंत्री सचिवालय के संयुक्त सचिव ने भी इस पर अपनी मुहर लगाते हुए शिकायत का निस्तारण कर दिया। जब इसका नोटिफिकेशन नरेश पारस के पास आया तो वह निस्तारण देखकर हैरान रह गए। उन्होंने पोर्टल पर फीडबैक देते हुए निम्न स्तर की गुणवत्ता का दर्जा देते हुए संयुक्त सचिव को लिखा कि शिकायत का बिना अवलोकन किए निस्तारण कर दिया है। यह गलत है। इससे शिकायतकर्ता भी हैरान रह गए।

नंबरों की समस्या, टीसी का निस्तारण
स्टूडेंट्स अपनी समस्या को लेकर पिछले कई महीने से प्रोटेस्ट कर रहे हैं, टीसी की समस्या को लेकर स्टूडेंट्स शिक्षा विभाग के अधिकारी और जिलाधिकारी प्रभू नारायण सिंह से भी मिल चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं की गई, इसके स्टूडेंट्स ने पीएम और सीएम से इस मामले की शिकायत की, स्टूडेंट्स को पूरा भरोसा था कि इतने बड़े स्तर पर शिकायत करने के बाद समस्या सॉल्व हो जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, शिकायत केवल पोर्टल पर ही निस्तारण कर दी गई है। मामला मार्कशीट में नंबरों को लेकर था, लेकिन निस्तारण टीसी का दिखा दिया।

Posted By: Inextlive