यादव सिंह समेत परिजनों पर ईडी का शिकंजा
- भारत सरकार के प्रर्वतन निदेशालय ने एआईजी स्टाम्प को भेजा पत्र
आगरा। सीबीआई के शिकंजे में आए नोएडा अथॉरिटी के निलंबित चीफ इंजीनियर यादव सिंह के परिजनों की मुश्किल बढ़ सकती है। केन्द्रीय प्रवर्तन निदेशायल (ईडी ) ने पत्र भेजकर आगरा प्रशासन से यादव सिंह के परिजनों व करीबियों की संपत्ति का ब्योरा मांगा है। साथ ही उसकी संपत्ति के बारे में भी जानकारी मांगी गई है। देशभर में खंगाली जा रही संपत्ति नोएडा प्राधिकरण में चीफ इंजीनियर रहे यादव सिंह का आगरा में घर है। उनके रिश्तेदार अब भी यहां रहते हैं। भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच में जुटी विभिन्न एजेंसियां देशभर में यादव सिंह की संपत्ति खंगाल रही हैं। इसी कड़ी में परिवारीजन समेत आठ करीबियों की जानकारी मांगते हुए ईडी के सहायक निदेशक त्रिगुण बिसेन ने पांच फरवरी को एआईजी स्टाम्प वीके पाण्डेय को पत्र भेजा। जानकारी जुटाने में जुटा विभागइसमें यादव सिंह, पत्नी कुसुमलता, बेटी गरिमा भूषण, बेटा सन्नी यादव, अनिल पेशावरी, मीनाक्षी पेशावरी, राजेन्द्र मनोचा, नम्रता मनोचा की धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 की धारा 50 के अन्तर्गत रजिस्टर्ड सम्पत्ति की जानकारी मांगी है। ईडी का लेटर मिलते ही रजिस्ट्री कार्यालय भी यादव सिंह के उक्त करीबियों की सम्पत्ति का ब्योरा जुटाने में लगा है।
आगरा में छापेमारी कर चुकी है सीबीआई
यादव सिंह की काली कमाई की जांच कर रही सीबीआई पहले भी सिटी में कार्रवाई कर चुकी है। अगस्त में देवरी रोड स्थित उसके मकानों पर छापे मारी की गई थी। इस दौरान एक मकान का ताला तोड़ने में सीबीआई टीम के सदस्यों के पसीने छूट गए थे। तब नौ घंटे चली छापेमारी में सीबीआई ने अहम दस्तावेज जुटाए थे। नई दिल्ली से आगरा पहुंची सात सदस्यीय टीम ने आसपास के लोगों से पूछताछ कर सम्पत्ति आकलन भी किया था। सीबीआई टीम ने नंदपुरा में बने दो मकानों को भी खंगाला था, लेकिन यहां टीम के हाथ ऐसा कोई महत्वपूर्ण दस्तावेज नहीं मिला। इसके बाद सीबीआई फीरोजाबाद में यादव सिंह की ससुराल पहुंची थी। यहां से महत्वपूर्ण दस्तावेज कब्जे में लिए थे। वर्जन प्रवर्तन निदेशालय का पत्र प्राप्त हुआ है। सम्पत्ति की जांच कराई जा रही है। ब्योरा प्राप्त होते ही जानकारी मुहैया करा दी जाएगी। वीके पांडेय, एआईजी स्टाम्प, आगरा