जल निगम के अधिशासी अभियंता ने दिल्ली की तीन कंपनियों पर दर्ज कराई एफआईआर
आगरा(ब्यूरो)। जल निगम निर्माण खंड (सेकेंड) के अधिशासी अभियंता स्वतंत्र ङ्क्षसह के अनुसार कंपनियों ने एक जुलाई, 2019 को सीवर लाइन बिछाने का काम स्टार्ट किया था। टेंडर की शर्तों के अनुसार कार्य 30 जून, 2023 तक प्रोजेक्ट पूरा होना था। 9 अगस्त, 2023 तक कंपनियों ने 95 प्रतिशत काम ही पूरा किया। पांच किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जाना है।
96 परसेंट काम पूराकंपनियों की ओर से प्रोजेक्ट के तहत 9 अगस्त, 2023 तक 232 किलोमीटर में से 226 किलोमीटर सीवर लाइन बिछाने का काम किया गया है। 38186 सीवर कनेक्शन में से 32512 कनेक्शन और एक 23.50 एमएलडी का सीवेज पंङ्क्षपग स्टेशन आवास विकास कॉलोनी में किया गया है। 9 अगस्त को कंपनियों द्वारा किए गए कार्य का भौतिक सत्यापन कराया गया। इसमें कार्य संतोषजनक नहीं था।
कमिश्नर की नाराजगी से टूटी नींद
कमिश्नर रितु माहेश्वरी ने शहर की जर्जर सड़कों को लेकर बैठक में कार्य पूर्ण नहीं होने पर असंतोष व्यक्त किया था। उनकी नाराजगी के बाद जल निगम की नींद टूटी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने अमानत में खयानत की धारा के तहत मुकदमा दर्ज किया है। इंवेस्टीगेशन के दौरान धाराएं बढ़ सकती हैं।
हादसे में लोग हुए चोटिल
कंपनियों की ओर से धीमी गति से कार्य करने के चलते लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। खुदी हुई सड़कों के चलते कई बार हादसे भी हुए। जिसमें लोग भी चोटिल हुए।
सूरज कुमार राय, डीसीपी सिटी
शुरू हुआ प्रोजेक्ट
एक जुलाई 2019 फिनिश करना था
30 जून 2023 प्रोजेक्ट वैल्यू
250 करोड़ 232 किमी सीवर लाइन बिछाई जानी थी
226 किमी सीवर लाइन बिछाई जा चुकी है
38186 सीवर कनेक्शन दिए जाने हैं
32512 कनेक्शन दिए जा चुके हैं
23.50 एमएलडी का एसपीएस बनाया गया है दयालबाग अनुपम बाग मोड़ की तीन महीने में आठ बार धंसी सड़क
दयालबाग क्षेत्र की सड़क पर चलने के दौरान क्षेत्रीय लोगों को डर रहता है। तीन महीने में आठ बार धंस चुकी सड़क पर जिम्मेदारों को किसी बड़े हादसे का इंतजार है। बुधवार शाम को धंसी सड़क के गड्ढे में मिट्टी भर, बैरिकेङ्क्षडग करके छोड़ दिया गया है, इससे ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। सीवर लाइन के लीकेज के चलते गड््ढा होने की आशंका जताई जा रही लेकिन कंपनी अधिकारियों का कहना है कि सीवर लाइन लीकेज नहीं है।
हादसे का शिकार होने से बचे वाहन चालक
दयालबाग क्षेत्र में बुधवार शाम को अनुपम बाग मोड़ के निकट सड़क धंस गई थी। इससे एक मीटर चौड़ा और 15 फीट गहरा गड्ढा हो गया था। कई वाहन चालक हादसे का शिकार होने से क्षेत्रीय लोगों की सतर्कता से बच गए थे। उन्होंने लकडिय़ों, पेड़ की डंडी आदि रख संकेत दे दिया था। सूचना पर बवाग की टीम मौके पर पहुंच गई और बैरिकेङ्क्षडग कर गड्ढे को छोड़ दिया। क्षेत्रीय निवासी राजेश गुप्ता ने बताया कि दयालबाग इंजीनियङ्क्षरग कॉलेज के सामने से लेकर आसपास के संपर्क मार्ग के रास्तों पर चलने के दौरान भय लगता है। आए दिन ये सड़कें धंस जाती हैं। पूर्व में कई वाहन गिर चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है। पार्षद भरत शर्मा का कहना है कि सड़कें आए दिन धंसने से बड़े हादसे की आशंका है। इनकी जांच कर स्थायी समाधान होना चाहिए। वबाग के प्रोजेक्ट मैनेजर अनुज त्रिपाठी ने बताया कि सीवर लाइन लीकेज नहीं है। पता लगाया जा रहा है कि आखिर सड़क कैसे धंसी है।
आरके सिंह, एक्सईएन, नगर निगम
तत्काल मौके पर गड्ढे को भरवा दिया गया था। मौके पर हमने चेक किया है। सीवर लाइन लीकेज नहीं है। चेक करवाया जा रहा है कि आखिर सड़क किस वजह से धंसी है।
अनुज त्रिपाठी, प्रोजेक्ट मैनेजर, वबाग
भरत शर्मा, पार्षद