आगरा. ब्यूरो ट्रांसयमुना क्षेत्र में चार दिन से लापता पायल व्यापारी का शव मंगलवार को यमुना पड़ा मिला. मृतक के परिजनों ने मृतक की शिनाख्त विनोद गुप्ता के नाम से की. हत्या की खबर सुन परिजनों ने हंगामा कर दिया वहीं पुलिस टीम पर गंभीर आरोप लगाए. इस मामले में परिजनों से पूछताछ के बाद तीन आरोपियो को अरेस्ट किया गया है जबकि एक आरोपी को तलाश किया जा रहा है. हत्या का कारण तगादा बताया गया है.


संपर्क करने पर मिला फोन स्विच ऑफ
थाना ट्रांस यमुना क्षेत्र के कालिंदी विहार में रहने वाले 52 वर्षीय विनोद गुप्ता का चांदी की पायल बनाने का कारोबार है। उनकी पत्नी बबीता गुप्ता ने बताया, 27 जुलाई की रात करीब साढ़े आठ बजे विनोद गुप्ता के मोबाइल पर किसी अनिल नाम के व्यक्ति का फोन आया। इसके बाद विनोद घर कुछ समय में वापस लौटने की कहकर घर से निकल गए। जब वे एक घंटे बाद भी नहीं लौटे तो परिजनों ने उनके मोबाइल फोन पर संपर्क किया, जो स्विच ऑफ बता रहा था। इस पर परिजनों ने अनहोनी की आशंका व्यक्त की।


पुलिस बोली तलाश रहे हैं आपका पति
व्यापारी की पत्नी बबिता गुप्ता ने बताया कि जब उनके पति का एक घंटे बाद भी फोन नहीं आया, तो वो थाना ट्रांस यमुना पहुंची और अपनेे पति के लापता होने की बात पुलिस को बताई, पुलिस ने उन्हें 24 घंटे इंतजार करने के लिए कहा, इसके बाद ही गुमशुदगी दर्ज की जा सकेगी। एक बार फिर से संपर्क किया गया तो पुलिस ने बताया कि वे उनके पति को तलाश रहे हैं।


पति के रूप में की शिनाख्त
पीडि़ता ने बताया कि सुबह फिर वो अपने परिवार के सदस्यों के साथ ट्रांस यमुना थाने पहुंचे। इसके बाद बमुश्किल थान मेें व्यापारी के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज की गई। इसके चार दिन तक मंगलवार को पुलिस का फोन आया कि यमुना में बॉडी मिली है, कहीं आपके पति तो नहीं, बबिता अपने परिजनों के साथ मंडी समिति पुलिस चौकी पहुंची, जहां उनको एक फोटो दिखाई, जिसकी शिनाख्त बबिता ने अपने पति विनोद गुप्ता के रूप में की।

पुलिस पर रिश्वत लेने का आरोप
थाने पहुंचे विनोद गुप्ता के घरवालों ने जमकर हंगामा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस पहले गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करने के लिए दौड़ाती रही। बाद में बड़ी मुश्किल से रिपोर्ट लिखी। जब उनसे विनोद को तलाशने के लिए कहा जाता, तो पुलिसकर्मी कहते थे कि गाड़ी में डीजल डलवा दो। इतना ही नहीं, रविवार को एसआई रेखा रानी ने 50 हजार रुपए की घूस भी ली। इसके बाद भी उन्होंने विनोद गुप्ता को सर्च नहीं किया। परिजनों ने थाने के बाहर करीब एक घंटे तक हंगामा किया।

पुलिस ने नहीं देखे सीसीटीवी
मृतक की बेटी शैली का कहना था कि पुलिस से जब सीसीटीवी तलाशने को कहा तो उन्होंने उस पर भी ध्यान नहीं दिया। शैली के दादा-दादी ने बेटे को तलाशने के लिए हाथ जोड़े तो एसआई गोस्वामी ने उन्हें फटकार लगा दी। वो बोले कि तुम्हारा बेटा अपने आप गया है। दो दिन में अपने आप आ जाएगा। इतना ही नहीं पुलिस वाले कभी उनसे कोल्ड ड्रिंक मंगाते तो कभी पानी। अगले दिन जाकर उनकी गुमशुदगी लिखी गई थी। चार दिन से वो परेशान थीं। पुलिस ने सीसीटीवी तक नहीं देखे।


3 लाख रुपए वापस मांगे तो कर दी हत्या
पायल कारोबारी का शव चार दिन बाद यमुना किनारे मिला है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। बताया गया है कि कारोबारी की हत्या 27 जुलाई की रात को ही कर दी गई थी। शव को एत्मादपुर यमुना किनारे फेंक दिया गया था। मंगलवार दोपहर पुलिस ने तीन आरोपियों को पकड़ लिया। मुख्य आरोपी अनिल मृतक व्यापारी का दोस्त है। उसका व्यापारी के घर आना-जाना था। उसने तीन लाख रुपए उधार लिए थे। विनोद उससे अपने रुपए मांग रहे थे। इसलिए उसने हत्या की साजिश रची। इसमें उसके साथ तीन और दोस्त शामिल थे।


एत्मादपुर यमुना किनारे से एक शव बरामद किया गया, जो पायल कारोबारी विनोद गुप्ता का था, ऑटो चालक अनिल गुप्ता को विनोद ने रुपए उधार दिए थे, विनोद उसका तगादा करता था। इससे छुटकारा पाने को अनिल ने अपने साथी विशाल रोहित और संदीप के साथ मिलकर विनोद को मौत के घाट उतार दिया। तीनों को अरेस्ट किया गया है,
सूरज राय, डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस


पकड़े गए हत्यारोपी
-विशाल
-अनिल गुप्ता
-रोहित
संदीप

Posted By: Inextlive